Parliament debate on Operation Sindoor: ऑपरेशन सिंदूर पर संसद में चर्चा के दौरान पीएम मोदी ने अपना वक्तव्य दिया। उन्होंने कहा कि यह सत्र सिंदूर की सौगंध को पूरा करने का विजयोत्सव है।
PM Modi live: संसद के मानसून सत्र में ऑपरेशन सिंदूर पर लोकसभा में बहस हुई। पीएम मोदी ने दूसरे दिन अपने संबोधन में कहा कि यह सत्र भारत के गौरवगान का सत्र है। जब मैं विजयोत्सव की बात कर रहा हूं तो यह कहना चाहूंगा कि यह विजयोत्सव आतंकी अड्डो को मिट्टी में मिलाने का है। यह सिंदूर की सौगंध पूरा करने का है। यह भारत की सेना के शौर्य और सामर्थ्य का है। पीएम मोदी ने कहा कि देश के गृह मंत्री, विदेश मंत्री, रक्षा मंत्री बोले उनपर कांग्रेस को भरोसा नहीं। देश की व्यवस्था पर भरोसा नहीं। लेकिन पाकिस्तान पर भरोसा है।
हमने सेना को खुली छूट थी, पहलगाम हमला देश में दंगे फैलाने की साजिश
पीएम मोदी ने कहा कि पहलगाम में आतंकवादियों ने जिस तरह धर्म पूछ-पूछकर हत्याएं की, वह क्रूरता की पराकाष्ठा थी। यह भारत में दंगे फैलाने की साजिश थी। भारत को हिंसा की आग में झोंकने का यह सुविचारित प्रयास भारत में दंगे फैलाने की साजिश थी। मैं आज देश वासियों का धन्यवाद करता हूं कि देश ने एकता के साथ उस साजिश को नाकाम कर दिया।
उन्होंने कहा कि 22 अप्रैल के बाद मैंने सार्वजनिक रूप से कहा था कि सजा उनके आकाओं को भी होगी और कल्पना से भी बड़ी सजा मिलेगी। विश्व को समझ में आए तो अंग्रेजी भी बोली थी। मैंने कहा था यह हमारा संकल्प है कि हम आतंकियों को मिट्टी में मिला देंगे। 22 अप्रैल को मैं विदेश में था, मैं तुरंत लौटकर आया और आने के तुरंत बाद मैंने बैठक बुलाई और उसमें साफ साफ निर्देश दिए कि आतंकवाद को करारा जवाब देना होगा और ये हमारा राष्ट्रीय संकल्प है। सेना को खुली छूट दे दी गई। यह भी कहा गया कि कब-कहा-कैसे और किस प्रकार से। वह सारी बातें मीटिंग में कह दी गई। कुछ बातें मीडिया में रिपोर्ट भी। हमने ऐसी सजा दी कि आज भी आतंक के उन आकाओं की नींद उड़ी हुई है।
अब मास्टरमाइंड को नींद नहीं आती
पीएम मोदी ने कहा कि पहले अगर हमले होते थे तो मास्टरमाइंड निश्चिंत रहते थे। उनको पता होता था कि कुछ नहीं होगा। लेकिन अब स्थिति बदल गई है अब उनके मास्टरमाइंड को नींद नहीं आती। अब उनको पता है कि अब भारत आएगा और मार कर जाएगा। ये न्यू नॉर्मल भारत ने सेट कर दिया है। दुनिया ने देख लिया है कि हमारी कार्रवाई का दायरा कितना बड़ा है। सिंदूर से लेकर सिंधु तक पाकिस्तान पर कार्रवाई की है। ऑपरेशन सिंदूर ने तय कर दिया है कि भारत पर आतंकी हमले की पाकिस्तान और उसके आकाओं को भारी कीमत चुकानी पड़ेगी। आप ऐसे ही नहीं जा सकते है।
दुनिया के किसी भी देश ने भारत को कार्रवाई से नहीं रोका
पीएम मोदी ने संसद में कहा कि दुनिया में किसी भी देश ने भारत को अपनी सुरक्षा में कार्रवाई करने से रोका नहीं। संयुक्त राष्ट्र के 193 में सिर्फ तीन देशों ने पाकिस्तान के समर्थन में बयान दिया था। क्वॉड, ब्रिक्स, कोई भी देश हो, दुनियाभर से भारत को समर्थन मिला। दुनिया का समर्थन तो मिला लेकिन दुर्भाग्य है कि मेरे देश के वीरों के पराक्रम को कांग्रेस का समर्थन नहीं मिला। 22 अप्रैल के आतंकी हमले के बाद तीन-चार दिन में ही ये उछल रहे थे। इन्हें भारत की सेनाओं पर भरोसा नहीं है। ऐसा करके हेडलाइंस तो ले सकते हैं लेकिन देशवासियों के दिलों में जगह नहीं बना सकते।
अब न्यूक्लियर ब्लैकमेलिंग नहीं चलेगा
