सार
भारत में कोरोना के बढ़ते हुए मामलों को देखते हुए सीबीएसई ने 10वीं की परीक्षाएं रद्द कर दीं, जबकि, 12वीं की परीक्षाएं टाल दी हैं। कक्षा 10वीं के नतीजे बोर्ड द्वारा तैयार किए गए मापदंड के आधार पर तैयार किए जाएंगे। सीबीएसई की 10वीं और 12वीं की परीक्षाएं 4 मई से 11 जून तक होनी थीं।
नई दिल्ली. भारत में कोरोना के बढ़ते हुए मामलों को देखते हुए सीबीएसई ने 10वीं की परीक्षाएं रद्द कर दीं, जबकि, 12वीं की परीक्षाएं टाल दी हैं। कक्षा 10वीं के नतीजे बोर्ड द्वारा तैयार किए गए मापदंड के आधार पर तैयार किए जाएंगे। सीबीएसई की 10वीं और 12वीं की परीक्षाएं 4 मई से 11 जून तक होनी थीं। इन परीक्षाओं में करीब 30 लाख स्टूडेंट्स हिस्सा लेते। लेकिन देश में लगातार बढ़ रहे संक्रमण को देखते हुए तमाम नेताओं ने इन्हें कैंसल करने की अपील की थी।
1 जून को होगी समीक्षा
पीएम मोदी ने बुधवार को शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक, शिक्षा सचिव और अन्य अफसरों के साथ अन्य अफसरों के साथ बैठक की थी। इस बैठक में 10वीं की परीक्षाएं रद्द करने और 12वीं की परीक्षाएं टालने का फैसला किया गया। 12वीं की परीक्षाओं के लिए 1 जून को समीक्षा की जाएगी। परीक्षा के कम से कम 15 दिन पहले जानकारी दी जाएगी।
कैसे पास होंगे 10वीं के छात्र ?
शिक्षा मंत्री ने बताया कि कक्षा 10वीं के छात्रों को आतंरिक मूल्यांकन के आधार पर पास कर अगली क्लास में भेजा जाएगा। अगर कोई स्टूडेंट मूल्यांकन से संतुष्ट नहीं है तो वो हालात सामान्य होने पर परीक्षा दे सकता है।
दिल्ली सरकार ने फैसले पर जताई खुशी
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने एग्जाम को लेकर केंद्र के फैसले पर खुशी जताई है। उन्होंने कहा, यह लाखों स्टूडेंट्स और उनके पैरंट्स के लिए बड़ी राहत है। वहीं, दिल्ली के शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा, मुझे खुशी है कि 10वीं की परीक्षा रद्द की गई और 12वीं की परीक्षा स्थगित की गई है। 12वीं कक्षा के बच्चों के मन में जो चिंता बनी रहेगी उसको दूर किया जा सकता था। मैं अपील करता हूं कि 12वीं कक्षा के छात्रों को भी आतंरिक मूल्यांकन के आधार पर प्रमोट किया जाए।
राजस्थान में बोर्ड परीक्षाएं स्थगित
कोरोना के बढ़ते हुए मामलों को देखते हुए राजस्थान सरकार ने भी 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं को स्थगित करने का फैसला किया है। वहीं, 8वीं, 9वीं और 11वीं के छात्रों को बिना परीक्षा के प्रमोट किया जाएगा।
इन राज्यों ने टालीं बोर्ड परीक्षाएं
कोरोना के चलते मप्र, उत्तर प्रदेश, छत्तीसगढ़ ने बोर्ड परीक्षाएं टालने का ऐलान किया है। इसके अलावा तमिलनाडु, महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़ , राजस्थान, उत्तर प्रदेश, दिल्ली, ओडिशा और असम में बिना परीक्षाओं के 8-9वीं तक छात्रों को प्रमोट करने का फैसला किया गया है। इनमें से ज्यादातर राज्यों में स्कूल-कॉलेज भी बंद कर दिए गए हैं।
इन नेताओं ने की परीक्षा रद्द करने की मांग
- दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा मंगलवार को कहा कि मौजूदा स्थिति को देखते हुए CBSE की परीक्षाएं तुरंत रद्द की जानी चाहिए। इससे पहले कांग्रेस नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी परीक्षाएं कैंसल कराने की मांग कर चुके हैं।
- सोमवार को कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने केंद्र सरकार से 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षाएं कैंसल करने की मांग की। उन्होंने परीक्षाएं रद्द करने के लिए शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक को पत्र भी लिखा है। उन्होंने ट्वीट किया, देश भर में कोरोना के बढ़ते मामलों और भयावह होती स्थिति के बीच छात्रों और उनके अभिवावकों ने सीबीएसई बोर्ड परीक्षा 2021 को लेकर कुछ वाजिब चिंताएं जाहिर की हैं।
- वहीं, इससे पहले राहुल गांधी ने ट्वीट किया, कोरोना की दूसरी लहर के बीच सीबीएसई को बोर्ड एग्जाम करवाने के फैसले के बारे में दोबारा सोचना चाहिए। सरकार देश के युवाओं के भविष्य के साथ ऐसे खिलवाड़ क्यों करना चाहती है।