सार
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने कहा कि विपक्ष चाहे जितना बड़ा गठबंधन बना ले भ्रष्टाचार के खिलाफ उनकी लड़ाई जारी रहेगी। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार बंद होने से कुछ लोग भड़के हुए हैं और गाली दे रहे हैं।
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने बुधवार को विपक्षी दलों पर जमकर निशाना साधा। लोकसभा चुनाव 2024 (Lok Sabha Election 2024) से पहले विपक्षी दलों को एकजुट करने की कोशिश पर पीएम ने कहा कि भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई से कुछ लोग भड़के हुए हैं। वे चाहे जितना बड़ा गठबंधन बना लें लड़ाई जारी रहेगी।
एक टीवी चैनल के कार्यक्रम में पीएम ने कहा कि उनकी सरकार ने 9 साल में ईमानदार प्रणाली तैयार की है। भ्रष्टाचार के सिस्टम से लाभ लेने वालों को यह पसंद नहीं है। वे नाजाज होकर शोर मचा रहे हैं। वे ईमानदार प्रणाली को नष्ट करना चाहते हैं, लेकिन अपनी साजिश में कामयाब नहीं होंगे। दरअसल, कांग्रेस और कई क्षेत्रीय दलों ने नरेंद्र मोदी सरकार पर विपक्ष को निशाना बनाने के लिए जांच एजेंसियों का इस्तेमाल करने और लोकतांत्रिक संस्थानों को कमजोर करने का आरोप लगाया है।
टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल कर भ्रष्टाचार खत्म किया
पीएम ने कहा, "हमारी सरकार ने टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल कर सरकारी योजनाओं और खर्चों में होने वाले हजारों करोड़ रुपए के भ्रष्टाचार को समाप्त किया है। इससे कुछ लोगों के भ्रष्टाचार के स्रोत रुक गए हैं। ऐसे लोग गाली नहीं देंगे तो और क्या करेंगे।"
उन्होंने कहा, "हमारी सरकार ने JAM (जन धन बैंक खाते, आधार और मोबाइल फोन) का इस्तेमाल कर विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं के 10 करोड़ फर्जी लाभार्थियों को खत्म कर दिया। कांग्रेस सरकार ने ऐसे लोगों को पैसा भेजा जो असल में मौजूद नहीं हैं। वे सिर्फ कागजों में थे।"
कितना भी बड़ा गठबंधन बना लें जारी रहेगी लड़ाई
नरेंद्र मोदी ने कहा, "वे कितना भी बड़ा गठबंधन बना लें, सभी भ्रष्ट और परिवारवादी एक मंच पर आ जाएं मोदी अपने रास्ते से पीछे हटने वाला नहीं है। मैंने देश को भ्रष्टाचार और भाई-भतीजावाद से मुक्त करने का संकल्प लिया है। यह जारी रहेगा।"
कोरोना महामारी के दौरान जोखिम में डाली राजनीतिक पूंजी
मोदी ने कहा, "कोरोना महामारी के दौरान हर ओर टीकों की बात हो रही थी। विदेश में बन रहे टीकों को जल्द से जल्द भारत लाने की चर्चा हो रही थी। ऐसे वक्त में मैंने अपनी "राजनीतिक पूंजी" को जोखिम में डाला। हमने टीकों के निर्माण में आत्मनिर्भरता का रास्ता चुना।"