एक धमकी भरा ईमेल और खाली हो गईं मुंबई-नागपुर की 5 अदालतें। बॉम्बे हाई कोर्ट, बांद्रा और अंधेरी कोर्ट में अफरा-तफरी मच गई। परिसर खाली कर तलाशी ली गई, लेकिन कुछ नहीं मिला। सवाल वही-धमकी असली या डर फैलाने की साजिश? 

Mumbai Court Bomb Threat: गुरूवार का दिन मुंबई और नागपुर के लिए अचानक डर और अफरा-तफरी से भरा रहा। एक के बाद एक अदालतों को बम से उड़ाने की धमकी भरे ईमेल मिले और देखते ही देखते सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट मोड में आ गईं। बॉम्बे हाई कोर्ट से लेकर बांद्रा, अंधेरी और नागपुर कोर्ट तक हड़कंप मच गया। क्या यह सिर्फ एक फर्जी मेल था या किसी बड़ी साजिश की तैयारी?

सबसे पहले किस कोर्ट को मिली धमकी?

गुरूवार, 18 दिसंबर को सबसे पहले मुंबई की कुछ प्रमुख अदालतों को धमकी भरा ईमेल मिला। ईमेल में बम विस्फोट की चेतावनी दी गई थी। जैसे ही सूचना मिली, पुलिस और कोर्ट प्रशासन ने बिना देरी किए कदम उठाए।

किन-किन अदालतों को खाली कराया गया?

धमकी मिलने के बाद एहतियात के तौर पर इन अदालतों को तुरंत खाली कराया गया:

  • बॉम्बे हाई कोर्ट
  • बांद्रा कोर्ट
  • अंधेरी कोर्ट
  • माझगांव कोर्ट
  • नागपुर कोर्ट

सैकड़ों वकील, कर्मचारी और आम लोग कुछ ही मिनटों में कोर्ट परिसर से बाहर निकाल दिए गए। पूरे इलाके में पुलिस तैनात कर दी गई।

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क्या तलाशी में कुछ संदिग्ध मिला?

कोर्ट परिसरों में बम निरोधक दस्ता, डॉग स्क्वॉड और स्थानीय पुलिस ने गहन तलाशी अभियान चलाया। हर कोने की जांच की गई, लेकिन राहत की बात यह रही कि अब तक कोई भी संदिग्ध वस्तु या विस्फोटक नहीं मिला है।

ईमेल भेजने वाला कौन है?

अब इस पूरे मामले की सबसे बड़ी गुत्थी यही है। पुलिस उस ईमेल आईडी और IP एड्रेस का पता लगाने में जुटी है, जिससे धमकी भेजी गई थी। साइबर सेल की टीम भी जांच में शामिल है। अधिकारी यह जानने की कोशिश कर रहे हैं कि यह मेल किसी शरारती तत्व ने भेजा या इसके पीछे कोई गंभीर मंशा है।

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नागपुर कोर्ट को क्यों बनाया गया निशाना?

मुंबई के बाद नागपुर कोर्ट को भी ऐसा ही धमकी भरा ईमेल मिला। इससे साफ है कि मामला सिर्फ एक शहर तक सीमित नहीं है। पुलिस इस एंगल से भी जांच कर रही है कि क्या सभी ईमेल एक ही सोर्स से भेजे गए हैं।

क्या पहले भी हो चुकी हैं ऐसी घटनाएं?

मुंबई जैसे बड़े शहर में पहले भी सरकारी दफ्तरों, स्कूलों और एयरपोर्ट को धमकी भरे ईमेल मिल चुके हैं। कई मामलों में ये फर्जी साबित हुए, लेकिन हर बार खतरे को गंभीरता से लिया गया-क्योंकि एक छोटी सी लापरवाही भी बड़ा नुकसान कर सकती है।

आगे क्या होगा?

फिलहाल सभी अदालतों की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। पुलिस जांच पूरी होने के बाद ही साफ हो पाएगा कि यह सिर्फ डर फैलाने की कोशिश थी या किसी बड़ी साजिश की शुरुआत। जैसे ही इस मामले में कोई नई जानकारी सामने आएगी, उसे अपडेट किया जाएगा।