सार

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए महाराष्ट्र के संगोला से पश्चिम बंगाल के शालीमार तक चलने वाली 100वीं किसान रेल को हरी झंडी दिखाई है। मीडिया रिपोर्ट्स में अधिकारियों के हवाले से कहा जा रहा है कि इस किसान रेलगाड़ी में कई तरह के फल और सब्जियों को लादकर भेजा जा रहा है।

नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए महाराष्ट्र के संगोला से पश्चिम बंगाल के शालीमार तक चलने वाली 100वीं किसान रेल को हरी झंडी दिखाई है। मीडिया रिपोर्ट्स में अधिकारियों के हवाले से कहा जा रहा है कि इस किसान रेलगाड़ी में कई तरह के फल और सब्जियों को लादकर भेजा जा रहा है। इसमें फूलगोभी, बंद गोभी, शिमला मिर्च, मिर्च और प्याज के अलावा अंगूर, संतरा, केला, अनार और अन्य फल लादे गए हैं। पीएम मोदी ने भाषण में किया किसानों का जिक्र...

पीएम मोदी ने किसान रेल को हरी झंडी को दिखाने के बाद अपने भाषण में कृषि क्षेत्र का जिक्र करते हुए कहा कि 'हम किसानों, कृषि क्षेत्र को मजबूत बनाने के लिए पूरी निष्ठा और शक्ति के साथ काम करते रहेंगे। किसान रेल ने छोटे और सीमांत किसानों को मजबूत बनाने का काम किया है, जिनकी हिस्सेदारी कृषक समुदाय में करीब 80 प्रतिशत है।'

रेल में होगी कृषि उपज को चढ़ाने-उतारने की सुविधा

खबरों में कहा जाता है कि रेलगाड़ी जिन स्टेशनों से होकर गुजरेगी, वहीं सभी तरह की कृषि उपज को चढ़ाने-उतारने की सुविधा होगी। इसमें खराब फलों को उतार-चढ़ाव किया जा सकता है। इसके जरिए सामान भेजने के लिए मात्रा की कोई शर्त नहीं है। पहली किसान रेल की शुरुआत इसी साल अगस्त में महाराष्ट्र के देवलाली से बिहार दानापुर तक की गई थी, जिसे बाद में मुजफ्फरपुर तक बढ़ा दिया गया था।

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हफ्ते में तीन दिन दौड़ेगी किसान रेल 

किसानों की अच्छी प्रतिक्रिया मिलने के बाद इस रेल को लेकर सरकार ने तय किया कि पहले ये सप्ताह में एक दिन दौड़ने का तय किया गया था, लेकिन अब ये हफ्ते में तीन दिन दौड़ेगी। बयान के मुताबिक, किसान रेल ने देश भर में कृषि उपज का तेजी से परिवहन सुनिश्चित करने में बड़ी भूमिका निभाई है। इसने कृषि उपज के लिए निर्बाध आपूर्ति श्रृंखला मुहैया कराई है।

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