सार

Omicron की दहशत के बीच केंद्र सरकार ने अंतरराष्ट्रीय यात्रियों (International Passengers) के लिए नई गाइडलाइन (Guideline) जारी की है। इसके तहत उन्हें एयरपोर्ट पर जांच करानी होगी। इनसे 14 दिनां की ट्रैवल हिस्ट्री (Travel History)भी पूछी जाएगी।
 

नई दिल्ली। कोरोना के नए वैरिएंट (Covid 19 New Variant) ओमीक्रोन (Omicron)को लेकर बढ़ती चिंता के बीच केंद्र सरकार ने कोरोना गाइडलाइन 31 दिसंबर तक बढ़ा दी है। सरकार ने भारत आने वाले इंटरनेशनल पैसेंजर्स (International Passengers) के लिए नई गाइडलाइन (New Guideline) भी जारी की है। यह एक दिसंबर से लागू होंगी। इसके मुताबिक, यात्रा से पहले एयर सुविधा पोर्टल पर आपको निगेटिव आरटी-पीसीआर जांच रिपोर्ट अपलोड करने के साथ-साथ अपने 14 दिनों की ट्रैवल हिस्ट्री (Travel History) बतानी होगी। एट रिस्क (At Risk) देशों से आने वाले यात्रियों के लिए देश के हर एयरपोर्ट पर अलग एरिया बनाया जाएगा, जहां वे RT-PCR टेस्ट की रिपोर्ट आने का इंतजार करेंगे। सभी एयरपोर्ट्स पर अतिरिक्त RT-PCR सुविधा भी तैयार की जाएगी। अगर टेस्ट रिपोर्ट नेगेटिव आती है को वे 7 दिनों तक होम क्वारंटीन में रहेंगे। 8वें दिन दोबारा कोरोना टेस्ट करना होगा, अगर फिर रिपोर्ट नेगेटिव आती है कि तो अगले 7 दिनों के लिए स्वयं की निगरानी खुद करनी होगी। एट रिस्क श्रेणी में 12 देश शामिल हैं। 

एयरपोर्ट पर होगी जांच
नई गाइडलाइंस के मुताबिक हाई रिस्क वाले देशों को छोड़कर अन्य देशों के यात्रियों को एयरपोर्ट से बाहर जाने की अनुमति होगी। लेकिन, उन्हें 14 दिनों के लिए खुद की निगरानी करनी होगी। एक फ्लाइट में जितने भी यात्री आ रहे हैं, उनमें से 5% यात्रियों की रैंडमली एयरपोर्ट पर RT-PCR जांच होगी। एयरपोर्ट कर्मी कुल यात्रियों का पांच फीसदी (किसी भी यात्री) टेस्ट कर सकते हैं।


राज्यों से कहा- गाइडलाइन का सख्ती से पालन करें 
केंद्रीय केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला ने राज्यों को एक पत्र भेजकर 25 नवंबर को जारी एडवाइजरी (Adviosary) का सख्ती से पालन करने के लिए कहा है। इस एडवाइजरी में सभी अंतरराष्ट्रीय यात्रियों (International travelers)की कड़ी निगरानी और जांच की सिफारिश की गई है। भल्ला ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय यात्रियों के संपर्क में आए लोगों (COntact History) का पता लगाकर स्वास्थ्य मंत्रालय की गाइडलाइन के अनुसार उनकी जांच की जानी चाहिए। इंडियन सार्स कोव-2 जेनेटिक कंसोर्टियम (ISCGC) के अनुसार ऐसे यात्रियों के नमूनों को तुरंत जीनोम टेस्ट लैब्स में भेजा जाना चाहिए। 

RT-PCR और रैपिड टेस्ट से बच नहीं पाएगा नया वैरिएंट 
मंगलवार को केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के साथ समीक्षा बैठक की। उन्होंने राज्यों से जांचों में तेजी लाने और मामलों की जल्द पहचान करने की सलाह दी। स्वास्थ्य सचिव ने कहा नया वैरिएंट RT-PCR और रैपिड एंटीजन टेस्ट से बच नहीं सकता। उन्होंने होम क्वारेंटाइन लोगों की निगरानी ठीक से कराने के निर्देश दिए।

संक्रमण के 6,990 नए केस 
स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार 24 घंटे में भारत में कोरोना वायरस संक्रमण के 6,990 नए मामले सामने आए। इसके बाद संक्रमितों की कुल संख्या 3,45,87,822 हो गई है। 1,00,543 मरीज अभी इलाज करवा रहे हैं। 190 और रोगियों की मौत के साथ मृतकों की संख्या 4,68,980 हो गई है। 

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