सार
जम्मू-कश्मीर से धारा 370 हटने के बाद से मोबाइल और इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई थी। लेकिन आज 14 अक्टूबर दोपहर 12 बजे से प्रशासन पोस्टपेड मोबाइल सेवाएं बहाल करने वाली है। जिससे लगभग 40 लाख लोगों को फायदा होगा। मुख्य सचिव रोहित कंसल ने इस बात की जानकारी दी है। फिलहाल घाटी में सभी लैंडलाइन फोन काम कर रहे हैं जबकि कुपवाड़ा व हंदवाड़ा में मोबाइल फोन भी काम कर रहे हैं।
श्रीनगर. जम्मू-कश्मीर से धारा 370 हटने के बाद से मोबाइल और इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई थी। लेकिन आज 14 अक्टूबर दोपहर 12 बजे से प्रशासन पोस्टपेड मोबाइल सेवाएं बहाल करने वाली है। जिससे लगभग 40 लाख लोगों को फायदा होगा। मुख्य सचिव रोहित कंसल ने इस बात की जानकारी दी है। फिलहाल घाटी में सभी लैंडलाइन फोन काम कर रहे हैं जबकि कुपवाड़ा व हंदवाड़ा में मोबाइल फोन भी काम कर रहे हैं। इससे पहले राज्य में 5 अगस्त को सभी तरह की संचार सुविधाओं पर पाबंदी लगा दी गई थी। कुछ सप्ताह बाद स्थितियों में सुधार होने पर सरकार ने घाटी के सभी लैंडलाइन टेलीफोन चालू कर दिए थे। हालांकि मोबाइल फोन व इंटरनेट पर प्रतिबंध जारी थे।
66 लाख मोबाइल धारक हैं
सरकार ने पिछले महीने टेलीफोन के सभी एक्सचेंज चालू कर दिए थे और लैंडलाइन सेवाओं को भी बहाल कर दिया था। इसके अलावा सितंबर महीने में कुपवाड़ा जिले में मोबाइल सेवा को भी बहाल कर दिया गया था। साथ ही आवश्यक सेवाओं और अन्य कार्यालयों से संबंधित अधिकारियों के मोबाइल नंबर भी बहाल किए गए। वहीं सभी स्वास्थ्य संस्थान भी पूरी तरह से काम कर रहे हैं। बता दें कि कश्मीर घाटी में करीब 66 लाख मोबाइल धारक है, जिनमें से करीब 40 लाख लोग पोस्टपेड मोबाइल यूजर हैं।
90 फीसदी हिस्सों में से हटी पाबंदी
जम्मू कश्मीर के प्रधान सचिव रोहित कंसल का दावा है कि घाटी के 90 फीसदी हिस्सों से दिन की पाबंदियां हटा ली गई हैं। न तो घरों से बाहर निकलने पर रोक है, न ही दुकानें खोलने पर। मोबाइल फोन और इंटरनेट सेवा की बहाली को लेकर सरकार हालात पर नजर
बनाए हुए है। धीरे-धीरे ये पांबिदयां भी खत्म की जा रही हैं।