पीएम मोदी ने कहा कि पाकिस्तान के साथ हमारी लड़ाई तो कई बार हुई है। लेकिन ये पहली ऐसी भारत की रणनीति बनी कि जिसमें पहले जहां कभी नहीं गए थे वहां हम पहुंचे। पाकिस्तान के कोने कोने में आतंकी अड्डों को धुआं धुआं कर दिया। सोच नहीं सकता कोई बहावलपुर मुरीदके उसको भी जमींदोज कर दिया। हमारी सेनाओं ने आतंकी अड्डों को तबाह कर दिया। पाकिस्तान के सीने पर सटीक प्रहार किया। उसके एयरबेस को भारी नुकसान हुआ। आज तक उनके कई एयरबेस आईसीयू में पड़े हैं। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान की न्यूक्लियर धमकी को हमने झूठा साबित कर दिया। भारत ने सिद्ध कर दिया कि न्यूक्लियर ब्लैकमेलिंग नहीं चलेगा न भारत इसके सामने झुकेगा।
हमने आतंक के एपिसेंटर पर हमला किया
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि बालाकोट के समय भी हमने जो कहा वह हमने कर दिखाया। ऑपरेशन सिंदूर के समय हमारा लक्ष्य तय था। हमारा लक्ष्य था कि आतंक के जो एपिसेंटर हैं, जहां से योजना बनी ट्रेनिंग मिली उस पर हमला करेंगे। हमने उनकी नाभि पर हमला कर दिया। जहां पहलगाम के आतंकियों का रिक्रूटमेंट हुआ, ट्रेनिंग मिलती थी, उस जगह को आइडेंटिफाई किया और ऑपरेशन सिंदूर के तहत आतंकियों की नाभि पर प्रहार किया। प्रधानमंत्री ने कहा कि इस बार भी हमारी सेना ने 100 प्रतिशत लक्ष्य हासिल करके देश के सामर्थ्य का परिचय दिया। देश भूलता नहीं देश को याद है, 6 मई को ऑपरेशन सिंदूर हुआ, 7 मई को प्रेस कॉन्फ्रेंस हुई और हमने स्पष्ट कर दिया कि आतंकियों अड्डे, आकाओं को हम नष्ट करना चाहते हैं। हमने स्पष्ट कर दिया कि हमने जो तय किया वह कर दिया।
कांग्रेस पाकिस्तान पर निर्भर होती जा रही
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि देश आगे बढ़ता जा रहा है। लेकिन कांग्रेस पाकिस्तान पर मुद्दों के लिए निर्भर होती जा रही है। कांग्रेस झूठ फैला रही, एआई का भी उपयोग कर रही। कांग्रेस प्रपंच कर रही। कांग्रेस ने सर्जिकल स्ट्राइक के सबूत मांगे थे। लेकिन देश का मूड देखकर बदल गए और कहा सर्जिकल स्ट्राइक में क्या है। उनके नेताओं ने गिनाना शुरू किया कि कितने सर्जिकल स्ट्राइक किए। कांग्रेस के लोगों ने कहा कि ये सर्जिकल स्ट्राइक क्या बड़ी बात है, ये तो हमने भी की थी। एक ने कहा 3 सर्जिकल स्ट्राइक की थी, एक ने कहा 15 सर्जिकल स्ट्राइक की थी। जितना बड़ा नेता उतना बड़ा नंबर था।बालाकोट में भी कांग्रेस ने फोटो मांगा। इतना ही नहीं पायलट अभिनंदन पकड़े गए तो यहां पर भी कुछ लोग कानों-कानों में बोल रहे थे कि अब मोदी फंसा। अब अभिनंदन वहां है, मोदी लाकर दिखा दे। डंके की चोट पर अभिनंदन वापस आ गया। पीएम मोदी ने कहा कि हम अभिनंदन को ले आए तो इनकी बोलती बंद हो गई। पहलगाम हमले के बाद हमारा बीएसएफ का एक जवान पाकिस्तान के कब्जे में चला गया। फिर ये लोग प्रोपगैंडा फैलाने लगे। लेकिन बीएसएफ का वह जवान भी आन-बान और शान के साथ वापस आ गया। आतंकवादी रो रहे हैं, आतंकवादियों के आका रो रहे और उनको रोते देखकर यहां भी कुछ लोग रो रहे हैं।
कांग्रेस का भरोसा कांग्रेस के रिमोट कंट्रोल से चल रहा
पीएम मोदी ने कहा कि देश के गृह मंत्री, विदेश मंत्री, रक्षा मंत्री बोले उनपर कांग्रेस को भरोसा नहीं। देश की व्यवस्था पर भरोसा नहीं। लेकिन पाकिस्तान पर भरोसा है। कांग्रेस का भरोसा पाकिस्तान के रिमोट कंट्रोल से चल रहा है।
पीएम मोदी ने कहा कि सेना के लिए नेगेटिविटी कांग्रेस का पुराना रवैया रहा है। देश ने अभी अभी कारगिल विजय दिवस मनाया है। देश जानता है कि कांग्रेस ने आज तक कारगिल विजय दिवस को न अपनाया है न मनाता है। जब डोकलाम में देश में गौरव दिखा रहा था। तब कांग्रेस के नेता चुपके चुपके किससे ब्रीफिंग लेते। आप मिला लीजिए, पाकिस्तान के लोगों के बयान और हमारे नेताओं के बयान फुल स्टॉप-कॉमा के साथ एक जैसे हैं।
