सार
पंजाब के फिरोजपुर जिले की पुलिस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सुरक्षा में हुई चूक मामले में केस दर्ज किया है। फिरोजपुर के कुलगढ़ी थाना में 150 अज्ञात लोगों के खिलाफ आईपीसी की धारा 283 के तहत केस दर्ज किया गया है।
फिरोजपुर। पंजाब के फिरोजपुर (Ferozepur) जिले की पुलिस ने बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सुरक्षा में हुई चूक (PM Modi Security Breach) मामले में केस दर्ज किया है। फिरोजपुर के कुलगढ़ी थाना में 150 अज्ञात लोगों के खिलाफ आईपीसी की धारा 283 के तहत केस दर्ज किया गया है।
प्रधानमंत्री के काफिले को रोकने के लिए रास्ता बंद करने वालों के खिलाफ पुलिस द्वारा धारा 283 के तहत केस दर्ज करने पर सवाल उठ रहे हैं। यह धारा सार्वजनिक रास्ते पर बाधा पैदा करने से संबंधित है। इसमें आरोपी महज 200 रुपए जुर्माना का भुगतान कर छूट सकते हैं। प्रदर्शनकारियों के खिलाफ सिर्फ धारा 283 लगाने को पुलिस द्वारा की जा रही खानापूर्ति बताया जा रहा है।
केंद्रीय टीम ने पुलिस अधिकारियों से की पूछताछ
दूसरी ओर गृह मंत्रालय की टीम ने प्रधानमंत्री की सुरक्षा में चूक मामले की जांच शुरू कर दी है। केंद्रीय कैबिनेट सचिवालय (सुरक्षा) के सचिव सुधीर कुमार सक्सेना के नेतृत्व वाली टीम में आईबी के ज्वाइंट डायरेक्टर बलबीर सिंह और एसपीजी के आईजी एस सुरेश शामिल हैं। शुक्रवार को टीम फिरोजपुर पहुंची। टीम ने एडीजीपी साइबर क्राइम नागेश्वर राव से 50 मिनट तक पूछताछ की।
टीम फिरोजपुर के गांव प्यारेआना के उस फ्लाईओवर पर भी पहुंची जहां बुधवार को किसानों ने प्रधानमंत्री का काफिला रोका था। करीब 40 मिनट तक चली जांच में अधिकारियों ने फ्लाईओवर के उन हिस्सों की जांच की जहां से किसान मुख्य मार्ग पर चढ़े थे। केंद्रीय टीम ने बीएसएफ हेडक्वार्टर में फिरोजपुर, मोगा, बठिंडा और फरीदकोट के पुलिस अधिकारियों से पूछताछ की। बुधवार को ड्यूटी पर तैनात पुलिस अधिकारियों से भी पूछताछ की गई।
यह है मामला
प्रधानमंत्री मोदी बुधवार सुबह बठिंडा पहुंचे थे। वहां से उन्हें हेलिकॉप्टर से हुसैनीवाला स्थित राष्ट्रीय शहीद स्मारक जाना था। बारिश और खराब विजिबिलिटी के चलते पीएम ने करीब 20 मिनट तक मौसम साफ होने का इंतजार किया। जब मौसम ठीक नहीं हुआ तो तय किया गया कि पीएम सड़क मार्ग से राष्ट्रीय शहीद स्मारक का दौरा करेंगे। सड़क मार्ग से जाने में 2 घंटे से अधिक समय लगना था। हुसैनीवाला में राष्ट्रीय शहीद स्मारक से लगभग 30 किलोमीटर पहले, जब पीएम का काफिला एक फ्लाईओवर पर पहुंचा, तो वहां कुछ प्रदर्शनकारियों ने सड़क पर जाम लगा रखा था। इस दौरान प्रधानमंत्री करीब 15 से 20 मिनट तक फ्लाईओवर पर फंसे रहे। इसके बाद दिल्ली लौट गए।