सार
अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम भारत का कई दशकों से वांटेड है। दाऊद का ठिकाना पाकिस्तान है। कई ग्लोबल एजेंसियों ने भी दाऊद इब्राहिम का पाकिस्तान ही ठिकाना बताया है लेकिन पाकिस्तानी एजेंसियां व जिम्मेदार लगातार इसको खारिज कर रहे हैं। उधर, 26/11 के मुंबई हमलों का मास्टरमाइंड हाफिज सईद भी इंडिया का मोस्ट वांटेड है जिसे पाकिस्तान ने सुरक्षा और सुविधाएं दे रखी है।
Pakistan on Dawood hand overing to India: पाकिस्तान को मंगलवार को इंटरपोल की मीटिंग में शर्मसार होना पड़ा। वैश्विक मंच पर अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम और मुंबई हमलों के मास्टरमाइंड हाफिज सईद को संरक्षण को लेकर पाकिस्तान की खूब किरकिरी हुई है। आलम यह कि डॉन दाऊद इब्राहिम को भारत सौंपे जाने के सवाल पर पाकिस्तान के जिम्मेदार को मुंह छुपाना पड़ा। इंटरपोल की आमसभा में नई दिल्ली आए FIA के डीजी मोहसिन बट, आतंकियों के प्रत्यर्पण के सवालों से बचते रहे।
चुपचाप आगे बढ़ते रहे पाकिस्तान सुरक्षा चीफ
दरअसल, अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम भारत का कई दशकों से वांटेड है। दाऊद का ठिकाना पाकिस्तान है। कई ग्लोबल एजेंसियों ने भी दाऊद इब्राहिम का पाकिस्तान ही ठिकाना बताया है लेकिन पाकिस्तानी एजेंसियां व जिम्मेदार लगातार इसको खारिज कर रहे हैं। उधर, 26/11 के मुंबई हमलों का मास्टरमाइंड हाफिज सईद भी इंडिया का मोस्ट वांटेड है जिसे पाकिस्तान ने सुरक्षा और सुविधाएं दे रखी है।
मंगलवार को इंटरपोल की आमसभा का आयोजन नई दिल्ली में आयोजित था। इसमें पाकिस्तान का भी डेलीगेशन पहुंचा हुआ है। संघीय जांच एजेंसी के महानिदेशक मोहसिन बट भी इस्लामाबाद से पहुंचे हैं। इस दौरान दाऊद और हाफिज सईद लेकर जब सवाल किए गए तो वह टिप्पणी से इनकार करते दिख। वह सवालों से भागते रहे। उनसे पूछा गया कि क्या पाकिस्तान दाऊद इब्राहिम और लश्कर-ए-तैयबा के प्रमुख हाफिज सईद को भारत को सौंपेगा। उन्होंने इस पर चुप रहने को कहा।
195 देशों के पुलिस अधिकारी, सुरक्षा प्रमुख शामिल
जनरल असेंबली, इंटरपोल की सुप्रीम गवर्निंग बॉडी है। इसके कामकाज से संबंधित महत्वपूर्ण निर्णय लेने के लिए वर्ष में एक बार मीटिंग होती है। चार दिवसीय कार्यक्रम शुक्रवार तक चलेगा। इसमें 195 इंटरपोल सदस्य देशों के प्रतिनिधिमंडल शामिल होंगे। इसमें कई देशों के मंत्री, देशों के पुलिस प्रमुख, राष्ट्रीय केंद्रीय ब्यूरो के प्रमुख और वरिष्ठ पुलिस अधिकारी शामिल होंगे। भारत में लगभग 25 वर्षों के अंतराल के बाद इंटरपोल महासभा की बैठक हो रही है। पिछली बार भारत में यह आयोजन 1997 में हुई थी।