सार

भारत - चीन सीमा विवाद के बीच चीनी सेना फायरिंग के बाद से रेजांग ला में भाले लेकर भारतीय सीमा से कुछ मीटर की दूरी पर ज़मी हुई हैं। फायरिंग के बाद से दोनों सेनाओं के बीच संवेदनशील स्टैंड ऑफ की स्तिथि बन गई है।
 

भारत - चीन सीमा विवाद के बीच चीनी सेना फायरिंग के बाद से रेजांग ला में भाले लेकर भारतीय सीमा से कुछ मीटर की दूरी पर ज़मी हुई हैं। फायरिंग के बाद से दोनों सेनाओं के बीच संवेदनशील स्टैंड ऑफ की स्तिथि बन गई है।


दरअसल चीनी सैनिकों ने सोमवार को भारतीय सैनिकों को डराने के इरादे से हवा में फायर किया था। जिसके बाद से चीनी सैनिक भालों और अनेक हथियारों के साथ रेज़ांग ला के मुखपरी क्षेत्र में डटे हुए हैं जिससे दोनों देशों के बीच 'स्टैंडऑफ' की स्थिति बनी जो अभी तक बरकरार है।


उल्टा भारत पर लगाया था फायरिंग का आरोप -

चीनी अख़बार ग्लोबल टाइम्स ने भारतीय सैनिकों पर आरोप लगाया कि सोमवार शाम के वक्त जब चीनी सैनिक भारतीय सैनिकों की तरफ बातचीत के लिए जा रहे थे तब भारतीय सेना ने फायरिंग की। लेकिन भारतीय सैनिकों के अनुसार, चीनी सैनिक फॉरवर्ड पोजिशन के करीब आए और उन्होंने ही हवाई फायरिंग की।


भारतीय सैनिकों ने संयम बनाए रखा -

चीनी सेना एलएसी पर भारतीय सीमा की ओर बढ़ते हुए भारतीय सैनिकों से उकसावे वाली कारवाई करना चाहती थी लेकिन भारतीय सैनिकों ने संयम बनाए रखा और बड़ी परिपक्वता और जिम्मेदारी के साथ पूरी स्थिति को नियंत्रण में लिया।


45 सालों बाद एलएसी पर हुई फायरिंग -

भारत और चीन के बीच चल रहे विवाद में 45 सालों बाद एलएसी पर फायरिंग की घटना हुई है। एलएसी पर वर्ष 1975 में फायरिंग हुई थी जब चीनी सेना ने अरूणाचल प्रदेश में पैट्रोलिंग कर रहे असम राईफल्स के जवानों पर फायरिंग की थी जिसमें भारत के चार जवान शहीद हुए थे।