सार

राज्यसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण के जवाब में धन्यवाद प्रस्ताव पर बोलते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विपक्ष की तुलना नाराज फूफी से कर दी। आपको पता ही होगा कि फूफी-फूफा को लेकर खूब चुटकुले बनते हैं, जो बात-बेबात मुंह फुलाकर बैठ जात हैं। पढ़िए मोदी ने क्या कहा?
 

नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को राज्यसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण के जवाब में धन्यवाद प्रस्ताव पर बोलते हुए जिस लहजे का इस्तेमाल किया, वो सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बन गया है। उन्होंने विपक्ष की तुलना नाराज फूफी से कर दी।

जानिए क्या बोले मोदी

  • मोदी ने कृषि कानून पर मजाकिया लहजे में विपक्ष की तीखा प्रहार किया। मोदी ने कहा कि विपक्ष ने सदन में चर्चा पर कानून की स्पिरिट पर बात नहीं। उन्हें शिकायत है कि यह तरीका ठीक नहीं है। हमने जल्दी कर दी। जब परिवार में शादी होती है, तो फूफी नाराज होकर कहती हैं कि मुझे कहां बुलाया है? मोदी ने चुटकी ली कि इतना बड़ा परिवार है, तो ऐसा होता है।
  • मोदी ने कांग्रेस नेता गुलाब नबी आजाद के बारे में कहा कि गुलाम नबी सदन में हमेशा संयम से बोलते हैं। उन्होंने कश्मीर में हुए चुनाव की तारीफ की। लेकिन वे डरते हैं कि उनकी पार्टी इस बात पर उनके खिलाफ कोई एक्शन न ले ले।
  • मोदी ने कोरोनाकाल में विपक्ष की भूमिका पर कहा कि विपक्ष कोरोनाकाल में अपने घरों में रहा। उनके अंदर काफी कुछ भरा था। यह गुस्से के रूप में निकला। कम से कम वे यानी मोदी उनके काम तो आए। ये आनंद लीजिए, मोदी है मौका लेते रहिए।
  • बता दें कि करीब 70 मिनट के भाषण में मोदी ने कृषि कानूनों, चीन सीमा विवाद, अर्थव्यवस्था, कोरोनाकाल आदि सब पर खूब बात की।

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