सार

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज शाम 4:30 बजे वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से 30वें राष्ट्रीय महिला आयोग (एनसीडब्ल्यू) स्थापना दिवस कार्यक्रम को संबोधित करेंगे। कार्यक्रम का विषय, ‘महिलाएं, जो बदलाव लाती हैं’ ('शी द चेंज मेकर') है, जिसका उद्देश्य विभिन्न क्षेत्रों में महिलाओं की उपलब्धियों का उत्सव मनाना है।

नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी(Prime Minister Narendra Modi) आज शाम 4:30 बजे वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से 30वें राष्ट्रीय महिला आयोग (एनसीडब्ल्यू) स्थापना दिवस कार्यक्रम को संबोधित करेंगे। कार्यक्रम का विषय, ‘महिलाएं, जो बदलाव लाती हैं’ ('शी द चेंज मेकर') है, जिसका उद्देश्य विभिन्न क्षेत्रों में महिलाओं की उपलब्धियों का उत्सव मनाना है। राज्य महिला आयोग, राज्य सरकारों के महिला और बाल विकास विभाग, विश्वविद्यालय और कॉलेज के शिक्षण संकाय व छात्र, स्वैच्छिक संगठन, महिला उद्यमी तथा व्यावसायिक संघ इस आयोजन का हिस्सा होंगे। इस अवसर पर केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री भी उपस्थित रहेंगी।   

राष्ट्रीय महिला आयोग के बारे में
राष्‍टीय महिला आयोग की स्‍थापना महिलाओं के लिए संवैधानिक और विधायी सुरक्षा उपायों की समीक्षा करने और शिकायतों के निवारण को सरल बनाने के मकसद से जनवरी, 1992 में की गई थी। वर्ष 1990 के दौरान केंद्र सरकार ने गठित किए जाने वाले प्रस्‍तावित आयोग की संरचना, कृत्‍यों, शक्‍तियों आदि के बारे में गैर-सरकारी संगठनों, सामाजिक कार्यकर्ताओं एवं विशेषज्ञों के साथ परामर्श बैठकें कीं, ताकि महिला आयोग को और अधिक प्रभावी बनाया जा सके। इसके बाद मई, 1990 में विधेयक को लोक सभा में फिर से लाया गया।

जुलाई 1990 में मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने विधेयक के बारे में सुझाव प्राप्‍त  करने के लिए राष्‍ट्रस्‍तरीय सम्‍मेलन आयोजित किया।  अगस्‍त, 1990 में सरकार इसमें अनेक संशोधन लाई और आयोग को सिविल न्‍यायालय की शक्‍तियां दी गईं। विधेयक पारित हुआ और 30 अगस्त, 1990 को राष्‍ट्रपति की स्‍वीकृति मिली।

पहले आयोग का गठन 31 जनवरी, 1992 को हुआ, जिसकी अध्‍यक्ष जानकी पटनायक थीं। दूसरे आयोग का गठन जुलाई, 1995 में किया गया जिसकी अध्‍यक्ष डॉ. मोहिनी गिरि थीं।  तीसरे आयोग का गठन जनवरी, 1999 में किया गया, जिसकी अध्‍यक्ष विभा पारथसारथी थीं। चौथे आयोग का गठन जनवरी, 2002 में किया गया और सरकार ने अध्‍यक्ष के रूप में डॉ. पूर्णिमा आडवाणी को नामित किया। पांचवें आयोग का गठन फरवरी, 2005 में किया गया, जिसकी अध्‍यक्ष डॉ. गिरिजा व्‍यास थीं। छठे आयोग का गठन अगस्‍त, 2011 में किया गया, जिसकी अध्‍यक्ष ममता शर्मा थीं। सातवें आयोग का गठन 2014 में किया गया है, जिसकी अध्‍यक्ष ललिता कुमारमंगलम हैं।
(सोर्स-ncw.nic.in/hi/commission)

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