सार

प्रधानमंत्री ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए ईस्टर्न डेडीकेटेड फ्रेट कॉरिडोर(EDFC) के ‘न्यू भाऊपुर- न्यू खुर्जा सेक्शन’ और प्रयागराज में EDFC के परिचालन नियंत्रण केन्द्र(OCC) का उद्घाटन किया। साथ ही न्यू भाऊपुर-न्यू खुर्जा सेक्शन से मालगाड़ी को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस दौरान यूपी की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, सीएम योगी आदित्यनाथ और केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल मौजूद थे।

नई दिल्ली. प्रधानमंत्री ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए ईस्टर्न डेडीकेटेड फ्रेट कॉरिडोर(EDFC) के ‘न्यू भाऊपुर- न्यू खुर्जा सेक्शन’ और प्रयागराज में EDFC के परिचालन नियंत्रण केन्द्र(OCC) का उद्घाटन किया। कार्यक्रम के दौरान पीएम मोदी ने कहा, "आज का दिन भारतीय रेल के गौरवशाली अतीत को 21वीं सदी की नई पहचान देने वाला है। भारत और भारतीय रेल का सामर्थ्य बढ़ाने वाला है। आज हम आज़ादी के बाद का सबसे बड़ा और आधुनिक रेल इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट धरातल पर उतरता देख रहे हैं।" 

पीएम मोदी ने बताया, क्या-क्या फायदा होगा?

  • "ईस्टर्न डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर से मालगाड़ियों की गति तीन गुना हो जाएगी। दोगुना माल ढोया जा सकेगा।"
  • "मालगाड़ियां जब समय पर पहुंचेगी तो हमारा लॉजिस्टिक नेटवर्क सस्ता हो जाएगा, देश में उद्योग के लिए बेहतर माहौल बनेगा, ईज ऑफ डूइंग बिजनेस बढ़ेगी, निवेश के लिए भारत और आकर्षक बनेगी, देश में रोजगार के अनेक अवसर तैयार होंगे।" 
  • "ये फ्रेट कॉरिडोर आत्मनिर्भर भारत के बहुत बड़े माध्यम होंगे। उद्योग हों, व्यापार-कारोबार हों, किसान हों या फिर कंज्यूमर, हर किसी को इसका लाभ मिलने वाला है।"
  • "आज जब भारत दुनिया की बड़ी आर्थिक ताकत बनने की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा है, तब बेहतरीन कनेक्टिविटी देश की प्राथमिकता है। इसी सोच के साथ बीते 6 साल से भारत में आधुनिक कनेक्टिविटी के हर पहलू पर फोकस के साथ काम किया जा रहा है।" 
  • "आज जब ‘न्यू भाऊपुर- न्यू खुर्जा सेक्शन’ के फ्रेट कॉरिडोर रूट पर पहली मालगाड़ी दौड़ी तो उसमें नए भारत की, आत्मनिर्भर भारत की गूंज सुनाई दी। प्रयागराज में ऑपरेशन कंट्रोल सेंटर भी नए भारत के नए सामर्थ्य का प्रतीक है। ये दुनिया के बेहतरीन और आधुनिक कंट्रोल सेंटर में से एक है।" 
  • "शुरू में दो डेडिकेटिड फ्रेट कॉरिडोर तैयार करने की योजना है, पूर्वी डेडिकेटिड फ्रेट कॉरिडोर पंजाब के औ​द्योगिक शहर लुधियाना को पश्चिम बंगाल के दानकुनी से जोड़ रहा है। पश्चिम डेडिकेटिड फ्रेट कॉरिडोर महाराष्ट्र में जेएनपीटी को उत्तर प्रदेश के दादरी से जोड़ता है।" 
  • "जिस रेलवे को अकसर निशाना बनाया जाता है वो किस सेवा भाव से मुश्किल परिस्थितियों में भी देश के काम आती है ये कोरोना काल में दिखा है।" 

पीएम मोदी की महत्वाकांक्षी योजना है
ईस्टर्न डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर पीएम मोदी की महत्वाकांक्षी योजनाओं में से एक है। इसे मालवाहक ट्रेनों के लिए बनाया गया है। 351 किमी. लंबा ये कॉरिडोर न्यू भाउपुर-न्यू खुर्जा सेक्शन तक है। इसे बनाने में 5750 करोड़ रुपए की लागत आई है। यह पंजाब के लुधियाना से शुरू होकर हरियाणा, यूपी, बिहार और झारखंड से होते हुए पश्चिम बंगाल के दानकुनी तक जाएगा। 

कॉरिडोर से क्या फायदा होगा?
इस कॉरिडोर की मदद से अनाज सहित दूसरे सामान सही समय पर पहुंच सकेगा। वहीं पैसेंजर्स ट्रेनों का समय सही हो जाएगा। नॉर्मल रेल लाइन पर दबाव कम होगा, जिससे नई ट्रेनों की संख्या बढ़ाई जा सकेगी।