सार
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को अंतर्राष्ट्रीय भारती महोत्सव को संबोधित किया। कोरोना के चलते कार्यक्रम का आयोजन वर्चुअली तौर पर किया गया। इस दौरान पीएम मोदी ने कहा, मुझे इस साल अंतर्राष्ट्रीय भारती उत्सव पर भारती अवॉर्ड श्री सीनी विश्वनाथन जी को देने की अति प्रसन्नता है।
नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को अंतर्राष्ट्रीय भारती महोत्सव को संबोधित किया। कोरोना के चलते कार्यक्रम का आयोजन वर्चुअली तौर पर किया गया। इस दौरान पीएम मोदी ने कहा, मुझे इस साल अंतर्राष्ट्रीय भारती उत्सव पर भारती अवॉर्ड श्री सीनी विश्वनाथन जी को देने की अति प्रसन्नता है। उन्होंने अपना पूरा जीवन भारतियार के कामों की रिसर्च पर लगा दिया। उन्होंने 86 वर्ष की उम्र में भी अपना काम जारी रखा।
पीएम मोदी ने कहा, महाकवि सुब्रमण्य भारती को परिभाषित करना काफी कठिन है। वे सिर्फ एक प्रोफेशन से नहीं जुड़े थे। वे कवि, लेखक, संपादक, पत्रकार, समाज सुधारक, स्वतंत्रता सेनानी और मानवतावादी और बहुत कुछ थे। उनकी सबसे महत्वपूर्ण विजन महिलाओं को सशक्त करना था।
पीएम ने कहा, उन्होंने लिखा था - 'महिलाओं को लोगों के आंखों में देखकर अपने सिर को ऊंचा करके चलना चाहिए। हम इस विजन से प्रेरित हैं और महिलाओं के नेतृत्व वाले सशक्तिकरण को सुनिश्चित करने के लिए काम कर रहे हैं। महिलाएं सुरक्षाबलों में शामिल हो रही हैं। वे अपना सिर ऊंचा करके चल रही हैं और देश को यह भरोसा दिला रही हैं, बागडोर सुरक्षित हाथों में है।
11 दिसंबर को महाकवि सुब्रमण्य भारती की 138वीं जयंती मनाई जा रही है। इसी मौके पर यह कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम में राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय कवि और कलाकार शामिल हुए। महाकवि सुब्रमण्य भारती की 138वीं जयंती मनाने के लिए वनविल कल्चरल सेंटर द्वारा महोत्सव का आयोजन किया गया।