सार
23 फरवरी से धधक रही दिल्ली अब शांत हो चुकी है। हर और हिंसा का जो मंजर दिख रहा है, वो झकझोरने वाला है। धार्मिक समुदायों के बीच हुई झड़प के बीच एक ऐसी खबर आई जिसने इंसानियत की मिसाल पेश की।
नई दिल्ली: दिल्ली में हुई हिंसा के बीच एक ऐसा मामला सामने आया, जिसने इंसानियत की मिसाल पेश कर दी। दिल्ली के शिव बिहार में एक मुस्लिम परिवार के घर में लगाई आग को देख हिंदू युवक ने अपनी जान की बाजी लगा दी। वो खुद 70 प्रतिशत जल गया लेकिन मुस्लिम परिवार के 6 सदस्यों को बचा लिया।
अंधेरे में घुसे दंगाई
शिव बिहार में हिंसा के दौरान अचानक माहौल बिगड़ गया। कुछ हुड़दंगी मोहल्ले में घुस आए। यहां रहने बाले प्रेमकांत नामा के शख्स के घर के बगल में रहने वाले मुस्लिम परिवार के घर हुड़दंगी घुस आए। उन्होंने मुस्लिम के घर में आग लगा दी। इस आग में घर के सारे सदस्य फंस गए।
अंदर कूद गए प्रेमकांत
घर के बगल में लगी आग देख प्रेमकांत मुस्लिम परिवार के पास पहुंच गए। उन्होंने घर के 6 लोगों को आग से बचाया। आखिर में घर में एक बुजुर्ग महिला बच गई। उसे बचाने के चक्कर में प्रेमकांत सत्तर प्रतिशत जल गए। लेकिन जलने से पहले उन्होंने बुजुर्ग को बचा लिया।
नहीं आया एम्बुलेंस
प्रेमकांत जब जल गया तो परिवार वालों ने एम्बुलेंस को कॉल किया। लेकिन दंगे इतने भड़के हुए थे कि उन्हें मदद नहीं मिल पाई। रात भर प्रेमकांत जली अवस्था में घर पर तड़पते रहे। सुबह उन्हें अस्पताल ले जाय गया। जीटीबी अस्पताल में प्रेमकांत को भर्ती करवाया गया। बर्न वार्ड में उनका इलाज करवाया जा रहा है, जहां उनकी हालत नाजुक बताई जा रही है।