सार
भारत ने अपनी सैन्य शक्तियों में और इजाफा किया है। ओडिशा के डॉ.एपीजे अब्दुल कलाम द्वीप पर से सोमवार को अग्नि सीरीज की परमाणु क्षमता संपन्न अग्नि-4 का सफल परीक्षण किया गया। इस मिसाइल को डीआरडीओ ने विकसित किया है।
नई दिल्ली। देश की सैन्य क्षमताओं में उल्लेखनीय वृद्धि सोमवार को हुई है। भारत ने अपना परमाणु सक्षम अग्नि- IV बैलिस्टिक मिसाइल (Agni-IV ballistic missile) का सफल परीक्षण कर लिया है। यह मिसाइल करीब 4 हजार किलोमीटर दूर तक लक्ष्य पर हमला कर सकती है। शाम को ओडिशा के डॉ.एपीजे अब्दुल कलाम द्वीप से मिसाइल का परीक्षण किया गया। परमाणु क्षमता वाली अग्नि- IV बैलिस्टिक मिसाइल, अग्नि सीरीज के चौथे पीढ़ी की मिसाइल है।
रक्षा मंत्रालय ने कहा कि परीक्षण सामरिक बल कमान के लिए किए गए नियमित उपयोगकर्ता प्रशिक्षण लॉन्च का एक हिस्सा था। यह परीक्षण मिनिमम प्रतिरोधक क्षमता रखने की भारतीय नीति के अनुरूप किया गया है। डॉ.एपीजे अब्दुल कलाम द्वीप (Dr.APJ Abdul Kalam Island) पर सोमवार की शाम करीब साढ़े सात बजे किए गए इस परीक्षण पर सरकार ने कहा कि लॉन्च ने सभी परिचालन मानकों के साथ-साथ सिस्टम की विश्वसनीयता को भी मान्य किया।
अग्नि मिसाइल्स सीरीज का चौथा एडिशन है यह
अग्नि- IV मिसाइलों की अग्नि श्रृंखला में चौथी है। इस मिसाइल को पहले अग्नि II प्राइम (Agni-2 Prime) के रूप में जाना जाता था। इस मिसाइल केा रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन यानि DRDO द्वारा विकसित किया गया था। पिछले साल, भारत ने परमाणु-सक्षम रणनीतिक अग्नि प्राइम मिसाइल का सफलतापूर्वक परीक्षण किया, जिसमें 1,000 से 2,000 किलोमीटर के बीच लक्ष्य को भेदने की क्षमता थी। दरअसल, भारत नई तकनीकों और क्षमताओं को अपनाकर अपने सामरिक मिसाइल शस्त्रागार को और मजबूत करने की प्रक्रिया में है।
नार्थ-ईस्ट भारत से चीन के किसी भी हिस्से को कर सकता है टारगेट
DRDO द्वारा विकसित किए गए Agni-IV ballistic missile को भारत के पूर्वोत्तर भाग से लांच कर चीन की मुख्य भूमि के किसी भी हिस्से को टारगेट किया जा सकता है। यह एक हल्के वजन की मिसाइल है जो चार हजार किलोमीटर तक के लक्ष्य को भेद सकती है।
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