सार

शीतकालीन सत्र के आखिरी दिन संसद में बाबा साहेब आंबेडकर के मुद्दे पर भाजपा और कांग्रेस के बीच तीखी नोकझोंक हुई। सत्र हंगामेदार रहा, 'एक देश, एक चुनाव' विधेयक चर्चा का केंद्र रहा।

नई दिल्ली। शीतकालीन सत्र के आखिरी दिन शुक्रवार को बाबा साहेब भीम राव अंबेडकर के अपमान के मुद्दे पर भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए और कांग्रेस के नेतृत्व वाले इंडिया ब्लॉक के सांसदों ने विरोध प्रदर्शन किया। सदन की कार्यवाही शुरू होने से पहले सांसद संसद परिसर में बैनर पोस्टर लिए विरोध प्रदर्शन करते नजर आए। संसद का शीतकालीन सत्र हंगामेदार रहा है। इस दौरान सदन में कामकाज से ज्यादा नारेबाजी और हंगामा हुआ।

संसद के शीतकालीन सत्र की 10 मुख्य बातें

1- शीतकालीन सत्र की शुरुआत 25 नवंबर को हुई थी। पहले दिन से कांग्रेस ने गौतम अडानी पर अमेरिका में लगाए गए रिश्वतखोरी के आरोपों पर चर्चा की मांग को लेकर हंगामा किया। जवाब में भाजपा ने सोनिया गांधी और जॉर्ज सोरोस के संगठन के साथ संबंधों का मुद्दा उठाया।

2. सत्र का मुख्य आकर्षण 'एक देश, एक चुनाव' विधेयक था। इसे लोकसभा में पेश किया गया। इस विधेयक को आगे की जांच के लिए संयुक्त संसदीय समिति को भेजा गया है। विपक्ष ने इसका कड़ा विरोध किया है।

3. विपक्ष ने राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ के खिलाफ पक्षपातपूर्ण व्यवहार का आरोप लगाकर अविश्वास प्रस्ताव पेश किया था। प्रस्ताव को खारिज कर दिया गया।

 

 

4. संसद में संविधान पर चर्चा की गई। इस दौरान पक्ष और विपक्ष के बीच तीखी बहस देखने को मिली। अंबेडकर पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के बयान से बड़ा विवाद खड़ा हो गया। विपक्ष ने सरकार पर अंबेडकर का अपमान करने का आरोप लगाया। भाजपा ने पलटवार करते हुए कहा कि कांग्रेस ने कभी अंबेडकर को सम्मान नहीं दिया। भाजपा उनके बताए आदर्शों पर चलती है।

5. कांग्रेस ने अमित शाह के खिलाफ संसद के अंदर और बाहर विरोध किया है। उनके इस्तीफे की मांग की है। जवाब में भाजपा ने कहा है कि कांग्रेस ने वीडियो से छेड़छाड़ किया और शेयर किया।

6. प्रियंका गांधी ने केरल के वायनाड से सांसद के रूप में शपथ ली। उन्होंने संविधान को अपनाने की 75वीं वर्षगांठ पर बहस के दौरान संसद में अपना पहला भाषण दिया।

7. भाजपा ने सोनिया गांधी और जॉर्ज सोरोस के संगठन के संबंधों पर सवाल उठाया। भाजपा ने दावा किया कि ये संगठन भारत को अस्थिर करने की कोशिश कर रहे हैं।

 

 

8. गुरुवार को भाजपा और कांग्रेस के सांसद आमने-सामने आ गए। दोनों पक्षों ने एक-दूसरे पर बीआर अंबेडकर का अपमान करने का आरोप लगाया। झड़प के दौरान भाजपा का एक सांसद घायल हो गया। पार्टी ने आरोप लगाया कि राहुल गांधी ने धक्का दिया। कांग्रेस प्रमुख मल्लिकार्जुन खड़गे ने भी भाजपा सांसदों पर उन्हें धक्का देने का आरोप लगाया है।

 

 

9. भाजपा की महिला सांसद ने राहुल गांधी पर उनके बहुत करीब खड़े होकर दुर्व्यवहार करने का आरोप लगाया। भाजपा ने राहुल गांधी के खिलाफ उनके सांसदों पर हमला करने और उन्हें घायल करने का आरोप लगाते हुए शिकायत दर्ज कराई है।

10. मस्जिदों और मुस्लिम बंदोबस्तों के प्रबंधन में सुधार लाने के उद्देश्य से वक्फ संशोधन विधेयक को शीतकालीन सत्र के दौरान पारित किए जाने की उम्मीद थी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। यह अभी भी संयुक्त संसदीय समिति के पास विचाराधीन है।

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