सार
कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर की आशंका के बीच वैक्सीनेशन अभियान में तेजी लाने की जद्दोजहद चल रही है। केंद्र सरकार राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को अपने-अपने स्तर पर अभियान में जान फूंकने पर जोर दे रही है जबकि, विपक्षी दलों की पीड़ा है कि उन्हें वैक्सीन नहीं मिल रही है। राहुल गांधी लगातार वैक्सीनेशन की सुस्त रफ्तार को लेकर केंद्र सरकार को घेर रहे हैं। केजरीवाल का कहना है कि कंपनियों ने उन्हें वैक्सीन देने से मना कर दिया है। इस सबके बीच केंद्र का दावा है कि वो बेहतर काम कर रही है।
नई दिल्ली. देश में वैक्सीनेशन को लेकर विपक्षी दल लगातार केंद्र सरकार पर आरोप लगाते आ रहे हैं। वे पर्याप्त वैक्सीन नहीं मिलने, विदेशी कंपनियों के वैक्सीन देने से मना करने,अभियान धीमा होने को लेकर केंद्र सरकार को घेरते आ रहे हैं। इधर, केंद्र सरकार राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को अपने-अपने स्तर पर अभियान में जान फूंकने पर जोर दे रही है। केंद्र सरकार का यह भी दावा है कि वो बेहतर ढंग से काम कर रही है। लेकिन राहुल गांधी लगातार वैक्सीनेशन की सुस्त रफ्तार को लेकर केंद्र सरकार को घेर रहे हैं। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल कह रहे हैं कि उन्हें वैक्सीन नहीं मिल पा रही है।
वैक्सीनेशन को महामारी की चाबी मानते हैं राहुल गांधी
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने वैक्सीनेशन अभियान की गति सुस्त बताते हुए केंद्र सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि वैक्सीन महामारी को काबू में करने की चाबी है। लेकिन केंद्र सरकार को इसकी कोई परवाह नहीं है। उधर, शनिवार को राजस्थान में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने आरोप लगाया कि वैक्सीनेशन को लेकर कांग्रेस और राज्य की गहलोत सरकार द्वारा चलाए रहे गलत प्रचार-प्रसार के कारण 11 लाख से अधिक डोज बर्बाद हो गए। जबकि केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने रविवार कहा है कि दिसंबर तक देश के सभी लोगों को वैक्सीन लग जाएगी।
केजरीवाल बोले-हमें वैक्सीन देने से मना
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा-हमारी मॉडर्ना और फाइजर से बात हुई, वो कहते हैं कि हम आपको वैक्सीन नहीं देंगे, हम केंद्र सरकार से बात करेंगे। हम पहले ही काफी समय गंवा चुके हैं। मेरी केंद्र सरकार से अपील है कि केंद्र सरकार इनसे बात करके वैक्सीन आयात करे और राज्यों में बांटे। केजरीवाल ने यह भी कहा-हमने ब्लैक फंगस के लिए अपने सेंटर बना दिए हैं, लेकिन दवाई नहीं है तो इलाज कैसे करें? दिल्ली को रोज़ 2000 इंजेक्शन चाहिए लेकिन हमें 400-500 इंजेक्शन मिल रहे हैं। दिल्ली में ब्लैक फंगस के क़रीब 500 मरीज़ हैं।
केंद्र ने कहा-हमने रिकॉर्ड बनाया
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय का दावा है कि भारत में वैक्सीनेशन अभियान के तीसरे चरण में 18-44 साल की उम्र के लोगों को 1 करोड़ से ज़्यादा वैक्सीन लगाई गई है। भारत सरकार ने अब तक राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों को 21.80 करोड़ से अधिक (21,80,51,890) कोविड वैक्सीन की डोज़ उपलब्ध कराई है। 1.80 करोड़ से अधिक (1,80,43,015) वैक्सीन की डोज़ राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों के पास अभी भी उपलब्ध हैं। वैक्सीनेशन का तीसरा चरण 1 मई से शुरू हुआ है।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने पेश किया आंकड़ा
अस्थायी रिपोर्ट के अनुसार आज सुबह सात बजे तक 28,16,725 सत्रों में कोविड-19 के टीके की कुल 19,60,51,962 खुराक दी जा चुकी हैं। इनमें वे 97,60,444 स्वास्थ्य सेवा कर्मी (एचसीडब्ल्यू) शामिल हैं, जिन्होंने वैक्सीन की पहली खुराक ली है और 67,06,890 ऐसे एचसीडब्ल्यू भी शामिल हैं, जिन्होंने वैक्सीन की दूसरी खुराक ले ली है। इसके अलावा पहली खुराक लेने वाले 1,49,91,357 अग्रिम पंक्ति के कर्मी (एफएलडब्ल्यू), दूसरी खुराक लेने 83,33,774 एफएलडब्ल्यू, और 18 से 44 साल के आयु समूह में पहली खुराक लेने वाले 1,06,21,235 लोग शामिल हैं। इसके साथ-साथ 45 से 60 वर्ष की आयु के पहली खुराक लेने वाले और दूसरी 6,09,11,756 खुराक लेने वाले 98,18,384 लाभार्थियों के साथ-साथ 5,66,45,457 पहली खुराक लेने वाले और 1,82,62,665 दूसरी खुराक लेने वाले 60 वर्ष की आयु से ज्यादा के लाभार्थी भी शामिल हैं।
यहां वैक्सीन को बना रखा है हौवा
मध्य प्रदेश के उज्जैन के उन्हैल थाना के मालीखेड़ी गांव में गई स्वास्थ्य विभाग की टीम पर गांव के लोगों ने हमला कर दिया। ASP ग्रामीण ने बताया-टीकाकरण के लिए टीम लोगों को समझाने गई थी। लोगों ने टीम को भगाने की कोशिश की। 4 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।