कांग्रेस ने देश को आत्मनिर्भर बनाने का सोचा तक नहीं
मोदी ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर बीते दशक में सेना के सशक्तीकरण का प्रतीक है। कांग्रेस के शासन के दौरान सेनाओं को आत्मनिर्भर बनाने का सोचा भी नहीं गया। छोटे छोटे उपकरण के लिए विदेशों पर निर्भर रहे, ये उनका कार्यकाल रहा। जीप, बोफोर्स हर चीज के साथ घोटाला किया। हमारी सेनाओं को हथियारों के लिए दशकों इंतजार करना पड़ा। आजादी के बाद एक मजबूत रक्षा उपकरणों का हमारा दायरा उसे सोच समझकर तबाह किया गया। दुर्बल किया गया। रिसर्च और मैनुफैक्चरिंग के रास्ते बंद कर दिए गए। इसी नीति पर हम चलते तो ऑपरेशन सिंदूर के विषय में सोच भी नहीं सकते थे। ये हाल कर दिया था। भारत को सोचना पड़ता था कि अगर युद्ध हुआ तो शस्त्र कहां से मिलेंगे। बीच में रुक तो नहीं जाएंगे। ये सोचना पड़ता था। शास्त्रों में कहा गया, 'शस्त्रेण रक्षिते राष्ट्रे शास्त्र चिंता प्रवर्तते'। यानी जब राष्ट्र शस्त्र से सुरक्षित होते हैं तभी वहां शास्त्र की चर्चाएं हो पाती हैं।
वे पूछते हैं पीओके वापस क्यों नहीं लिया?
पीएम ने दावा किया कि कांग्रेस के पास नेशनल सिक्योरिटी का विजन न पहले था और आज तो सवाल ही नहीं उठता है। कांग्रेस ने हमेशा नेशनल सिक्योरिटी से समझौता किया है। आज जो लोग पूछ रहे हैं कि पीओके को वापस क्यों नहीं लिया। इसके पहले जवाब देना होगा पूछने वालों को, किसकी सरकार ने पीओके पर पाकिस्तान को कब्जा करने का अवसर दिया था। जवाब साफ है। जब भी मैं नेहरू जी की चर्चा करता हूं तो कांग्रेस और उसका पूरा इकोसिस्टम बिलबिला जाता है पता नहीं ऐसा क्या है।
कांग्रेस पर आरोप लगाते हुए पीएम मोदी ने कहा कि कांग्रेस शासन में जब हमले हो रहे थे तो कांग्रेस ने पाकिस्तान को मोस्ट फेवर्ड नेशन का दर्जा दिया था। वह कभी वापस लेने की भी कोशिश नहीं की। पाकिस्तान हमारे यहां खून से होली खेने वाले आतंकियों को भेजता रहा और कांग्रेस यहां अमन की आस में मुशायरे कराती थी। हमने पाकिस्तान के मोस्ट फेवर्ड नेशन का दर्जा रद्द किया, वीजा बंद किया। अटारी-वाघा बार्डर बंद किया।
नेहरू दूरदर्शी नहीं थे, तात्कालिक सोचते
पीएम मोदी भारत की नाकामियों के लिए पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू को दोषी ठहराया। उन्होंने कहा कि नेहरूजी की वजह से पाकिस्तान दशकों तक प्रॉक्सी वार करता रहा। सिंधु जल समझौता नेहरू जी ने किया। हमारे यहां से निकली हुई नदियों हजारों साल से भारत की शक्ति रही हैं। सिंधु नदी जो सदियों से भारत की पहचान रही है, उसी से भारत जाना जाता था, लेकिन नेहरू जी ने सिंधु झेलम की पंचायत वर्ल्ड बैंक को दी। पीएम ने कहा कि नदियां हमारी पानी हमारा, यह समझौता भारत के सम्मान के साथ किया गया बहुत बड़ा धोखा था। नेहरू जी ने रणनीति करी, जो नदियां भारत से निकल रही थीं, उन्होंने 80 प्रतिशत पानी पाकिस्तान को देने राजी हो गए। इतना बड़ा हिंदुस्तान उसे सिर्फ 20 प्रतिशत। कौन सी डिप्लोमेसी थी।
पीएम मोदी ने कहा कि नेहरू की बहुत बड़ी ब्लंडर सिंधु जल समझौते को किसानों के हित में रोक दिया है। कांग्रेस की सरकारों ने बाद में भी सिंधु जल समझौते की तरफ देखा तक नहीं, नेहरू की गलती को सुधारा तक नहीं। नेहरू ने कहा था कि मुझे उम्मीद थी कि यह समझौता अन्य समस्याओं के समाधान का रास्ता खोलेगा लेकिन हम वहीं हैं, जहां थे। नेहरू केवल तात्कालिक प्रभाव देख पा रहे थे। लेकिन इस समझौते के कारण देश बहुत पिछड़ गया।
