भारत में कोरोन संक्रमण के खिलाफ जारी लड़ाई में सिर्फ स्थानीयस्तर पर मदद के लिए लोग आगे नहीं आए हैं, बल्कि दुनियाभर से मदद मिल रही है। छोटे-बड़े सभी देश भारत को ऑक्सीजन सिलेंडर, ऑक्सीजन कंसंट्रेटर, वेंटिलेटर, दवाइयां और अन्य मेडिकल सामग्री भेज रहे हैं। अमेरिका से लेकर अरब देश तक भारत को मदद पहुंचा रहे हैं। वहीं, भारत में लोग मदद को आगे आए हैं। उद्योगपति अपने स्तर पर हॉस्पिटल खोल रहे हैं और मेडिकल सामग्री उपलब्ध करा रहे हैं। जानिए देश और दुनियाभर से क्या मदद मिल रही है... 

नई दिल्ली. भारत में कोरोन संक्रमण की दूसरी लहर से उबरने युद्धस्तर पर काम चल रहे हैं। संक्रमण से लोगों को बचाने और संक्रमित लोगों की जान बचाने हॉस्पिटल में सुविधाएं बढ़ाई जा रही हैं। भारत में कोरोन संक्रमण के खिलाफ जारी लड़ाई में सिर्फ स्थानीयस्तर पर मदद के लिए लोग आगे नहीं आए हैं, बल्कि दुनियाभर से मदद मिल रही है। छोटे-बड़े सभी देश भारत को ऑक्सीजन सिलेंडर,ऑक्सीजन कंसंट्रेटर, वेंटिलेटर, दवाइयां और अन्य मेडिकल सामग्री भेज रहे हैं। अमेरिका से लेकर अरब देश तक भारत को मदद पहुंचा रहे हैं। वहीं, भारत में लोग मदद को आगे आए हैं। उद्योगपति अपने स्तर पर हॉस्पिटल खोल रहे हैं और मेडिकल सामग्री उपलब्ध करा रहे हैं। बता दें कि पिछले 24 घंटे में भारत में 3.55 लाख नए केस आए हैं। इनमें से 3,436 लोगों की मौत हो गई। यह अच्छी बात है कि 3.18 लाख लोग रिकवर भी हुए।

ऑक्सीजन और अन्य सुविधाओं का अपडेट

मध्य प्रदेश: जबलपुर के मदन महल स्टेशन में 5 रेल कोच में कोरोना मरीज़ों के लिए आइसोलेशन कोच तैयार किए गए हैं। 

दिल्ली: दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया और स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने रामलीला मैदान का दौरा कर वहां बन रहे 500 बेड के अस्पताल का जायजा लिया। इसमें ICU और मेडिकल की तमाम आधुनिक सुविधाएं रहेंगी। एक हफ्ते के अंदर यह बनकर तैयार हो जाएगा। इस मौके पर कहा गया कि हम करीब 8,000 बेड बढ़ा सकते हैं, लेकिन ऑक्सीजन की कमी से नहीं बढ़ा पा रहे हैं।

हरियाणा: गृहमंत्री अनिल विज ने बताया-हमने नियम बना दिया कि 50 बेड से ज़्यादा क्षमता के किसी भी अस्पताल के लिए अपना ऑक्सीजन जेनरेशन प्लांट लगाना अनिवार्य है और ये काम 6 महीने के अंदर पूरा करना है।

मध्य प्रदेश: जबलपुर के मदन महल स्टेशन में 5 रेल कोच में कोरोना मरीज़ों के लिए आइसोलेशन कोच तैयार किए गए हैं। 

ओडिशा: 3 मई तक 281 टैंकर से 10 राज्यों को कुल 5,125 मीट्रिक टन ऑक्सीजन भेजी गई है।

इजरायल: ऑक्सीजन जेनरेटर्स, श्वासयंत्र(respirators) और अन्य मेडिकल इक्विपमेंट्स लेकर एक इविमान इजरायल से भारत पहुंचा।

ऑक्सीजन एक्सप्रेस: 120 मीट्रिक टन तरल मेडिकल ऑक्सीजन के साथ छह टैंकरों को लेकर आक्सीजन एक्सप्रेस दिल्ली के आईसीडी ओखला पहुंची।

अमेरिका से पहुंची मदद: भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने ट्वीट कर बताया है कि मंगलवार को अमेरिका से मदद की पांचवीं खेप पहुंची। इनमें 545 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर भी शामिल हैं।

यूएई से मदद: यहां से एक जहाज़ से में 7 आईएसओ टैंकर और 20 मीट्रिक टैन लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन गुजरात के मुंद्रा पोर्ट पर पहुंच गई है।

यूके से ऑक्सीजन सिलेंडर: भारतीय वायुसेना का एक विमान मंगलवार सुबह यूके से चेन्नई पहुंचा। यह अपने साथ 450 ऑक्सीजन सिलेंडर लेकर आया है। प्रत्येक सिलेंड की कैपिसिटी 46.6 लीटर है।

कुवैत: 282 सिलेंडर, 60 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर और अन्य मेडिकल सामग्री लेकर एक विमान भारत पहुंचा।

हरियाणा: रोहतक में एक उद्योगपति की मदद से 50 बेड के कोविड सेंटर को खोला गया है। हल्के लक्षण वाले मरीजों के लिए यह सेंटर तैयार हो रहा है।

उत्तर प्रदेश: सीएम योगी आदित्यनाथ ने बताया-हमारे पास ऑक्सीजन बेड और वेंटिलेटर बेडों की संख्या लगभग 70,000 से ऊपर पहुंच चुकी है। अब तक हम 4,15,00,000 से अधिक कोविड टेस्ट कर चुके हैं।

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