महाराष्ट्र में शिवसैनिकों के उग्र होने और बागी विधायकों के कार्यालयों पर हमला किए जाने के बाद बागी विधायकों के नेतृत्वकर्ता एकनाथ शिंदे ने शिवसैनिकों को मराठी में अपील की है। एकनाथ शिंदे ने अपने सोशल मीडिया पर लिखा- प्रिय शिवसैनिकों, अच्छी तरह से समझें, महा विकास अघाड़ी (MVA) के खेल को पहचानो..! मैं शिवसेना और शिवसैनिकों को MVA के अजगर के चंगुल से मुक्त कराने के लिए संघर्ष कर रहा हूं। यह लड़ाई आप शिवसैनिकों के फायदे के लिए है।
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Maharashtra Political Crisis: बालासाहेब के नाम पर रार, एकनाथ शिंदे के घर समर्थकों की भीड़
मुंबई. Maharashtra Political Crisis:शिवसेना के बागी मंत्री एकनाथ शिंदे के हठ को देखते हुए महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के तेवर भी अब उग्र हो उठे हैं। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने बागी विधायकों को विश्वासघात करार दिया है। शिवसेना का आरोप है कि भाजपा उनके संगठन को खत्म करना चाहती है और अपने हिंदू वोटबैंक को साझा नहीं करना चाहती। उद्धव ठाकरे का कहना है कि अपने ही लोगों ने धोखा दिया है, जिससे उनकी ढाई साल पुरानी गठबंधन सरकार को संकट का सामना करना पड़ा है। पढ़िए नया घटनाक्रम...
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छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि भाजपा विपक्षी दलों को बर्दाश्त ही नहीं कर पाती। असहमति का सम्मान वे करते ही नहीं। रौंद देना चाहते हैं, समाप्त कर देना चाहते हैं, लेकिन भारत एक लोकतांत्रिक देश है यहां इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। जनता सब देख रही है।
महाराष्ट्र में राजनीतिक संकट पर AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि महा विकास अघाड़ी को इस मामले पर विचार करने दें। हम सामने हो रहे ड्रामा पर नजर रख रहे हैं... यह बंदरों के नाच जैसा लग रहा है। एक शाखा से दूसरी शाखा में कूदने वाले बंदरों की तरह लोग काम कर रहे हैं।
शिवसेना के बागी नेता एकनाथ शिंदे को लेकर पार्टी समर्थक भी बंटे हुए हैं। दोपहर में जहां शिवसैनिकों ने एकनाथ शिंदे का पुतला फूंका और उनके बेटे के कार्यालय पर हमला बोला गया। वहीं शाम को ठाणे में उनके आवास के बाहर समर्थन में पोस्टर लगाए गए।
महाराष्ट्र के मंत्री आदित्य ठाकरे ने कहा है कि बैठक में क्या चर्चा हुई, यह तो आप जानते ही हैं। अहम बात यह है कि हम शिवसेना के बागी विधायकों द्वारा किए गए विश्वासघात को नहीं भूलेंगे। हम (शिवसेना) निश्चित रूप से जीतेंगे।
बागी विधायक दीपक केसरकर ने कहा कि उनका संगठन कोई नहीं तोड़ रहा है, हम भी उस संगठन के सदस्य हैं, कल भी रहेंगे। जब उद्धव ठाकरे को हकीकत का पता चलेगा तब वो शायद ये निर्णय लें कि हमने जो किया वह सही था। अगर लोगों को सही नहीं लग रहा तो हम अपना निर्णय बदलते हैं, वो नेता हैं कुछ भी कर सकते हैं।
केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले ने कहा कि शिवसेना कार्यकर्ताओं को बागी विधायकों को धमकाना नहीं चाहिए। उन्होंने कहा कि अगर शिवसेवा के कार्यकर्ता दादागिरी करते हैं तो हम उसी तरहे से प्रतिक्रिया देने में सक्षम हैं। उन्होंने कहा कि एमवीए सरकार अल्पमत में है।
शिवसेना के बागी विधायक दीपक केसरकर ने कहा कि हम अभी भी शिवसेना में हैं, गलतफहमी है कि हमने पार्टी छोड़ दी है। हमने अभी अपने गुट को अलग किया है। हमारे पास उस रास्ते पर चलने के लिए 2-3वां बहुमत है जो हम चाहते थे। हमारा नया नेता बहुमत से चुना गया। उनके पास 16-17 से ज्यादा विधायक नहीं हैं।
शिवसेना की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक के बाद शिवसेना नेता संजय राउत ने आपत्तिजनक बयान दिया है। उन्होंने कहा कि उद्धव ठाकरे ने कहा है कि जो लोग छोड़कर गए हैं, वे शिवसेना के नाम से वोट मत मांगे और अगर वोट मांगते हैं तो अपने खुद के बाप के नाम पर मांगे। शिवसेना के बाप बालासाहेब ठाकरे के नाम पर वोट मत मांगे।
असम के गुवाहाटी स्थित एक होटल में बागी गुट के विधायकों की बैठक की जा रही है।
