सार

सांसद का मानसून सत्र गुरुवार से शुरू है। मणिपुर हिंसा और राज्य में दो महिलाओं का न्यूड परेड कराने का वीडियो वायरल होने के बाद लगातार संसद के दोनों सदनों में चर्चा कराने को लेकर हंगामा हो रहा है। 

Parliament Mansoon session: संसद के मानसून सत्र के पांचवें दिन बुधवार को विपक्षी दल अविश्वास प्रस्ताव लाने जा रहे हैं। मणिपुर हिंसा सहित कई मुद्दों को लेकर संसद के दोनों सदनों में कामकाज लगातार बाधित है। कुछ मिनटों की नारेबाजी और हंगामा के बाद सदन बार-बार स्थगित किया जा रहा है। विपक्ष मणिपुर मुद्दे को लेकर चर्चा कराने की मांग के साथ पीएम मोदी का सदन में वक्तव्य के लिए अड़ा हुआ है।

मंगलवार को चौथे दिन सदन शुरू हुआ लेकिन मणिपुर मुद्दे को लेकर कई बार सदन स्थगित करना पड़ा। लोकसभा और राज्यसभा की कार्यवाही मंगलवार को जैसे ही शुरू हुई, विपक्ष ने नारेबाजी शुरू करते हुए मणिपुर को लेकर हंगामा शुरू कर दिया। स्पीकर ने तीन मिनट में ही दो बजे तक लोकसभा को स्थगित कर दिया। दो बजे जब लोकसभा की कार्यवाही फिर शुरू हुई तो सांसदों ने सदन में नारेबाजी की। इंडिया फॉर मणिपुर के पोस्टर दिखाए। अध्यक्ष ने लोकसभा दोबारा 5 बजे तक के लिए स्थगित की गई। शाम पांच बजे जब कार्यवाही पुन: शुरू हुई तो सहकारिता मंत्री अमित शाह सरकार की उपलब्धियां गिनाते रहे और खेती-किसानी व सहकारिता पर बोलते रहे। हालांकि, विपक्ष मणिपुर मुद्दे को लेकर लगातार नारेबाजी और चर्चा की डिमांड करता रहा।

राज्यसभा का भी यही हाल था। पहले कार्यवाही 12 बजे तक स्थगित हुई, फिर दो बजे तक स्थगित हुई। मणिपुर हिंसा को लेकर कांग्रेस और आप ने स्थगन प्रस्ताव लाया। राज्यसभा जब तीसरी बार दो बजे शुरू हुई तो फिर विपक्ष ने मणिपुर मुद्दे पर बहस करने की मांग की। लेकिन दो घंटे तक चली कार्यवाही में संविधान (अनुसूचित जनजाति) आदेश (पांचवां संशोधन) विधेयक 2022 पारित हुआ। इसके बाद सदन को कल तक के लिए स्थगित कर दिया गया।

केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने लिखा लेटर

उधर, सदन में गतिरोध को हल करने के लिए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने विपक्ष को पत्र लिखा है। उन्होंने लेटर में कहा कि सरकार मणिपुर के मुद्दे पर चर्चा के लिए तैयार है और पार्टी लाइन से ऊपर उठकर सभी पार्टियों से सहयोग चाहती है। मुझे उम्मीद है कि सभी पार्टियां इस महत्वपूर्ण मुद्दे को सुलझाने में सहयोग करेंगी।

हंगामा के बीच पास हुआ एक विधेयक

सदन में भारी हंगामा के बीच मंगलवार को बहु-राज्य सहकारी सोसायटी (संशोधन) विधेयक ध्वनि मत से पारित हो गया। विधेयक पेश करते समय विपक्षी सदस्यों की नारेबाजी के बीच शाह ने कहा कि जो लोग नारे लगा रहे हैं, उन्हें न तो सहयोग में रुचि है, न ही सहकारी समितियों में, न ही दलितों में और न ही महिला कल्याण में।

खड़गे का माइक बंद कर दिया

राज्यसभा सदस्य और तृणमूल सांसद डेरेक ओ ब्रायन ने ट्वीट किया कि विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे का माइक बंद कर दिया गया है। उनके ट्वीट में लिखा कि INDIA की हर पार्टी ने विरोध में वॉकआउट किया।

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