सार
पैगंबर मोहम्मद पर निलंबित बीजेपी नेता नूपुर शर्मा (Nupur Sharma) की टिप्पणी को लेकर देश-दुनिया में विवाद जारी है। उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू(Vice President Venkaiah Naidu) के कतर दौरे के बीच यह मामला तूल पकड़ गया है। हालांकि भारत ने संयम बरते हुए उसे अपने तरीके से डील किया है।
नई दिल्ली. पैगंबर मोहम्मद पर निलंबित बीजेपी नेता नूपुर शर्मा (Nupur Sharma) की टिप्पणी को लेकर देश-दुनिया में विवाद जारी है। उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू(Vice President Venkaiah Naidu) के कतर दौरे के बीच यह मामला तूल पकड़ गया है। इस्लामी सहयोग का संगठन (OIC) ने अपने बयान में कहा कि भारत में मुसलमानों का टार्गेट किया जा रहा है। हालांकि भारत सरकार ने इसका करारा जवाब दिया। विदेश मंत्रालय ने कहा है कि इस तरह के बयान से OIC का विभाजनकारी एजेंडा सामने आया है। इधर, इस मामले में नूपुर शर्मा को जान से मारने की धमकियां मिलने पर दिल्ली पुलिस ने FIR दर्ज की है। पुलिस ने सोमवार को बताया कि मामले की जांच की जा रही है। पुलिस ने IPC की धारा 153 ए (धर्म, जाति, जन्म स्थान, निवास के आधार पर विभिन्न समूहों के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देना), 506 (आपराधिक धमकी), 507 (गुमनाम संचार द्वारा आपराधिक धमकी) 509 (शब्द, हावभाव या कार्य जिसका उद्देश्य किसी महिला की लज्जा का अपमान करना है) के तहत अज्ञात लोगों के खिलाफ FIR दर्ज की है। आइए जानते हैं इस विवाद की बड़ी बातें...
1. पैगंबर मोहम्मद पर भाजपा नेता नूपुर शर्मा और नवीन जिंदल के बयान पर खाड़ी देशों कतर, कुवैत और ईरान ने भारतीय राजदूतों को नोटिस जारी करके अपनी नाराजगी जताई है। कतर और कुवैत ने भारत सरकार से माफी की मांग तक कर डाली की। वहीं, OIC ने कहा कि भारत में मुस्लमानों के खिलाफ हिंसा बढ़ी है। हिजाब के बैन के साथ मुस्लिमों पर लगाए जा रहे हैं।
2. कतर की राजधानी दोहा में भारतीय दूत को विदेश मंत्रालय में बुलाया गया और एक आधिकारिक विरोध पत्र सौंपा गया। इसमें लिखा है कि कतर भारत सरकार से इन बयानों की तत्काल निंदा करने और माफी मांगने की उम्मीद करता है। यह बयान ऐसे समय में आया है, जब उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू व्यापार को बढ़ावा देने के लिए इस अमीर खाड़ी राज्य के हाई-प्रोफाइल दौरे पर हैं।
3. कुवैत ने भारत के राजदूत को तलब किया और इस तरह के बयानों के लिए सार्वजनिक माफी की मांग की। हालांकि प्रवक्ता नूपुर शर्मा को पार्टी से 6 साल के लिए निलंबित करने के बाद सऊदी अरब और बहरीन ने इस फैसले का स्वागत किया है।
4. भारत में अल्पसंख्यकों की स्थिति को लेकर पाकिस्तान ने भी विवाद खड़ा करने की कोशिश की है। इस मामले को लेकर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री के tweet और उसके विदेश मंत्रालय के बयान पर भारतीय विदेश मंत्रालय के ऑफिसियल स्पोकपर्सन अरिंदम बागची ने कहा-"दुनिया पाकिस्तान द्वारा हिंदुओं, सिखों, ईसाइयों और अहमदियों सहित अल्पसंख्यकों के व्यवस्थित उत्पीड़न की गवाह रही है। भारत सरकार सभी धर्मों को सर्वोच्च सम्मान देती है। यह पाकिस्तान के बिल्कुल विपरीत है, जहां कट्टरपंथियों की प्रशंसा की जाती है और उनके सम्मान में स्मारक बनाए जाते हैं। हम पाकिस्तान से आह्वान करते हैं कि वह खतरनाक दुष्प्रचार करने और भारत में सांप्रदायिक वैमनस्य पैदा करने की कोशिश करने के बजाय अपने अल्पसंख्यक समुदायों की सुरक्षा, सुरक्षा और कल्याण पर ध्यान केंद्रित करे।"
5. पैगम्बर मोहम्मद (Paigambar Mohamamd) पर टिप्पणी के मामले में AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) ने नुपुर शर्मा (Nupur Sharma) की गिरफ्तारी की मांग उठाई है। ओवैसी ने कहा कि पीएम मोदी (PM Modi) मुसलमानों की बात नहीं सुनते हैं। ओवैसी ने बीजेपी पर भारत के मुसलमानों को अपमानित करने का आरोप लगाया है।
खाड़ी देशों में काम करते हैं 76 लाख भारतीय
बता दें कि भारत और खाड़ी देशों के बीच ऐतिहासिक रिश्ते रहे हैं। इनमें लगातार मजबूती आ रही है। भारत 52.7% ऑयल एक बहुत बड़ा हिस्सा इन्हीं खाड़ी देशों से इंपोर्ट करता है। विदेश मंत्रालय के डेटा के अनुसार, मीडिल ईस्ट के देशों में लगभग 76 लाख भारतीय काम करते हैं। चूंकि कोरोना काल में अर्थव्यवस्था पर बुरा असर पड़ा, ऐसे में इस मामले को तूल न देने पर जोर दिया जा रहा है।
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