सार
देश के तमाम शहर 5G का इंतजार कर रहे हैं, लेकिन देश की 1.70 लाख ग्राम पंचायतें अभी भी 2G के जमाने में हैं। हाईस्पीड तो क्या इंटरनेट कनेक्टिविटी सपने जैसी है। लेकिन कुछ समय बाद ये गांव भी 4G की स्पीड से दौड़ेंगे। मोदी सरकार भारत नेट की योजना पर तेजी से काम कर रही है।
नई दिल्ली। देश के जिन गांवों में इंटरनेट कनेक्टिविटी (internet connectivity) कमजोर है, उन गांवों में भी जल्द हाई स्पीड इंटरनेट (High Speed internet service) सुविधा मिलेगी। ऐसे गांवों के लिए केंद्र की मोदी सरकार (Modi Government) तेजी से काम कर रही है। भारत नेट सेवा (Bharat Net service) का विस्तार ऐसे ही गांवों के लिए हो रहा है, जो 4जी के जमाने में 2जी इंटरनेट तक सीमित हैं। इस सुविधा के बाद से ये गांव भी 4जी की स्पीड से दौड़ने लगेंगे।
दरअसल, भारत भारत नेट सेवा का तेजी से विस्तार कर रही है। इस सेवा के जरिये उन गांवों को भी हाईस्पीड इंटरनेट से जोड़ा जाना है, जो गांव अभी तक इंटरनेट सेवाओं से अछूते हैं। सरकार के मुताबिक इसका पूरा खाका तैयार कर लिया गया है। बहुत जल्द देश की 1.7 लाख से अधिक ग्राम पंचायतों में ब्रॉड सेवाएं शुरू हो जाएंगी।
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अभी तक 5.5 लाख ग्रामीणों तक ही ब्रॉडबैंड सेवा
संचार राज्य मंत्री देव्युसिंह चौहान ने बताया कि वर्ष 2011 की जनगणना के अनुसार देश में 5,97,618 गांव हैं। लेकिन 5,58,537 गांवों में ही मोबाइल और वॉयरलेस ब्रॉडबैंड की सुविधा मिल रही है। बाकी के गांवों में अभी भी इंटरनेट सुविधाएं नहीं पहुंच रही हैं। ऐसे ही सुदूर क्षेत्रों के गांवों को ध्यान में रखते हुए भारत नेट सेवा तैयार की गई है। इस सेवा के जरिये देश के 1,72,361 गांवों को हाईस्पीड इंटरनेट सुविधा मुहैया कराई जाएगी।
मणिपुर, मिजोरम, मध्यप्रदेश जैसे 16 राज्यों को फायदा
केंद्र सरकार ने पीपीपी मोड के तहत राजस्थान, हिमाचल प्रदेश, मध्य प्रदेश, केरल, कर्नाटक, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, नागालैंड, पश्चिम बंगाल, असम, राजस्थान, मणिपुर, मिजोरम सहित 16 राज्यों में भारतनेट के तहत काम शुरू किया है। इनमें से ज्यादातर राज्यों में यह कार्य पूरा हो चुका है, जिससे इन प्रदेशों में रहने वाले ग्रामीण भारतनेट के तहत हाईस्पीड इंटरनेट सुविधा का लाभ ले रहें हैं।
शिक्षा से व्यापार तक फायदा देगा हाईस्पीड इंटरनेट
आज के डिजिटल युग में ग्रामीण क्षेत्र में रहने वाले विद्यार्थी, व्यापारी व युवाओं को इंटरनेट सुविधा न होने से शहरों की ओर भागना पड़ता है, लेकिन भारतनेट सेवा शुरू होने के बाद अब गांवों में रहने वाले ग्रामीणों को जानकारी, नौकरी व व्यापार की जानकारी को लेकर परेशान नहीं होना पड़ेगा। उन्हें गांव में ही बेहतर हाइस्पीड डाटा उपलब्ध होगा, जिससे वे गांव में बैठकर देश व दुनिया से आसानी से जुड़ सकेंगे। 15 अगस्त 2020 को लाल किले की प्राचीर से पीएम मोदी ने घोषणा की थी। उन्होंने कहा था कि 1000 दिन में 6 लाख गांवों में भारत नेट के माध्यम से ऑप्टिकल फाइबर ब्रॉडबैंड लाएंगे।
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