सार
पिछले 8 वर्षों में भारत में दूध उत्पादन में 44 प्रतिशत से अधिक वृद्धि हुई है। इस तरह का पिछला सम्मेलन भारत में लगभग आधी सदी पहले 1974 में आयोजित किया गया था। दुनिभर में दूध के प्रॉडक्शन में भारत की 23 प्रतिशत हिस्सेदारी है।
नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी(Prime Minister Narendra Modi) ने आज (12 सितंबर 2022) को ग्रेटर नोएडा स्थित इंडिया एक्सपो सेंटर एंड मार्ट में अंतरराष्ट्रीय डेयरी संघ विश्व डेयरी सम्मेलन (International Dairy Federation World Dairy Conference 2022) 2022 का उद्घाटन किया। IDF WDS-2022 सम्मेलन 12 से 15 सितंबर तक आयोजित किया जा रहा है। इसमें दुनिया के और भारतीय डेयरी हितधारक हिस्सा ले रहे हैं, जिसमें उद्योग जगत के लीडर, विशेषज्ञ, किसान और नीति निर्माता शामिल हैं।
भारत में डेयरी सेक्टर की असली ताकत छोटे किसान
मोदी ने कहा-विश्व के अन्य विकसित देशों से अलग भारत में डेयरी सेक्टर की असली ताकत छोटे किसान हैं। आज भारत में डेयरी कोऑपरेटिव का एक ऐसा विशाल नेटवर्क है, जिसकी मिसाल पूरी दुनिया में मिलना मुश्किल है। डेयरी सेक्टर का सामर्थ्य ना सिर्फ ग्रामीण अर्थव्यवस्था को गति देता है, बल्कि ये दुनिया भर में करोड़ों लोगों की आजीविका का भी प्रमुख साधन है। 2014 के बाद से हमारी सरकार ने भारत के डेयरी सेक्टर के सामर्थ्य को बढ़ाने के लिए निरंतर काम किया है। आज इसका परिणाम मिल्क प्रोटक्शन से लेकर किसानों की बढ़ी आय में भी नजर आ रहा है।
8 करोड़ से अधिक परिवार डेयरी फील्ड में
मोदी ने कहा-मुझे यह घोषणा करते हुए खुशी हो रही है कि भारत में 8 करोड़ से अधिक परिवार डेयरी क्षेत्र से अपनी आजीविका कमाते हैं। डेयरी सहकारी समितियां देश के 2 लाख गांवों से उत्पाद एकत्र करती हैं, और उपभोक्ताओं से प्राप्त कुल राजस्व का 70% सीधे किसानों को जाता है। हमारे डेयरी क्षेत्र की विशिष्टता में से एक नारी शक्ति है जो कुल कार्यबल का 70% योगदान करती है। भारत, डेयरी पशुओं का सबसे बड़ा डेटाबेस तैयार कर रहा है। डेयरी सेक्टर से जुड़े हर पशु की टैगिंग हो रही है। आधुनिक टेक्नोल़ॉजी की मदद से हम पशुओं की बायोमीट्रिक पहचान कर रहे हैं। हमने इसे नाम दिया है- पशु आधार।
महिलाओं के योगदान पर बोले मोदी
मुझे यह घोषणा करते हुए खुशी हो रही है कि इन महिलाओं के नेतृत्व में 8.5 लाख करोड़ रुपये का डेयरी क्षेत्र चलता है। हमारे देश में दुग्ध उत्पादन की दर 6 प्रतिशत प्रति वर्ष की दर से बढ़ रही है, जबकि विश्व स्तर पर यह केवल 2% प्रति वर्ष है! डायरी विकास में 44% की वृद्धि के साथ, भारत सालाना 210 मिलियन टन दूध का उत्पादन कर रहा है। हमारे देश में दूध उत्पादन की दर 6% प्रति वर्ष की दर से बढ़ रही है, जबकि विश्व स्तर पर यह केवल 2% प्रति वर्ष है! डायरी विकास में 44% की वृद्धि के साथ, भारत सालाना 210 मिलियन टन दूध का उत्पादन कर रहा है।
IDF WDS-2022 सम्मेलन के बारे में यह जानें
यह सम्मेलन पोषण और आजीविका के लिए डेयरी(Dairy for nutrition and livelihood) विषय पर केंद्रित है। आईडीएफ डब्ल्यूडीएस 2022 में 50 देशों के करीब 1500 प्रतिभागियों के भाग लेने की संभावना है। इस तरह का पिछला सम्मेलन भारत में लगभग आधी सदी पहले 1974 में आयोजित किया गया था।
भारतीय डेयरी उद्योग इस मायने में अद्वितीय है कि यह एक सहकारी मॉडल पर आधारित है, जो छोटे और सीमांत डेयरी किसानों, विशेषकर महिलाओं को सशक्त बनाता है। प्रधानमंत्री के विजन से प्रेरित होकर सरकार ने डेयरी क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए कई कदम उठाए हैं। इसके परिणामस्वरूप पिछले आठ वर्षों में दूध उत्पादन में 44 प्रतिशत से अधिक वृद्धि हुई है।
भारतीय डेयरी उद्योग की सफलता की कहानी आईडीएफ डब्ल्यूडीएस 2022 में दिखाई जाएगी, जिसकी वैश्विक दूध में 23 प्रतिशत हिस्सेदारी है। सालाना करीब 210 मिलियन टन दूध का उत्पादन होता है और इससे 8 करोड़ डेयरी किसान सशक्त हो रहे हैं। इस सम्मेलन से भारतीय डेयरी किसानों को दुनिया की सर्वोत्तम प्रथाओं(दुग्ध उत्पादन बढ़ाने के पुराने और नए तौर-तरीके) के बारे में जानकारी हासिल करने में भी मदद मिलेगी।
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