सार

 प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दो दिन के प बंगाल दौरे पर हैं। इस दौरान उन्होंने कोलकाता में एक कार्यक्रम को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कहा, ये दुर्भाग्यपूर्ण है कि अंग्रेजों के जाने के बाद देश का इतिहास लिखा गया।

कोलकाता. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दो दिन के प बंगाल दौरे पर हैं। इस दौरान उन्होंने कोलकाता में एक कार्यक्रम को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कहा, ये दुर्भाग्यपूर्ण है कि अंग्रेजों के शासन के दौरान और बाद में देश का जो इतिहास लिखा गया, उसमें कई सेनानियों, अहम पक्षों को नजरअंदाज कर दिया गया था। 

पीएम मोदी ने कहा, ''गुरुदेव (रवींद्रनाथ टैगोर) ने 1903 के लेख में लिखा था, उसका बंगाल की धरती से इसका जिक्र करना चाहता हूं। यह भारत का इतिहास नहीं है, जो हम परीक्षाओं के लिए पढ़ रहे हैं। कुछ लोग बाहर से आए, पिता बेटे की हत्या करता रहा, भाई-भाई को मारता रहा, सिंहासन के लिए संघर्ष होता रहा, यह भारत का इतिहास नहीं। इस इतिहास में भारत के लोग क्या कर रहे थे, इसका कोई जिक्र ही नहीं है।'' 

'बंगाल के स्वतंत्रता सेनानियों को मिले जगह'
उन्होंने कहा, आर्ट गैलरियों में बंगाल के स्वतंत्रता सेनानियों को जगह मिलनी चाहिए। नेताजी की भावनाओं का सम्मान करते हुए लालकिले में एक म्यूजियम बनाया गया। नेताजी से जुड़ी फाइलों को सार्वजनिक करने की मांग भी पूरी हो रही है। 

'महिलाओं को अधिकार दिलाने के लिए प्रयास होने चाहिए'
पीएम मोदी ने कहा, नए दशक में बंगाल के लोगों को लगता है कि प्रदेश के अन्य सेनानियों को भी उचित सम्मान मिलना चाहिए। 2022 में राजा राममोहन राय की 250वीं जयंती आने वाली है। बेटियों और महिलाओं को अधिकार दिलाने के लिए उनके प्रयासों को आगे बढ़ाना जरूरी है।

'भाई भाई को मारे, यह हमारा इतिहास नहीं'
पीएम ने कहा, गुरुदेव (रवींद्रनाथ टैगोर) लिखते हैं कि कुछ लोग बाहर से आए। भाई-भाई को मारता रहा, हत्याएं होती रहीं। ये हमारा इतिहास नहीं है। ये किसी ने नहीं बताया कि तब हम क्या कर रहे थे। गुरुदेव ने याद दिलाया था कि इतिहासकारों ने उन लोगों के घरों को नहीं देखा, जो संकट का सामना कर रहे थे। इतिहास लिखने में कुछ लोग पीछे ही छूट गए। जैसा गुरुदेव ने कहा था कि अस्थिरता के दौर में, उसका सामना करना, राष्ट्रीय चेतना को जागृत रखना और उसे अगली पीढ़ियों तक पहुंचाना भी तो एक कर्तव्य था। यह कार्य हमारी कला, संतों और हमारे दार्शनिकों ने किया।

उन्होंने कहा, डॉक्टर श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने कहा था कि इस देश की संस्कृति के मूल्यों को जीवित रखा जाए। बांग्ला भूमि में पैदा हुए संतों, महापुरुषों ने इसे संरक्षित किया है। आसमान में भले ही एक चांद चमकता हो, लेकिन बंगाल ने दुनिया को अनेक चंद्र दिए हैं। सुभाष चंद्र, ईश्वर चंद्र और शरत चंद्र। हम सभी को स्वामी विवेकानंद जी की वो बात याद रखना चाहिए, जो उन्होंने मिशिगन यूनिवर्सिटी में कहा था कि 21वीं सदी भारत की होगी। युवाओं को इसे याद रखना चाहिए।

लाइट ऐंड साउंड शो का किया उद्घाटन
पीएम मोदी ने हावड़ा ब्रिज के लाइट ऐंड साउंड शो का उद्घाटन किया। इस दौरान पीएम मोदी के साथ राज्यपाल जगदीप धनखड़ और सीएम ममता बनर्जी भी मौजूद रहीं।