सार

ऑपरेशन कावेरी (Operation Kaveri) के तहत वायुसेना के C-130J विमान ने पोर्ट सूडान पर लैंडिंग की है। नौसेना का युद्धपोत आईएनएस तेग भारतीयों के लिए आवश्यक राहत सामग्री लेकर पोर्ट सूडान पहुंचा है।

खार्तूम। सूडान में सेना और अर्थसैनिक बल के बीच लड़ाई (Sudan Crisis) चल रही है। इसके चलते करीब तीन हजार भारतीय फंस गए हैं। इन्हें सुरक्षित निकालने के लिए भारत सरकार द्वारा ऑपरेशन कावेरी (Operation Kaveri) चलाया जा रहा है।

ऑपरेशन कावेरी (Operation Kaveri) के तहत भारतीय वायुसेना भी एक्शन में है। वायुसेना के C-130J विमान ने पोर्ट सूडान पर लैंड किया है। इस विमान को सुपर हरक्यूलिस भी कहा जाता है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने मंगलवार को ट्वीट कर बताया कि वायु सेना का विमान पोर्ट सूडान पर उतरा है। इससे पहले मंगलवार को सूडान में फंसे 278 भारतीयों के पहले बैच को भारतीय नौसेना के युद्धपोत आईएनएस सुमेधा से निकाला गया।

 

 

इंटरनेशनल इंडियन स्कूल जेद्दाह में शुरू की गई है ट्रांजिट सुविधा
केंद्रीय विदेश राज्य मंत्री वी मुरलीधरन ने मंगलवार को इंटरनेशनल इंडियन स्कूल जेद्दाह में ट्रांजिट सुविधा का निरीक्षण किया। यहां सूडान से निकाले गए भारतीयों को भारत भेजने से पहले थोड़े वक्त के लिए रखा जाएगा। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने सोमवार को जानकारी दी थी कि युद्धग्रस्त सूडान से अपने नागरिकों को निकालने के लिए सरकार 'ऑपरेशन कावेरी' शुरू कर रही है।

राहत सामग्री लेकर पोर्ट सूडान पहुंचा आईएनएस तेग
करीब 500 भारतीय पोर्ट सूडान पहुंच गए हैं। भारतीय नौसेना का युद्धपोत आईएनएस तेग मंगलवार को ऑपरेशन कावेरी में शामिल हुआ। यह भारतीयों के लिए आवश्यक राहत सामग्री लेकर पोर्ट सूडान पहुंचा है। आईएनएस तेग भारतीय नौसेना का तलवार-श्रेणी का चौथा फ्रिगेट है।

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अमेरिका और सऊदी अरब की मध्यस्थता से हुआ है 72 घंटे का संघर्ष विराम
गौरतलब है कि सूडान में सत्ता पर कब्जे के लिए सेना और अर्थसैनिक बल के बीच संघर्ष हो रहा है। अमेरिका और सऊदी अरब की मध्यस्थता के बाद सोमवार को दोनों गुट 72 घंटे के लिए संघर्ष विराम लागू करने पर सहमत हुए हैं। हालांकि इसके बाद भी मंगलवार को गोलीबारी की घटनाएं होने की खबरें आईं हैं। युद्धविराम के दौरान सूडान में फंसे भारतीयों को तेजी से निकालने का काम जारी है।