सार
पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिले में रामपुरहाट में राजनीतिक हिंसा(West Bengal Political Violence) का बड़ा मामला सामने आया है। यहां एक टीएमसी नेता की हत्या के बाद पार्टी के कार्यकर्ता हिंसा पर उतर आए। पूरे इलाके में हिंसा फैल गई है। शुरुआती जांच में सामने आया है कि उग्र भीड़ ने10-12 घरों के गेट को बंद करके उसमें आग लगा दी। कहा जा रहा है कि इसमें 8 लोगों की मौत हो गई।
कोलकाता. पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिले में रामपुरहाट में राजनीतिक हिंसा (West Bengal Political Violence) का बड़ा मामला सामने आया है। यहां एक टीएमसी नेता की हत्या के बाद पार्टी के कार्यकर्ता हिंसा पर उतर आए। पूरे इलाके में हिंसा फैल गई है। शुरुआती जांच में सामने आया है कि उग्र भीड़ ने10-12 घरों के गेट को बंद करके उसमें आग लगा दी। कहा जा रहा है कि इसमें 8 लोगों की मौत हो गई। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, घटना सोमवार रात की है। पुलिस को आगजनी की सूचना मिली थी। जब पुलिस मौके पर पहुंची, तब तक उपद्रवियों ने 10-12 घरों में आग लगा दी थी। पुलिस को मौके से 7 जले हुए शव मिले हैं। ये शव अकेले एक घर से मिले।
क्षेत्र में अभी भी तनाव है। बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है। पुलिस की शुरुआती जांच में यह आपसी रंजिश का मामला माना जा रहा है। इस मामले को लेकर भाजपा के पश्चिम बंगाल के सांसदों ने बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सुकान्त मजूमदार की अगुवाई में गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की। मजूमदार ने मीडिया को बताया कि अमित शाह ने 72 घंटे में इस पूरे मामले में राज्य सरकार से रिपोर्ट मांगी है।
यह सामने आई हिंसा के पीछे की वजह
शुरुआती मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, तृणमूल कांग्रेस(TMC) के स्थानीय नेता और बरशल ग्राम पंचायत बोकतुई के उप प्रमुख भादु शेख की सोमवार को किसी रंजिश के चलते हत्या कर दी गई। शेख पर बम से हमला किया गया था। उनकी हत्या की खबर जैसे ही टीएमसी के कार्यकर्ताओं तक पहुंची, देखते ही देखते उपद्रव शुरू हो गया। इसके बाद बड़ी संख्या में TMC के समर्थकों ने आरोपियों के घरों में आग लगा दी। पुलिस भी इसे राजनीतिक हिंसा से जोड़कर जांच कर रही है। क्षेत्र में तनाव को देखते हुए इलाके में पुलिस फोर्स तैनात किया गया है।
हिंसा का शिकार बने भाजपा समर्थक थे
स्थानीय सूत्रों और भाजपा समर्थकों ने बताया है कि टीएमसी सदस्यों ने जिनके घरों में आग लगाई वे भाजपा समर्थक थे। लेकिन पुलिस शार्ट सर्किट से आग लगाना बता रह है। पुलिस ने केवल 7 मौतों की पुष्टि की है, लेकिन अनौपचारिक सूत्रों ने यह संख्या 12 बताई है, जबकि मीडिया में इसे 10 बताया जा रहा था। हालांकि पश्चिम बंगाल के डीजीपी मनोज मालवीय ने मंगलवार को साफ किया कि हिंसा में 10 नहीं बल्कि 8 लोगों की मौत हुई है। टीएमसी के बीरभूम जिलाध्यक्ष अनुब्रत मंडल ने भी कहा है कि टीवी सेट में शॉर्ट सर्किट से घरों में आग लगी। हिंसा में कई लोग घायल हैं। 3 को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। डीजीपी ने बताया कि मामले की जांच के लिए एसआईटी का गठन किया गया है। इधर, इस घटना के लिए भाजपा ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का इस्तीफा मांगा है। राज्य के सीपीएम सचिव एमडी सेलिम ने इसे नरसंहार कहा है।
राज्यपाल जगदीप धनखड़(Governor West Bengal Jagdeep Dhankha) ने कहा-भयावह हिंसा
इस मामले में पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ (Governor West Bengal Jagdeep Dhankha) का बयान सामने आया है। उन्होंने इसे भयानक हिंसा और आगजनी का तांडव बताते हुए लिखा कि रामपुरहाट, बीरभूम राज्य में हिंसा की संस्कृति का इंगित करता है। इसमें पहले ही 8 लोगों की जान जा चुकी है। राज्यपाल ने घटना के संबंध में मुख्य सचिव से तत्कल अपडेट मांगा है। राज्यपाल ने tweet करते हुए कहा-''मेरी संवेदनाएं शोक संतप्त परिवारों के साथ हैं।''
पश्चिम बंगाल विधानसभा में विपक्ष के नेता सुवेंदु अधिकारी(Suvendu Adhikari) ने tweet करके कहा कि पश्चिम बंगाल में कानून-व्यवस्था तेजी से चरमरा गई है। पंचायत उपप्रधान (उप प्रमुख) की हत्या के बाद बीरभूम जिले के रामपुरहाट इलाके में तनाव और दहशत फैल गई है। भादू शेख कथित तौर पर कल शाम एक बम हमले में मारा गया था। गुस्साई भीड़ ने बाद में तोड़फोड़ की और कई घरों में आग लगा दी।
Law & order in a rapid freefall in WB.
Tension & terror has gripped Rampurhat area of Birbhum district, after a panchayat upoprodhan (deputy chief); Bhadu Sheik was reportedly killed last evening in a bomb attack.
Angry mob ransacked and set afire several houses afterwards.
SIT करेगी मामले की जांच
पुलिस के अनुसार, भादू शेख सोमवार रात को स्टेट हाईवे- 50 से गुजर रहे थे, तभी उन पर बम फेंका गया था। उन्हें घायल अवस्था में रामपुरहाट मेडिकल कॉलेज ले जाया गया, लेकिन तब तक उनकी जान जा चुकी थी। पुलिस ने हत्या के मामले में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। माना जा रहा है कि वो एक कॉन्ट्रैक्ट किलर है। इस मामले की जांच के लिए SIT का गठन किया गया है। इसमें ADG वेस्टर्न रेंज संजय सिंह, CID ADG ग्यानवंत सिंह के अलावा DIG CID ऑपरेशन मीरज खालिद को शामिल किया गया है।