सार
राष्ट्रपति चुनाव(President Election 2022) में विपक्ष के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा ने आज(27 जून) को अपना नामांकन दाखिल कर दिया। यशवंत सिन्हा को विपक्ष ने राष्ट्रपति चुनाव के लिए संयुक्त उम्मीदवार बनाया है। इससे पहले NDA की कैंडिडेट द्रोपदी मुर्मू(NDA presidential candidate Draupadi Murmu) ने 24 जून को अपना नॉमिनेशन दाखिल किया था। राष्ट्रपति का चुनाव 18 जुलाई को होना है, जबकि रिजल्ट 21 जुलाई को आएगा।
नई दिल्ली.राष्ट्रपति चुनाव(President Election 2022) में विपक्ष के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा आज(27 जून) को अपना नामांकन दाखिल कर दिया। यशवंत सिन्हा को विपक्ष ने राष्ट्रपति चुनाव के लिए संयुक्त उम्मीदवार बनाया है।इस दौरान उनके साथ कांग्रेस नेता राहुल गांधी, NCP प्रमुख शरद पवार, सपा प्रमुख अखिलेश यादव, NC प्रमुख फारूक अब्दुल्ला और अन्य नेता मौजूद रहे। तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव (जिन्हें KCR के नाम से भी जाना जाता है) राष्ट्रपति चुनाव के लिए अपने आम उम्मीदवार का फैसला करने के लिए विपक्षी दलों की बैठक में शामिल नहीं हुए थे, लेकिन पार्टी ने सिन्हा की उम्मीदवारी का समर्थन करने का फैसला किया है।
TRS ने दिया यशवंत सिन्हा को समर्थन
तेलंगाना में सत्तारूढ़ टीआरएस ने सोमवार को कहा कि वह राष्ट्रपति चुनाव में विपक्ष के संयुक्त उम्मीदवार यशवंत सिन्हा की उम्मीदवारी का समर्थन करेगी। टीआरएस के कार्यकारी अध्यक्ष और राज्य आईटी, उद्योग मंत्री केटी रामा राव पार्टी सांसदों के साथ उस समय मौजूद थे, जब सिन्हा ने अपना नामांकन दाखिल किया। हालांकि टीआरएस ने पहले राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति के चुनाव में एनडीए का समर्थन किया था, लेकिन पिछले दिनों दोनों में कड़वाहट आ गई थी। टीआरएस के नौ लोकसभा सदस्य, सात राज्यसभा सदस्य और 101 विधायक हैं।
यह लड़ाई दो व्यक्तियों के बीच नहीं बल्कि विचारधारा की लड़ाई है। मुझे लगता है कि यशवंत सिन्हा सबसे अच्छे उम्मीदवार हैं। कांग्रेस, DMK, RJD, NCP और अन्य उनका समर्थन कर रहे हैं। यह देश के सर्वोत्तम मूल्यों का इंद्रधनुषी रंग का गठबंधन है। टीएमसी सांसद सौगत रॉय
ये दो अलग-अलग विचारधाराओं की लड़ाई है। एक तरफ नफरत है और एक तरफ भाईचारा और देश की भावना है। पूरा विपक्ष राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा के साथ खड़ा है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी
संसद भवन में राष्ट्रपति चुनाव के लिए अपना नामांकन पत्र दाखिल करने के बाद विपक्षी उम्मीदवार यशवंत सिन्हा।
NDA कैंडिडेट द्रोपदी मुर्मू ने 24 जून को भरा था नामांकन
राष्ट्रपति चुनाव(President Election 2022) के लिए NDA की कैंडिडेट द्रोपदी मुर्मू(NDA presidential candidate Draupadi Murmu) ने 24 जून को अपना नॉमिनेशन दाखिल किया था। 64 साल की द्रौपदी मुर्मू संथाल आदिवासी समुदाय से ताल्लुक रखती हैं। उनका जन्म ओडिशा के मयूरभंज जिले के बैदापोसी गांव में 20 जून, 1958 को हुआ था। राष्ट्रपति का चुनाव 18 जुलाई को होना है, जबकि रिजल्ट 21 जुलाई को आएगा।
सपा नेता अखिलेश यादव राकांपा नेता प्रफुल्ल पटेल को को गले लगाते हुए।
NCP चीफ शरद पवार ने कहा-सिन्हा की जीत सुनिश्चित करने के लिए हर संभव प्रयास करना हमारा कर्तव्य
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी(NCP) प्रमुख शरद पवार ने रविवार को यहां कहा कि विपक्षी दलों को राष्ट्रपति चुनाव में अपने आम उम्मीदवार यशवंत सिन्हा की जीत सुनिश्चित करने के लिए हर संभव प्रयास करने होंगे। पवार ने कहा कि अगर राष्ट्रपति चुनाव के अंकगणित पर नजर डालें तो स्थिति उतनी खराब नहीं है, जितनी बताई जा रही थी और विपक्षी दलों को अच्छी लड़ाई लड़ने के लिए ठोस प्रयास करने होंगे। राकांपा प्रमुख की टिप्पणी ऐसे समय में आई है जब YSRCP और बसपा जैसे कुछ विपक्षी दलों ने पहले ही 18 जुलाई के चुनाव में भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू को समर्थन देने का ऐलान कर चुके हैं। झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो), जो उस विपक्षी समूह का हिस्सा था, जिसने सिन्हा को अपने आम उम्मीदवार के रूप में चुना था, वो भी NDA उम्मीदवार द्रोपदी मुर्मू का समर्थन करने का संकेत दे चुका है।
संसद भवन में राष्ट्रपति चुनाव के लिए नामांकन पत्र दाखिल करने के दौरान राकांपा प्रमुख शरद पवार के साथ विपक्षी उम्मीदवार यशवंत सिन्हा।
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