प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार शाम दशहरा पर दिल्ली के द्वारका में रावण दहन कार्यक्रम देखने पहुंचे। हालांकि, इससे पहले भारत के प्रधानमंत्री रामलीला मैदान पर होने वाले दहन में हिस्सा लेने पहुंचते थे।

नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार शाम दशहरा पर दिल्ली के द्वारका में रावण दहन कार्यक्रम देखने पहुंचे। हालांकि, इससे पहले भारत के प्रधानमंत्री रामलीला मैदान पर होने वाले दहन में हिस्सा लेने पहुंचते थे। इस बार पीएम मोदी ने परंपरा को तोड़कर द्वारका के सेक्टर 10 में रावण दहन कार्यक्रम में हिस्सा लिया। उन्होंने यहां 107 फीट के रावण के पुतले का दहन किया।

इस दौरान पीएम ने कहा, ''आप सबको विजयादशमी की शुभकामनाएं। भारत उत्सवों की भूमि है। शायद ही 365 दिन में कोई दिन बचा होगा, जहां देश के किसी ना किसी कोने में उत्सव ना मनाया जाता हो। ये जीवन अनेक पौराणिक कथाओं से जुड़ा हुआ है। इन सबके चलते भारत में उत्सवों की भी संस्कार का, शिक्षा का और सामूहिक जीवन का निरंतर प्रशिक्षण है। उत्सव हमें जोड़ते भी हैं, हमें मोड़ते भी हैं। उत्सव उमंग भी भरते हैं, उत्साह भी भरते हैं और नए-नए सपनों को सजने का सामर्थ्य भी देते हैं।''

'उत्सव की वजह से ही भारत में रोबोट नहीं इंसान पैदा होते हैं'
उत्सव के साथ एक प्रतिभा को निखारने का, प्रतिभा को पुरस्कृत करने का निरंतर प्रयास चला है। कला हो गान हो या नृत्य हो हर प्रकार की कला उत्सवों के साथ जुड़ी है। इसी कला साधने के कारण भारतीय परंपरा में रोबोट पैदा नहीं होते बल्कि जीते जागते इंसान पैदा होते हैं। 

पीएम मोदी के साथ दिल्ली भाजपा अध्यक्ष मनोज तिवारी और सासंद प्रवेश वर्मा भी मौजूद रहे। उधर, कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी लाल किले पर रावण दहन देखने पहुंचीं।

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उपराष्ट्रपति और पूर्व पीएम ने भी लिया हिस्सा

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दिल्ली सीएम केजरीवाल ने किया रावण दहन 

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