'सारे जहां से अच्छा' लिखने वाले मोहम्मद इकबाल ने आधुनिकता को मुसलमानों के लिए एक गंदा शब्द बना दिया

| Published : Nov 09 2021, 10:39 PM IST / Updated: Nov 09 2021, 10:42 PM IST

'सारे जहां से अच्छा' लिखने वाले मोहम्मद इकबाल ने आधुनिकता को मुसलमानों के लिए एक गंदा शब्द बना दिया
'सारे जहां से अच्छा' लिखने वाले मोहम्मद इकबाल ने आधुनिकता को मुसलमानों के लिए एक गंदा शब्द बना दिया
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