सार
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन, ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिशन और जापान के प्रधानमंत्री योशिहिडे सुगा के साथ QUAD की बैठक में शामिल हुए।पीएम मोदी ने कहा, QUAD भारत-प्रशांत क्षेत्र में स्थिरता का एक महत्वपूर्ण स्तंभ बनेगा। मैं इस सकारात्मक दृष्टि को वसुधैव कुटुम्बकम के भारत के प्राचीन दर्शन के विस्तार के रूप में देखता हूं, जो दुनिया को एक परिवार के रूप में मानता है। हम साझा मूल्यों को आगे बढ़ाने और धर्मनिरपेक्ष, स्थिर और समृद्ध भारत-प्रशांत क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए पहले की तरह मिलकर काम करेंगे।
नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन, ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिशन और जापान के प्रधानमंत्री योशिहिडे सुगा के साथ QUAD की बैठक में शामिल हुए। पीएम मोदी ने कहा, QUAD भारत-प्रशांत क्षेत्र में स्थिरता का एक महत्वपूर्ण स्तंभ बनेगा। मैं इस सकारात्मक दृष्टि को वसुधैव कुटुम्बकम के भारत के प्राचीन दर्शन के विस्तार के रूप में देखता हूं, जो दुनिया को एक परिवार के रूप में मानता है। हम साझा मूल्यों को आगे बढ़ाने और धर्मनिरपेक्ष, स्थिर और समृद्ध भारत-प्रशांत क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए पहले की तरह मिलकर काम करेंगे। इसके साथ ही कोविड वैक्सीन को लेकर भारत के विदेश सचिव ने कहा, 'भारत ने अब तक 70 देशों को टीकों की आपूर्ति की।'
क्या बोले विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला
विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला क्वाड शिखर सम्मेलन को लेकर प्रेस ब्रीफिंग की। उन्होंने कहा, 'हिंद प्रशांत क्षेत्र के मुक्त, अबाध, समृद्ध स्वरूप के लिए हम सभी साझेदार हैं। पीएम ने कहा कि क्वाड वैश्विक भलाई का एक मंच है। श्रृंगला ने आगे कहा, 'बैठक में कोविड-19 के खिलाफ टीकों की साझेदारी से लेकर समुद्री सुरक्षा के मुद्दों तक कई विषयों पर खुले तौर पर बात हुई।' विदेश सचिव ने आगे कहा कि 'बैठक के बाद वैक्सीन के सहयोग प्रयास पर सभी ने सहमति जताई। भारत ने अब तक 70 देशों को टीकों की आपूर्ति की है। नए प्रयास के तहत भारत में वैक्सीन की नई क्षमताएं विकसित की जाएंगी। उन्होंने कहा, 'क्वाड वैक्सीन प्रयास में सबकी साझा क्षमताओं के इस्तेमाल पर जोर दिया गया है। अमेरिका की तकनीकी क्षमताओं और भारत की निर्माण क्षमताओं का मेल होगा। अमेरिका के वैक्सीन भारत में बनेंगे। इसके जरिए हिन्द प्रशांत क्षेत्र के क़ई देशों और द्वीप मुल्कों को बड़ा लाभ मिलेगा।'
पीएम मोदी ने QUAD में क्या-क्या कहा?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, हमारा एजेंडा वैक्सीन, जलवायु परिवर्तन और उभरती प्रौद्योगिकियों जैसे क्षेत्रों को कवर करना है। ये वैश्विक स्तर पर एक ताकत बनकर काम करेगी।
पहली बार मोदी और जो बाइडेन की सीधी बात
जो बाइडेन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ अपनी पहली सीधी बातचीत में QUAD के महत्व की सराहना की। उन्होंने कहा, यह समूह विशेष रूप से महत्वपूर्ण है क्योंकि यह व्यावहारिक समाधान और ठोस परिणामों के लिए समर्पित है। उन्होंने कहा, संयुक्त राज्य अमेरिका सभी सहयोगियों के साथ स्थिरता लाने के लिए प्रतिबद्ध है।
राष्ट्रपति जो बाइडेन ने भारत में वैक्सीन उत्पादन क्षमता को बढ़ाने की बात कही। उन्होंने कहा, हम एक नई महत्वाकांक्षी संयुक्त साझेदारी शुरू कर रहे हैं जो वैश्विक लाभ के लिए वैक्सीन निर्माण को बढ़ावा देने वाली है। ये पूरे इंडो-पैसिफिक को लाभ पहुंचाने के लिए काम करेगी।
ऑस्ट्रेलिया के पीएम स्कॉट मॉरिसन ने क्या कहा?
ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन ने पहले QUAD लीडर्स समिट में कहा, यह इंडो-पैसिफिक है जो अब 21 वीं शताब्दी में दुनिया की नियति को आकार देगा। इंडो-पैसिफिक में महान लोकतंत्रों के चार नेताओं के रूप में। साझेदारी शांति, स्थिरता और समृद्धि का प्रतीक है।
क्या है QUAD?
क्वाड का मतलब क्वाड्रीलेटरल सिक्योरिटी डायलॉग है। यह जापान, ऑस्ट्रेलिया, भारत और अमेरिका के बीच बहुपक्षीय समझौता है। यह इंडो-पैसिफिक स्तर पर मूल रूप से काम कर रहा है। चीन ने 2007 में एशिया-प्रशांत महासागर में अपना वर्चस्व बढ़ाना शुरू कर दिया था। ऐसे में जापान के तत्कालीन प्रधानमंत्री शिंजो आबे ने इस संगठन को बनाने का प्रस्ताव दिया था। इसके बाद यह संगठन बना। इसकी पहली मीटिंग 2019 में हुई थी। हालाकं, बाद में कोरोना के चलते 2020 में इसकी कोई समिट नहीं हो पाई।