शिवसेना की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक के बाद संजय राउत ने कहा कि बैठक में 6 प्रस्ताव पास हुए हैं...जिन लोगों ने, चाहे वे कितने भी बड़े नेता हों, जिसने शिवसेना के साथ गद्दारी या बेईमानी की है उनपर कठोर कार्रवाई करने के सर्वाधिकार हमने एक प्रस्ताव के माध्यम से उद्धव ठाकरे साहब को दिए हैं। छठे प्रस्ताव में कहा गया है कि बालासाहेब ठाकरे का नाम अगर कोई अपने राजनीतिक स्वार्थ के लिए इस्तेमाल करता है तो हमें ये मंजूर नहीं, उसपर क़ानूनी कार्रवाई की जाएगी।
जम्मू कश्मीर में पीडीपी की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने भाजपा पर करारा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि जिस तरह से भाजपा ने मध्य प्रदेश, राजस्थान, गोवा या महाराष्ट्र मे विधायकों की खरीद फरोख्त की है, भ्रष्टाचार का इससे बड़ा उदाहरण इतिहास में नहीं है।
महाराष्ट्र विधानसभा के डिप्टी स्पीकर ने एकनाथ शिंदे खेमे के 16 बागी शिवसेना विधायकों को अयोग्यता नोटिस जारी किया है। सभी विधायक इस समय गुवाहाटी के एक होटल में रुके हुए हैं।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे व उनके बेटे आदित्य ठाकरे सेना भवन में आयोजित राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में शामिल होने के बाद वापस निकल चुके हैं। इस दौरान पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने उनका जोरदार स्वागत किया और सपोर्ट में नारेबाजी भी की गई।
महाराष्ट्र के पूर्व महाधिवक्ता और संवैधानिक विशेषज्ञ श्रीहरि अणे ने कहा कि विधायकों की अयोग्यता कानूनी तर्क पर ही संभव है। यह फैसला करने से पहले डिप्टी स्पीकर को शिवसेना व बागी विधायकों को सुनवाई का मौका देना होगा। यदि संवैधानित तंत्र की विफलता सामने आती है तो राज्यपाल हस्तक्षेप कर सकते हैं। हालांकि महाराष्ट्र में अभी यह हालात नहीं हैं।
महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे ने कहा कि कुछ लोग मुझसे कुछ कहने के लिए कह रहे हैं लेकिन मैं पहले ही कह चुका हूं कि वे (बागी विधायक) जो चाहें कर सकते हैं, मैं उनके मामलों में दखल नहीं दूंगा। वे अपना फैसला खुद ले सकते हैं, लेकिन किसी को भी बालासाहेब ठाकरे के नाम का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए।
शिवसेना के हाथ से सत्ता तो जा ही रही है अब पार्टी कितनी बची रहेगी, इस पर मंथन किया जा रहा है। सीएम उद्धव ठाकरे के नेतृत्व में शिवसेना की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक जारी है। वहीं नाराज कार्यकर्ताओं ने बागियों का पुतला फूंका है। दूसरी असम के गुवाहाटी में रेडिसन ब्लू होटल में भी बागी नेताओं की मीटिंग चल रही है। जिसमें आगे की कार्रवाई पर चर्चा की जा रही है।
असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा कि इसमें हमारा फायदा हो रहा है। महाराष्ट्र में भाजपा उनका (शिवसेना के बागी विधायक) समर्थन करे या नहीं करे इसका मुझसे क्या लेना-देना। मैं तो बस इतना ही कहना चाहता हूं कि अगर असम में कोई मेहमान आया है तो उसे सुरक्षा और सहुलियत मिलनी चाहिए। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि गुवाहाटी में 200 होटल हैं और सभी में मेहमान हैं। अब असम में बाढ़ है तो क्या ये बोलकर मैं लोगों को होटल से भेज दूं? असम के लोग उनका बिल नहीं दे रहे हैं बल्कि उनसे पैसा ले रहे हैं....
महाराष्ट्र में चल रहे राजनैतिक संकट के बीच शिवसेना कार्यकर्ताओं ने पार्टी के बागी विधायकों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया है। शिवसेना कार्यकर्ताओं ने खारघर में पार्टी कार्यालय के बाहर पुतला फूंका और जमकर नारबाजी की है।
बागी नेता एकनाथ शिंदे ने दावा किया है कि महाराष्ट्र सरकार ने राजनीतिक प्रतिशोध के कारण शिवसेना के 16 बागी विधायकों की सुरक्षा हटाई है। वहीं राज्य के गृह मंत्री ने इस कदम से इनकार किया है। जानकारी के अनुसार शिवसेना के असंतुष्ट नेता एकनाथ शिंदे ने आरोप लगाया कि महाराष्ट्र सरकार ने खुद समेत 16 बागी विधायकों के आवासों की सुरक्षा वापस ले ली है। उन्होंने इस कार्रवाई को राजनीतिक प्रतिशोध करार दिया। वहीं गृह मंत्री दिलीप वालसे पाटिल ने इस तरह के किसी भी कदम से इनकार किया है।