78 साल बाद प्रधानमंत्री कार्यालय साउथ ब्लॉक से सेंट्रल विस्टा की नई बिल्डिंग 'सेवा तीर्थ 1' में शिफ्ट हो रहा है। कैबिनेट सचिवालय और NSA के ऑफिस भी नए कॉम्प्लेक्स में होंगे। पुराने साउथ और नॉर्थ ब्लॉक को 'भारत संग्रहालय' में बदला जाएगा।

नई दिल्ली. भारत के प्रधानमंत्री कार्यालय का पता अब खोजना मुश्किल नहीं होगा। पिछले 78 सालों से यह साउथ ब्लॉक के कॉम्प्लेक्स से काम कर रहा था। लेकिन अब प्रधानमंत्री कार्यालय एक नई बिल्डिंग में शिफ्ट हो रहा है। सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट के तहत बनी इस नई बिल्डिंग में PMO जल्द ही शिफ्ट हो जाएगा। प्रधानमंत्री कार्यालय अब नई बिल्डिंग 'सेवा तीर्थ 1' से अपना काम करेगा।

कुल 'सेवा तीर्थ' ऑफिस

वायु भवन के बगल में बने एग्जीक्यूटिव एन्क्लेव 1 बिल्डिंग में प्रधानमंत्री कार्यालय होगा। कुल तीन बिल्डिंग बनाई गई हैं। इनमें से 'सेवा तीर्थ 1' में प्रधानमंत्री का दफ्तर होगा। वहीं, 'सेवा तीर्थ 2' में कैबिनेट सचिवालय और 'सेवा तीर्थ 3' में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजित डोभाल का ऑफिस होगा।

कई जगहों के नाम बदले गए

हाल ही में केंद्र सरकार ने सरकारी सेवाओं, दफ्तरों और सड़कों समेत कई चीजों के नाम बदले हैं। सबसे खास था राजपथ का नाम बदलकर कर्तव्य पथ करना। अब दिल्ली के राज्यपाल के राजभवन का नाम बदलकर 'लोक भवन' कर दिया गया है। इसी तरह, दफ्तरों को 'सेवा तीर्थ' जैसे कई नए नाम दिए गए हैं। सेंट्रल सेक्रेटेरिएट का नाम बदलकर 'कर्तव्य भवन' कर दिया गया है।

मंत्रालयों के ऑफिस भी नई बिल्डिंग में

कई मंत्रालयों के दफ्तर पहले ही नई बिल्डिंग में शिफ्ट हो चुके हैं। शास्त्री भवन, निर्माण भवन, कृषि भवन समेत कई मंत्रालय अब नई बिल्डिंग से काम कर रहे हैं। सेक्रेटेरिएट बिल्डिंग का नाम 'कर्तव्य भवन' रखकर ब्रिटिश काल की औपनिवेशिक सोच से बाहर निकलने की कोशिश की गई है। सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट के तहत, ऐतिहासिक साउथ ब्लॉक और नॉर्थ ब्लॉक की बिल्डिंग्स को 'भारत संग्रहालय' में बदला जा रहा है।