कांग्रेस नेता गौरव गोगोई ने लोकसभा में 'ऑपरेशन सिंदूर' पर चर्चा के दौरान केंद्र सरकार से पूछा- 100 दिन बीत गए, पहलगाम हमले के आतंकी कहां हैं? ऑपरेशन में कितने फाइटर जेट्स गिरे और पाकिस्तान के कब्जे वाला इलाका क्यों नहीं छीना गया।

Pahalgam Terror Attack: लोकसभा में सोमवार को 'ऑपरेशन सिंदूर' पर चर्चा के दौरान कांग्रेस नेता गौरव गोगोई (Gaurav Gogoi) ने केंद्र सरकार पर तीखा हमला बोला। उन्होंने पूछा कि आखिरकार पहलगाम हमले की जिम्मेदारी कौन लेगा। जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल या देश के गृह मंत्री? 22 अप्रैल को हुए पहलगाम आतंकी हमले (Pahalgam Terror Attack) को 100 दिन हो चुके हैं लेकिन अब तक उन 5 आतंकियों को गिरफ्तार नहीं किया गया जिन्होंने 26 निर्दोष लोगों की जान ली जिनमें ज्यादातर पर्यटक थे। पूछा कि जब पाकिस्तान झुका तो अपना पीओके क्यों नहीं लिया? किसके दबाव में छोड़ा गया।

यह भी पढ़ें: Operation Sindoor में कितने भारतीय विमान गिरे? रक्षा मंत्री ने विपक्ष को दिया करारा जवाब

हमले की जिम्मेदारी कौन लेगा?

आखिरकार, पहलगाम हमले की ज़िम्मेदारी कौन लेता है? जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल। अगर किसी को ज़िम्मेदारी लेनी है, तो वह केंद्रीय गृह मंत्री हैं। केंद्रीय गृह मंत्री और केंद्र सरकार उपराज्यपाल के पीछे नहीं छिप सकते... सरकार इतनी कमज़ोर और कायर है कि उसने कहा कि टूर ऑपरेटर लोगों को उनकी अनुमति या लाइसेंस के बिना बैसारन ले जाने के लिए ज़िम्मेदार हैं... प्रधानमंत्री मोदी सऊदी अरब से वापस आ गए, लेकिन उन्होंने पहलगाम का दौरा नहीं किया। उन्होंने एक सरकारी कार्यक्रम में भाग लिया और बिहार में एक राजनीतिक रैली को संबोधित किया। अगर कोई पहलगाम गया, तो वह हमारे नेता राहुल गांधी थे। कांग्रेस नेता गौरव गोगोई, संसद में ऑपरेशन सिंदूर डिबेट के दौरान

'सैटेलाइट, ड्रोन, पेगासस सब है, फिर भी नाकामी क्यों?'

गोगोई ने सवाल किया कि इतने अत्याधुनिक संसाधनों ड्रोन, पेगासस, सैटेलाइट, CRPF, BSF, CISF के बावजूद भी सरकार अब तक हमलावरों का पता क्यों नहीं लगा पाई। लगभग 1 एम्बुलेंस को बैसरन पहुंचने में, जहां हमला हुआ था, एक घंटा लग गया। सेना पैदल आई। मैं वो दृश्य कभी नहीं भूल सकता जब एक मां और उसकी बेटी ने एक भारतीय सैनिक को देखा; वे रोने लगीं। उन्हें लगा कि बैसरन में लोगों की हत्या करने वाला सैनिक की वर्दी पहने आतंकवादी उनका इंतज़ार कर रहा है। उस सैनिक को कहना पड़ा कि वह भारतीय है और आप सुरक्षित हैं, वहां के लोगों में इसी तरह का आतंक था। राजनाथ जी, आपको इस आतंक पर एक शब्द भी बोलना चाहिए था।

यह भी पढ़ें: Monsoon Session: 'ऑपरेशन सिंदूर में मारे गए 100 से अधिक आतंकी, असली आंकड़ा तो...', राजनाथ सिंह की बात सुन खुश हुए सांसद

'पाक झुका था, तो PoJK क्यों नहीं लिया?'

गौरव गोगोई ने सरकार से पूछा कि जब पाकिस्तान घुटनों के बल आ गया था, तब ऑपरेशन सिंदूर को बीच में क्यों रोका गया? उन्होंने कहा कि अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) ने 26 बार कहा कि उन्होंने भारत-पाकिस्तान के बीच संघर्ष रुकवाया। तो क्या भारत ने विदेशी दबाव में ऑपरेशन रोका?

पूरा देश और विपक्ष, प्रधानमंत्री मोदी का समर्थन कर रहे थे। अचानक, 10 मई को, हमें पता चला कि युद्धविराम हो गया है। क्यों? हम प्रधानमंत्री मोदी से जानना चाहते थे कि अगर पाकिस्तान घुटने टेकने को तैयार था, तो आप क्यों रुके, और आपने किसके सामने आत्मसमर्पण किया? अमेरिकी राष्ट्रपति ने यह बात 26 बार कही है कि उन्होंने भारत और पाकिस्तान को युद्धविराम की घोषणा करने के लिए मजबूर किया। गौरव गोगोई, कांग्रेस सांसद

'जवानों को भी सच्चाई बताइए'

गोगोई ने रक्षामंत्री राजनाथ सिंह से सवाल किया, कितने फाइटर जेट्स हमने खोए? सच्चाई जनता को ही नहीं, जवानों को भी बताई जानी चाहिए।

'26 मौतें हुईं, आतंकवादी कैसे पहुंचे?'

उन्होंने यह भी सवाल किया कि आखिरकार पाकिस्तान से आतंकी पहलगाम तक कैसे पहुंचे? गोगोई ने कहा कि रक्षामंत्री ने अपने भाषण में इस बात का कोई उल्लेख नहीं किया।

ऑपरेशन सिंदूर: पाकिस्तान और PoJK में टारगेटेड स्ट्राइक्स

भारत ने ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoJK) में आतंकी ठिकानों पर सटीक हमले किए थे। इसके बाद भारत ने पाकिस्तानी आक्रामकता का मुंहतोड़ जवाब देते हुए उनके एयरबेस भी निशाना बनाए।