सार
हरियाणा के बल्लभगढ़ में दिनदहाड़े युवती की गोली मारकर हत्या से लोगों में गुस्सा है। अब पीड़िता निकिता तोमर के पिता ने आरोप लगाया है कि ये पूरा मामला लव जिहाद का है। उन्होंने बताया कि इससे पहले भी तौसीफ ने बेटी को अगवा करने की कोशिश की थी।
बल्लभगढ़. हरियाणा के बल्लभगढ़ में दिनदहाड़े युवती की गोली मारकर हत्या से लोगों में गुस्सा है। अब पीड़िता निकिता तोमर के पिता ने आरोप लगाया है कि ये पूरा मामला लव जिहाद का है। उन्होंने बताया कि इससे पहले भी तौसीफ ने बेटी को अगवा करने की कोशिश की थी। उस वक्त उन्होंने उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था। लेकिन आरोपी ने वादा किया था कि वह अब उनकी बेटी को परेशान नहीं करेगा। इसके बाद उन्होंने केस वापस ले लिया था।
निकिता तोमर के पिता मूलचंद ने बताया कि समझौते के बाद भी आरोपी बेटी को परेशान करता रहा। वह कई सालों से उनकी बेटी पर धर्म परिवर्तन कर उससे शादी करने का दबाव बना रहा था। लेकिन निकिता को उससे बात करना पसंद नहीं था।
तौफीक की मां भी डालती थी दबाव
मूलचंद ने बताया कि 2018 में आरोपी ने लड़की को अगवा करने की कोशिश की थी। इसे बाद उन्होंने बल्लभगढ़ में मामला दर्ज कराया था। निकिता के पिता ने आरोप लगाया कि आरोपी की मां भी दो साल से बेटी पर धर्म परिवर्तन का दबाव डाल रही थी।
आरोपियों को किया गया गिरफ्तार
हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा, आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया। उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। वहीं, राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने इस मामले में संज्ञान लेते हुए हरियाणा के डीजीपी से जवाब मांगा है। वहीं, निकिता के भाई का कहना है कि इस मामले में दोषियों को फांसी हो या उनका एनकाउंटर किया जाए।
बताया जा रहा है कि आरोपी तौसीफ की उम्र 21 साल है। वह फिजियोथैरेपी का कोर्स कर रहा है। वहीं, दूसरा आरोपी रेहान मेवात का रहने वाला है। इस मामले में एसआईटी गठित की गई है। वहीं, इस मामले में पीड़िता के परिजनों ने न्याय की मांग के लिए नेशनल हाईवे जान किया। परिजन और रिश्तेदार न्याय की मांग कर रहे हैं।
8 पॉइंट मेंः निकिता मर्डर केस की पूरी कहानी...
- 26 अक्टूबर को फरीदाबाद के बल्लभगढ़ के अग्रवाल कॉलेज में पेपर देकर लौट रही 21 साल की छात्रा निकिता की गोली मारकर हत्या कर दी गई। नूंह से कांग्रेस विधायक आफताब आलम के चचेरे भाई तौसीफ ने अपने दोस्त रेहान के साथ मिलकर सोमवार शाम 4 बजे घटना को अंजाम दिया।
- निकिता बी कॉम थर्ड ईयर की स्टूडेंट थी। पेपर देकर लौट रही निकिता को बीच रास्ते तौसीफ ने गाड़ी में खींचने की कोशिश की। इनकार करने पर तौसीफ ने उसे गोली मार दी। घटना के 5 घंटे बाद पुलिस ने तौसीफ और रेहान को गिरफ्तार कर लिया। दोनों दो दिन की पुलिस रिमांड पर हैं। बता दें, मुख्य आरोपी फिजियोथैरेपी का कोर्स कर रहा है।
- फरीदाबाद पुलिस की 10 टीम ने 5 घंटे में दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। आरोपी ने मोबाइल नंबर बंद नहीं किया था। वह लगातार कुछ लोगों के संपर्क में थे। इसलिइए पुलिस के राडार से वो बच नहीं पाया।
- बता दें, तौसीफ 12वीं तक निकिता के साथ ही पढ़ा था। वो निकिता पर दोस्ती और धर्म बदलने के लिए दबाव बनाता था। कहता था, मुस्लिम बन जाओ, हम शादी कर लेंगे। 2018 में वो एक बार निकिता को किडनैप कर चुका है।
- 3 अगस्त 2018 को तौसीफ ने 3-4 सहेलियों के साथ निकिता को जबरदस्ती कार में बैठाया था। कुछ दूरी पर सहेलियों को उतारकर निकिता को किडनैप कर ले गया था। सहेलियों और परिजनो ने पुलिस को निकिता के अपहरण की जानकारी दी थी। जिसके बाद पुलिस ने 2 घंटे में उसे बरामद कर लिया था।
- पुलिस कमिश्नर ओपी सिंह ने बताया, घटना की जांच के लिए एसीपी क्राइम अनिल कुमार की अगुवाई में एसआईटी गठित कर दी गई है।
- बता दें, तौसीफ का परिवार पॉलिटिकली स्ट्रॉन्ग है। दादा कबीर अहमद पूर्व विधायक जबकि चचेरे भाई आफताब आलम मेवात जिले की नूंह सीट से कांग्रेस विधायक हैं। इतना ही नहीं, आफताब के पिता खुर्शीद अहमद हरियाणा सरकार में मंत्री रह चुके हैं। चाचा जावेद अहमद बसपा से जुड़े हैं।
- निकिता के पिता मूलचंद तोमर 25 साल पहले यूपी के हापुड़ जिले से बल्लभगढ़ आए थे। निकिता भाई-बहनों में छोटी थी। बड़ा भाई नवीन सिविल सर्विस की तैयारी कर रहा है, जबकि निकिता सेना में भर्ती होना चाहती थी।