सार

महाराष्ट्र में भारतीय जनता पार्टी और शिवसेना के बीच सरकार गठन को लेकर चल रही सियासी लड़ाई अब दिल्ली पहुंच चुकी है। जहां सीएम फडणवीस आज दिल्ली पहुंचकर अमित शाह से मुलाकात कर सकते हैं। वहीं, एनसीपी नेता पवार सोनिया गांधी से मिलेंगे।

नई दिल्ली. महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के नतीजे आने के 10 दिन बाद भी अब तक राज्य को नई सरकार नहीं मिल पाई है। भारतीय जनता पार्टी और शिवसेना के गठबंधन को सरकार बनाने के लिए जनता ने तो पर्याप्त सीटें दी हैं, लेकिन दोनों दलों के बीच सरकार गठन को लेकर चल रही तनातनी अपने चरम पर है। जिसका नतीजा है कि राज्य का पूरा सियासी समीकरण ही बदल गया हैं। जिससे अब कांग्रेस-शिवसेना गठबंधन भी सत्ता की तस्वीर में आ गया है और लंबे समय से चली आ रही ये खींचतान दिल्ली तक पहुंच गई है। 

फडणवीस शाह से करेंगे मुलाकात 

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस आज दिल्ली पहुंचकर बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह से मुलाकात कर सकते हैं। शिवसेना ने खुले तौर पर अपने विरोधी सुर के तेज होने के बाद  फडणवीस ने पार्टी के हाईकमान से मुसाकात करने का निर्णय लिया है। रविवार को शिवसेना नेता संजय राउत ने दावा किया है कि शिवसेना के पास 170 विधायकों का समर्थन है यानी वह सरकार बनाने की स्थिति में है। सिर्फ इतना ही नहीं, शिवसेना सार्वजनिक तौर पर बीजेपी की आलोचना भी कर रही है और उसके नेता महाराष्ट्र का अगला मुख्यमंत्री शिवसेना से होने का दावा भी कर रहे हैं। 

सोनिया से मिलेंगे पवार

शिवसेना के नेता संजय राउत के पूर्ण बहुमत के दावे पर गौर करें तो बीजेपी को छोड़कर उसे कांग्रेस और एनसीपी दोनों का समर्थन मिलने के बाद ही ये दावा सच साबित हो सकती है। शिवसेना को इन दोनों दलों का समर्थन मिलने का चर्चा भी जोरों पर है और इस बीच एनसीपी के प्रमुख शरद पवार भी आज दिल्ली पहुंच रहे हैं। जानकारी के मुताबिक, शरद पवार महाराष्ट्र मुद्दे पर कांग्रेस की कार्यकारी अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात करेंगे। 

 

कांग्रेस नेता ने की है मांग 

महाराष्ट्र कांग्रेस के नेता हुसैन दलवई सोनिया गांधी को चिट्ठी लिखकर शिवसेना के साथ सरकार बनाने की मांग कर चुके हैं. हालांकि, राम मंदिर जैसे बड़े मुद्दे को ध्यान में रखते हुए कांग्रेस हाईकमान ऐसे प्रस्ताव पर पूरी तरह सहमत नजर नहीं आ रहा है. ऐसे में आज होने जा रही सोनिया गांधी और शरद पवार की मुलाकात काफी अहम है।

मुमकिन है शिवसेना से अगला मुख्यमंत्री होना 

महाराष्ट्र के अन्य सियासी दल बीजेपी के खिलाफ शिवसेना के साथ मिलकर सरकार बनाने को लेकर तरह-तरह के बयान दे रहे हैं। इस बीच रविवार को एनसीपी के वरिष्ठ नेता नवाब मलिक ने कहा है कि शिवसेना का अगला मुख्यमंत्री होना मुमकिन है। हालांकि, समर्थन के सवाल पर उन्होंने गेंद शिवसेना के पाले में डालते हुए कहा कि शिवसेना पहले अपनी भूमिका साफ करे, उसके बाद एनसीपी अपनी स्थिति भी स्पष्ट कर देगी।

बीजेपी ने दिया है नया ऑफर

सबसे ज्यादा सीटें जीतने वाली बीजेपी किसी भी कीमत पर हाथ आई सत्ता को खिसकने नहीं देना चाहती है। लेकिन एक अहम जानकारी निकलकर सामने आई है कि बीजेपी ने सरकार बनाने के लिए शिवसेना को नया ऑफर भी दे दिया है। जिसमें बीजेपी ने शिवसेना को डिप्टी सीएम के साथ 16 मंत्री पद देने का वादा किया है। जिसमें राजस्व और PWD जैसे अहम मंत्रालय शामिल हैं। अब देखना दिलचस्प होगा कि शिवसेना को मनाने के लिए अमित शाह और फडणवीस की मुलाकात में क्या सत्ता की भागीदारी को लेकर कोई और फैसला लिया जा सकता है या कांग्रेस-एनसीपी विपक्ष में बैठने के बजाय शिवसेना के साथ सत्ता का हिस्सा बनेगी।