सार

पीएम मोदी से सलाह के बाद भारत के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कैबिनेट मंत्रिमंडल से हरसिमरत कौर के इस्तीफे को तत्काल प्रभाल से स्वीकार कर लिया है। राष्ट्रपति ने केंद्रीय मंत्री परिषद से हरसिमरत का इस्तीफा संविधान के अनुच्छेद 75 के खंड (2) के तहत स्वीकार किया है।

नई दिल्ली. पीएम मोदी (PM Modi) से सलाह के बाद भारत के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद (Ramnath kovind) ने कैबिनेट मंत्रिमंडल से हरसिमरत कौर के इस्तीफे को तत्काल प्रभाल से स्वीकार कर लिया है। राष्ट्रपति ने केंद्रीय मंत्री परिषद से हरसिमरत का इस्तीफा संविधान के अनुच्छेद 75 के खंड (2) के तहत स्वीकार किया है। प्रधानमंत्री से सलाह-मशविरा के बाद राष्ट्रपति ने निर्देश दिया कि कैबिनेट मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर (Narendra Singh Tomar) को उनके मौजूदा विभागों के अलावा खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्रालय का प्रभार भी सौंपा जाए। 

हरसिमरत ने ट्वीट करके दी इस्तीफे की जानकारी 

बता दें, मोदी कैबिनेट से अपने इस्तीफे की जानकारी हरसिमरत कौर बादल (Harsimrat kaur Badal) ने ट्वीट कर दी थी। अपने ट्वीट में उन्होंने कहा कि 'उन्होंने किसान विरोधी अध्यादेशों और कानून के विरोध में केंद्रीय मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे दिया है। किसानों के साथ उनकी बेटी और बहन के रूप में खड़े होने का गर्व है।' हरसिमरत कौर बादल केंद्रीय खाद्य एवं प्रसंस्करण उद्योग मंत्री थीं। यह फैसला इसलिए लिया गया क्योंकि बीजेपी की सहयोगी शिरोमणि अकाली दल अध्यादेश का विरोध कर रही है।

सुखबीर सिंह बादल ने भी किया था विरोध 

इससे पहले गुरुवार को जब बिल को लोकसभा में पेश किया गया तो शिरोमणि अकाली दल के सांसद सुखबीर सिंह बादल ने विरोध किया था। उन्होंने सरकार को बड़ा झटका देते हुए कहा था कि हरसिमरत कौर बादल मंत्रीपद से इस्तीफा देंगी। हालांकि, शिरोमणि अकाली दल का सरकार को समर्थन जारी रहेगा।