सार

कोरोना महामारी से निपटने के लिए दवा और वैक्सीन बनाने पर रिसर्च जारी है। इस बीच फॉर्मास्यूटिकल कंपनी जायडस कैडिला ने कोरोना मरीजों के इलाज के लिए रेमडेसिविर दवा भारतीय बाजार में उतार दी। इस दवा का नाम रेमडेक है। 100 मिलीग्राम की शीशी 2800 रुपए में मिलेगी। कंपनी ने बताया कि दवा सरकारी और निजी अस्पतालों में ही मिलेगी। 

नई दिल्ली. कोरोना महामारी से निपटने के लिए दवा और वैक्सीन बनाने पर रिसर्च जारी है। इस बीच फॉर्मास्यूटिकल कंपनी जायडस कैडिला ने कोरोना मरीजों के इलाज के लिए रेमडेसिविर दवा भारतीय बाजार में उतार दी। इस दवा का नाम रेमडेक है। 100 मिलीग्राम की शीशी 2800 रुपए में मिलेगी। कंपनी ने बताया कि दवा सरकारी और निजी अस्पतालों में ही मिलेगी। 

पांच कंपनियों ने लॉन्च की एंटीवायरल दवा
देश में जायडस पांचवीं कंपनी है जिसने एंटीवायरल दवा लॉन्च की। इससे पहले फार्मा कंपनी हेटेरो लैब्स, सिप्ला, मायलन एनवी और जुबिलेंट लाइव साइंसेस ने यह दवा बाजार में उतारी है। 

सबसे सस्ती दवा का दावा
कैडिला हेल्थकेयर के प्रबंध निदेशक ने कहा, रेमडेक सबसे सस्ती दवा है। हम चाहते हैं कि दवा ज्यादा से ज्यादा मरीजों तक पहुंचे। भारत में कोरोना के 24 लाख से ज्यादा केस आ चुके हैं। इसमें से पिछले 24 घंटे में 67 हजार से ज्यादा केस सामने आए। 

क्या रूस ने कोरोना वैक्सीन बना ली है?
रूस तो ऐसा ही दावा कर रहा है। हालांकि वैक्सीन को लेकर बहुत सारे सवाल उठ रहे हैं। मसलन, वैक्सीन को लेकर सिर्फ 38 लोगों पर टेस्ट किया गया। वहीं वैक्सीन की क्लिनिकल स्टडी नहीं हुई है। सिर्फ 42 दिन में रिसर्च की गई। हालांकि रूस ने इस सभी सवालों का जवाब देने की बजाय सभी को आधारहीन बताया है।