सार

BSF की जांच का अधिकार क्षेत्र बढ़ाए जाने को लेकर कांग्रेस और अकाली दल की आपत्ति पर कैप्टन अमरिंदर सिंह ने नसीहत दी है। इधर, गोवा में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने दुश्मनों को चेतावनी दे डाली।

नई दिल्ली.  बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स (BSF) की जांच का अधिकार क्षेत्र बढ़ाए जाने को लेकर कांग्रेस और अकाली दल की आपत्ति पर कैप्टन अमरिंदर सिंह ने नसीहत दी है। इधर, गोवा में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने दुश्मनों को चेतावनी दे डाली। शाह ने कड़े शब्दों में कहा कि देश की सीमा पर हमले बर्दाश्त नहीं किए जाएंगे। अमित शाह ने दक्षिण गोवा के धारबांदोड़ा में राष्ट्रीय फोरेंसिक विज्ञान विश्वविद्यालय(NFSU) की आधारशिला रखी। इसी दौरान ये बात कही।

पहले जानें अमित शाह ने और क्या कहा
अमित शाह ने कहा-पुंछ में जब हमला हुआ तो पहली बार सर्जिकल स्ट्राइक कर भारत ने दुनिया को बता दिया कि भारत की सीमाओं के साथ छेड़-छाड़ करना इतना सरल नहीं। नरेंद्र मोदी और मनोहर पर्रिकर के नेतृत्व में पहली बार भारत ने अपनी सीमाओं की सुरक्षा और सम्मान साबित किया। पूरा देश मनोहर पर्रिकर को दो चीज़ो के लिए हमेशा याद करेगा। उन्होंने गोवा को उसकी पहचान दी और दूसरा उन्होंने तीनों सेनाओं को वन रैंक, वन पेंशन दिया।

यह भी पढ़ें-Drugs Party: दामाद को बेल मिलते ही NCP लीडर नवाब मलिक NCB पर भड़के, धमकियां मिलने पर Y+ सिक्योरिटी मिली

BSF के अधिकार क्षेत्र बढ़ाए जाने पर आपत्ति
केंद्रीय गृह मंत्रालय (Ministry of Home) ने बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स (BSF) का अधिकार क्षेत्र बढ़ाते हुए अब गिरफ्तारी, तलाशी और जब्ती का अधिकार दे दिया है। इस पर पंजाब कांग्रेस और अकाली दल को आपत्ति है। लेकिन पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह इसकी सराहना करते हैं। बता दें कि पहले BSF को पंजाब (Punajb), पश्चिम बंगाल (West Bengal) और असम (Assam) में सिर्फ 15 किलोमीटर के दायरे में ही जांच का अधिकार था। अब 50 किलोमीटर का अधिकार क्षेत्र हो जाने से BSF की शक्तियां बढ़ने से राज्यों के अधिकार क्षेत्र में दखल बढ़ जाएगा। 

https://t.co/00lEUVfJur

कैप्टन ने इस फैसले को सराहा
इस मामले को लेकर पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने कहा कि BSF को आंतरिक क्षेत्र में आकर पुलिस की तरह कार्रवाई की परमिशन देना संविधान के संघीय ढांचे के खिलाफ है। अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल इस फैसले को लेकर केंद्र सरकार और पंजाब सरकार के बीच मिलीभगत का आरोप लगा रहे हैं। बादल का आरोप है कि चन्नी इसलिए शोर मचा रहे हैं ताकि मिलीभगत सामने न आ सके।

इन दोनों के बीच पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह इस फैसले को सही ठहराते हैं। वे केंद्रीय सुरक्षाबलों को लेकर राजनीति न करने की सलाह देते हैं। कैप्टन ने कहा कि कश्मीर में हमारे जवान मारे जा रहे हैं। पाक समर्थित आतंकी पंजाब में भारी मात्रा में ड्रग्स और हथियार भेज रहे हैं। ऐसे में BSF की मौजूदगी से हमारी ताकत बढ़ेगी। हम मजबूत होंगे।

यह भी पढ़ें-Yudh Abhyas: साथ मिलकर दुश्मनों को धूल चटाने के तौर-तरीके सीखेंगी दुनिया की 2 महाशक्तियों की सेनाएं

सीमा पार के दुश्मनों से हो सकेगा मुकाबला
सीमा पार दुश्मनों से मुकाबला करने के लिए ही सरकार ने BSF को ये ढेर सारे शक्तियां दी हैं। BSF अब अपने इस अधिकार का प्रयोग भारत-पाकिस्तान (India-Pakistan) और भारत-बांग्लादेश (India-Bangladesh) के बीच इंटरनेशनल बार्डर्स (International Borders) के 50 किलोमीटर के दायरे में कर सकेगा। मजिस्ट्रेट के आदेश और वॉरंट के बिना भी बीएसएफ इस अधिकार क्षेत्र के अंदर गिरफ्तारी और तलाशी कर सकती है। 

यह भी पढ़ें-Social Media के लिए नई पॉलिसी ला सकती है सरकार; साइबर क्राइम पर नकेल और बच्चों की सिक्योरिटी पर होगा फोकस

पंजाब कांग्रेस को सबसे अधिक आपत्ति
बीएसएफ के नए अधिकार क्षेत्र पर पंजाब कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष सुनील जाखड़ (Sunil Jakhar) ने एक बार फिर से ट्विटर पर नाराजगी जाहिर की है। उन्होंने सीएम चरणजीत सिंह चन्नी से सवाल किया है कि क्या उन्होंने अनजाने में आधा पंजाब केंद्र को सौंप दिया है। जाखड़ ने कहा है कि अब पंजाब के 50000 वर्ग किलोमीटर के इलाके में से करीब 25000 वर्ग किलोमीटर बीएसएफ के दायरे में होगा। पंजाब पुलिस सिर्फ खड़ी रहेगी। क्लिक करके विस्तार से पढ़ें