सार
मुर्शिदाबाद में दशहरे के दिन एक पूरे परिवार को मौत के घात उतार दिया गया। सोशल मीडिया पर कत्ल की फोटो वायरल हो रही है। मरने वालों में पति प्रकाश बंधू, पत्नी और एक 8 साल का मासूम बच्चा है। तीनों के डेड बॉडी की फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है।
पश्चिम बंगाल. मुर्शिदाबाद में दशहरे के दिन एक पूरे परिवार को मौत के घात उतार दिया गया। सोशल मीडिया पर कत्ल की फोटो वायरल हो रही है। मरने वालों में पति प्रकाश बंधू, पत्नी और एक 8 साल का मासूम बच्चा है। तीनों के डेड बॉडी की फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। लेकिन अब इस घटना ने राजनीतिक रंग लेना शुरू कर दिया है। मासूम की फोटो के साथ सीरियाई बच्चे की फोटो पोस्ट की गई है। एलन कुर्दी तीन साल का कुर्दी मूल का सीरियाई बच्चा था। जिसके शव की फोटो पूरे विश्व में सुर्खियों में आई थी। कुर्दी का परिवार सीरियाई गृहयुद्ध से बचने के लिए 2 सितंबर 2015 को एक नाव में तुर्की से ग्रीस जाने की कोशिश कर रहा था। नाव डूबने से कुर्दी की मौत हो गई।
भाजपा नेता प्रीती गांधी ने लिखी पोस्ट
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक मृतक प्रकाश बंधू मुर्शिदाबाद में आरएसएस नेता थे। 8 साल के मासूम की डेड बॉडी के साथ सीरियाई बच्चे का फोटो शेयर किया जा रहा है। भाजपा महिला मोर्चा की सोशल मीडिया राष्ट्रीय प्रभारी प्रीती गांधी ने वायरल सीरियाई बच्चे के साथ मुर्शिदाबाद के बच्चे की तस्वीर फोटो शेयर करते हुए लिखा, पहली तस्वीर ने लोगों को लंबे समय तक पूरी दुनिया में उनकी करुणा, शोक और आक्रोश में एकजुट किया था। लेकिन दूसरी तस्वीर पर लोगों ने कोई प्रतिक्रिया क्यों नहीं दी। लोग जल्दी ही भूल जाते हैं। क्यों???
20 मिनट में 200 से ज्यादा रीट्वीट
प्रीती गांधी की पोस्ट को 20 मिनट में ही 200 से ज्यादा रीट्वीट और करीब 300 लाइक्स मिल चुके हैं। कई लोग इस घटना को लेकर दुख व्यक्त कर रहे हैं।
मुर्शिदाबाद में कैसे हुई 8 साल के मासूम की हत्या
- इस घटना को हमलवरों ने मंगलवार को अंजाम दिया है। जब मृतक प्रकाश विजयदशमी के दिन दुर्गा पंडाल में नहीं दिखे तो उनके पड़ोसी उन्हें देखने के लिए घर पहुंचे। वहां खतरनाक सीन देख चीख पड़े। क्योंकि एक कमरे में चारों तरफ खून बिखरा था और तीन लाशें पड़ी हुईं थीं। मृतकों में प्रकाश बंधू के अलावा उनकी पत्नी और एक 8 साल का मासूम बच्चे का शव भी था।
- हमलावर इतने बेदर्दी थे कि उनको गर्भवती महिला के पेट में पल रहे छह माह के शिशु पर पर भी दया नहीं आई और उसका भी खून बहा दिया। प्रकाश राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के सदस्य के अलावा वह एक प्राइमरी स्कूल में टीचर भी थे। आसपास के लोगों ने बताया कि उनकी किसी से कोई दुश्मनी नहीं थी, उनके हंसते-खेलते परिवार को किसने उजाड़ दिया। स्थानीय लोगों ने बताया कि पाल परिवार जियानगंज में करीब छह साल पहले रहने के लिए आया था।