सार
निर्भया मामले में कोर्ट ने मंगलवार को डेथ वारंट जारी कर दिया। अब निर्भया को 7 साल बाद न्याय मिलता दिख रहा है। दक्षिण दिल्ली में चलती बस में 16-17 दिसंबर, 2012 की रात में 23 साल की निर्भया से 6 लोगों ने बर्बरता पूर्वक सामूहिक बलात्कार किया था और उसे बुरी तरह जख्मी हालत में सड़क पर फेंक दिया था।
नई दिल्ली. निर्भया मामले में कोर्ट ने मंगलवार को डेथ वारंट जारी कर दिया। अब निर्भया को 7 साल बाद न्याय मिलता दिख रहा है। दक्षिण दिल्ली में चलती बस में 16-17 दिसंबर, 2012 की रात में 23 साल की निर्भया से 6 लोगों ने बर्बरता पूर्वक सामूहिक बलात्कार किया था और उसे बुरी तरह जख्मी हालत में सड़क पर फेंक दिया था। निर्भया की 29 दिसंबर, 2012 को सिंगापुर में माउन्ट एलिजाबेथ अस्पताल में मौत हो गई थी। इस घटना को सात साल बीत गए।
ऐसे बीतते चले गए 7 साल...
2012
16 दिसंबर : 6 लोगों ने निर्भया के साथ रेप किया, इनमें एक नाबालिग था
2013
पुलिस ने चार्जशीट दाखिल की
11 मार्च- दोषी राम सिंह ने जेल में आत्महत्या की
31 अगस्त- नाबालिग को 3 साल सुधार गृह की सजा
13 सितंबर- चारों दोषियों को मौत की सजा
2014
13 मार्च- दिल्ली हाईकोर्ट ने मौत की सजा बरकरार रखी
3 अप्रैल 2016- सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई शुरू हुई
2017
5 मई- सुप्रीम कोर्ट ने फांसी की सजा बरकरार रखी
2018
जुलाई -SC ने तीन दोषियों की रिव्यू पिटीशन खारिज की
2019
8 नवंबर- दोषी विनय शर्मा ने दया याचिका लगाई
6 दिसंबर- गृह मंत्रालय ने खारिज करने की सिफारिश की
10 दिसंबर- चौथे दोषी ने रिव्यू पिटीशन दाखिल की
18 दिसंबर- SC ने याचिका खारिज की
2020
7 जनवरी: कोर्ट ने डेथ वारंट जारी किया।