सार
कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर का असर बेशक कम होने लगा है, लेकिन अब वैक्सीन को लेकर हायतौबा मचने लगी है। वैक्सीन की कमी या समय पर डोज नहीं मिल पाने से कई राज्य लगातार बयानबाजी कर रहे हैं। केजरीवाल ने एक विवादास्पद बयान दे दिया है। उन्होंने वैक्सीन को पाकिस्तान के साथ युद्ध से जोड़कर सवाल खड़ा कर दिया। वहीं, प्रियंका गांधी वाड्रा ने भारत में वैक्सीनेशन कार्यक्रम का श्रेय पंडित नेहरू को दे दिया।
नई दिल्ली. भारत में कोरोना वैक्सीन को लेकर राजनीति चरम पर है। केंद्र सरकार लगातार वैक्सीन के उत्पादन को बढ़ाने की दिशा में प्रयासरत है। उसका दावा है कि दिसंबर तक अधिकतम आबादी को वैक्सीन लग जाएगी। जबकि विपक्षी नेता लगातार इस मामले में सरकार को घेरने में लगे हैं। यानी वैक्सीन को लेकर हायतौबा मचने लगी है। वैक्सीन की कमी या समय पर डोज नहीं मिल पाने से कई राज्य लगातार बयानबाजी कर रहे हैं। केजरीवाल ने एक विवादास्पद बयान दे दिया है। उन्होंने वैक्सीन को पाकिस्तान के साथ युद्ध से जोड़कर सवाल खड़ा कर दिया। वहीं, प्रियंका गांधी वाड्रा ने भारत में वैक्सीनेशन कार्यक्रम का श्रेय पंडित नेहरू को दे दिया।
सरकार ये न पूछ कि दिल्ली ने परमाणु बम बनाया क्या?
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने वैक्सीन पर एक विवादास्पद बयान दे डाला। केजरीवाल ने ताना मारा कि कल अगर पाकिस्तान से युद्ध होता है, तब भी केंद्र दिल्ली से पूछेगा कि परमाणु बम बनाया क्या? यूपी ने अपना टैंक बनाया है क्या? केजरीवाल ने कहा कि कोरोना के खिलाफ सारा देश लड़ रहा है। ऐसे में केंद्र सरकार को अपनी जिम्मेदारी निभानी चाहिए। वैक्सीन की खरीदी का जिम्मा राज्य पर छोड़ना गलत है। केजरीवाल कहा कि वैक्सीन यहां (द्वारका) में अंडर प्रिविलेज के लिए फ्री है। विदेशी कंपनी मॉर्डना-फाइजर दोनों ने ही बोला है कि उनकी वैक्सीन बच्चों के लिए सुरक्षित है लेकिन इस वैक्सीन को हमारे देश में इस्तेमाल करने की इजाज़त अभी नहीं मिली है। इसमें अब केंद्र सरकार को देरी नहीं करनी चाहिए।
प्रियंका गांधी ने दिया भारत में वैक्सीन कार्यक्रम के लिए नेहरू को श्रेय
प्रियंका गांधी वाड्रा ने भारत में वैक्सीन उत्पादन के लिए पंडित जवाहरलाल नेहरू को श्रेय दिया। उन्होंने कहा कि नेहरू ने 1948 में चेन्नई में वैक्सीन यूनिट और 1952 में राष्ट्रीय विषाणु विज्ञान संस्थान, पुणे को स्थापित करके भारत के वैक्सीन कार्यक्रम को एक नई उड़ान दी थी। इसके बाद भारत ने चेचक, पोलियो आदि पर काबू पाया। भारत दुनिया का सबसे बड़ा वैक्सीन उत्पादक देश है। इसे देखकर लगा था कि वैक्सीन की कमी नहीं आएगी। प्रियंका ने सवाल किया कि जनवरी 2021 में सिर्फ 1 करोड़ 60 लाख वैक्सीन का आर्डर ही क्यों दिया गया? भारत की वैक्सीन विदेश क्यों भेजी जा रही है?
राज्यों/केंद्रशासित प्रदेशों के पास अब भी टीके की 1.77 करोड़ से अधिक खुराक उपलब्ध
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, भारत सरकार ने अब तक राज्यों/केंद्रशासित प्रदेशों को कोविड टीके की 22 करोड़ से अधिक खुराक (22,00,59,880) मुफ्त श्रेणी और राज्यों द्वारा सीधी खरीद की श्रेणी के माध्यम से प्रदान की है। इसमें से कुल खपत (अपव्यय सहित) 20,13,74,636 खुराक ( 26 मई सुबह आठ बजे उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार) है।
राज्यों/केंद्रशासित प्रदेशों के पास अब भी टीके की 1.77 करोड़ से ज्यादा (1,77,52,594) खुराक उपलब्ध हैं, जिन्हें दिया जाना बाकी है। इसके अलावा एक लाख (1,00,000) खुराक प्रक्रियारत हैं और अगले तीन दिनों के भीतर राज्यों/केंद्रशासित प्रदेशों को दे दी जाएंगी।