सार

कोरोना ने मार्च में कोहराम मचाना शुरू किया। कोविड की वजह से देश के विभिन्न शहरों में ऑक्सीजन की मांग अचानक से बढ़ गई। ऑक्सीजन की कमी से लोगों की जान जाने लगी। कई राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने केन्द्र सरकार को पत्र लिखकर जल्द ऑक्सीजन की सप्लाई करने की मांग की थी। इस पर केंद्र सरकार और रेलवे ने 19 अप्रैल से ऑक्सीजन की ढुलाई के लिए विशेष रेलगाड़ी चलाने का निर्णय लिया। 

नई दिल्ली। कोविड 19 से देश में बिगड़े हालात से उबारने के लिए भारतीय सेना और इंडियन रेलवे के प्रयासों को कभी भुलाया नहीं जा सकता। रेलवे की अब तक 100 ऑक्सीजन एक्सप्रेस ट्रेनें देश के विभिन्न हिस्सों में 6,290 टन ऑक्सीजन पहुंचा चुकी हैं। अभी यह यात्रा जारी है। 

टैंकरों के जरिये देश भर में पहुंचा ऑक्सीजन

रेलवे के अनुसार मंगलवार को ऑक्सीजन एक्सप्रेस ने 800 टन ऑक्सीजन पहुंचाया। इसी के साथ ऑक्सीजन एक्सप्रेस की 100वीं यात्रा पूरी हुई। 19 अप्रैल से अब तक इन ट्रेनों ने 396 टैंकरों के जरिये करीब 6,290 टन ऑक्सीजन पहुंचाई है।

इन राज्यों तक पहुंचाया लाइफ सेवर ऑक्सीजन

ऑक्सीजन एक्सप्रेस से देश के विभिन्न राज्यों को ऑक्सीजन पहुंचाने का काम किया गया। महाराष्ट्र को 407 टन, UP को 1,680 टन, मध्य प्रदेश को 360 टन, हरियाणा को 939 टन, तेलंगाना को 123 टन, राजस्थान को 40 टन, कर्नाटक को 120 टन और दिल्ली को सर्वाधिक 2,404 टन ऑक्सीजन पहुंचाई गई है। इसी तरह टाटानगर से 120 टन ऑक्सीजन लेकर एक ट्रेन उत्तराखंड और दूसरी ट्रेन ओडिशा के अंगुल से 40 टन ऑक्सीजन लेकर पुणे पहुंच चुकी हैं। 

19 अप्रैल को चली थी पहली ऑक्सीजन ट्रेन

कोरोना ने मार्च में कोहराम मचाना शुरू किया। कोविड की वजह से देश के विभिन्न शहरों में ऑक्सीजन की मांग अचानक से बढ़ गई। ऑक्सीजन की कमी से लोगों की जान जाने लगी। कई राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने केन्द्र सरकार को पत्र लिखकर जल्द ऑक्सीजन की सप्लाई करने की मांग की थी। इस पर केंद्र सरकार और रेलवे ने 19 अप्रैल से ऑक्सीजन की ढुलाई के लिए विशेष ट्रेन चलाने का निर्णय लिया। ऑक्सीजन एक्सप्रेस ट्रेन ने ग्रीन कॉरिडोर के जरिए शुरुआत में महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, गुजरात, दिल्ली और उत्तर प्रदेश राज्‍य में ऑक्सीजन की सप्लाई शुरू की। धीरे-धीरे देश के हर कोने तक ऑक्सीजन एक्सप्रेस ऑक्सीजन पहुंचा रही है। 

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