छत्रपति शिवाजी महाराज की मूर्ति गिरने के मामले में पीएम मोदी ने माफ़ी मांगी है। उन्होंने कहा कि इस घटना से आहत लोगों से वह क्षमा चाहते हैं। पीएम मोदी ने कहा कि उनके लिए उनके देवता से बड़ा कुछ नहीं है।

Chhatrapati Shivaji statue collapse: छत्रपति शिवाजी महाराज की मूर्ति गिरने का मामला तूल पकड़ने के बाद शुक्रवार को पीएम नरेंद्र मोदी ने माफी मांग कर लोगों के गुस्से को शांत करने की कोशिश की। पीएम मोदी ने कहा कि मैं महाराष्ट्र में आया तो सबसे पहले शिवाजी महाराज से मूर्ति गिरने के लिए माफी मांगी। मैं उन लोगों से भी माफी मांगता हूं जो इस घटना से आहत हुए हैं।

मैं सिर झुकाकर माफ़ी मांगता हूं

शुक्रवार को प्रधानमंत्री मोदी, महाराष्ट्र यात्रा पर थे। पालघर पहुंचे प्रधानमंत्री ने कहा कि छत्रपति शिवाजी की मूर्ति गिरने से काफी लोग आहत हुए हैं। जब मैं यहां पहुंचा तो मैंने सबसे पहले शिवाजी से मूर्ति गिरने पर माफ़ी मांगी। मैं उन लोगों से भी माफ़ी मांगता हूं जो इस घटना से आहत हुए हैं। जो लोग छत्रपति शिवाजी महाराज को अपना देवता मानते हैं और उन्हें बहुत दुख पहुंचा है, मैं उनसे सिर झुकाकर माफ़ी मांगता हूं। हमारे मूल्य अलग हैं। हमारे लिए हमारे देवता से बड़ा कुछ नहीं है।

पीएम मोदी ने कहा कि छत्रपति शिवाजी महाराज मेरे और मेरे दोस्तों के लिए सिर्फ एक नाम नहीं है। हमारे लिए छत्रपति शिवाजी महाराज सिर्फ एक महाराजा नहीं हैं। हमारे लिए वे पूजनीय हैं। आज मैं छत्रपति शिवाजी महाराज के सामने नतमस्तक हूं और उनसे क्षमा मांगता हूं।

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एक साल से भी कम समय में गिर गई शिवाजी महाराज की मूर्ति

शिवाजी महाराज की मूर्ति बीते साल दिसंबर में की गई थी। नौसेना दिवस समारोह में शिरकत करने पहुंचे प्रधानमंत्री मोदी ने इसका अनावरण किया था। दरअसल, महाराष्ट्र में शिवाजी महाराज का विशेष सम्मान है। छत्रपति शिवाजी महाराज, मराठा अस्मिता और विरासत के गौरवशाली प्रतीक हैं। 4 दिसंबर 2023 को धूमधाम से प्रतिमा का अनावरण किया गया था लेकिन कुछ ही महीनों बाद यह प्रतिमा धराशायी हो गई। प्रतिमा गिरने के बाद विपक्ष ने मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए राज्य सरकार पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया। शिवाजी महाराज का सिर जमीन पर गिरने से पूरे महाराष्ट्र में आक्रोश फैल गया।

उधर, मामला तूल पकड़ता देख महाराष्ट्र में एकनाथ शिंदे की अगुवाई में सरकार लगातार सफाई देती रही। बिना देर किए प्रतिमा को सही कराने का भी ऐलान किया गया। लेकिन फिर भी लोगों का गुस्सा नहीं शांत हुआ तो मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और उप मुख्यमंत्री अजीत पवार ने एक-एक कर माफी मांगी। अब पीएम मोदी ने भी इस मुद्दे पर माफी मांगी है।

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