सार
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी(Prime Minister Narendra Modi) ने बुधवार की शाम न्यूज एजेंसी ANI को एक इंटरव्यू दिया। इसमें उन्होंने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर तीख प्रहार किया। मोदी ने कहा-मैंने संसद में किसी के पिता, माता, नाना, दादा के लिए कुछ नहीं कहा।
नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी(Prime Minister Narendra Modi) ने बुधवार की शाम न्यूज एजेंसी ANI को एक इंटरव्यू दिया। इसमें उन्होंने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर तीख प्रहार किया। मोदी ने कहा-मैंने संसद में किसी के पिता, माता, नाना, दादा के लिए कुछ नहीं कहा। मैंने संसद में सिर्फ इतना बताया था कि कि पूर्व प्रधानमंत्री (नेहरू) के ये विचार थे, तब क्या स्थिति थी और आज प्रधानमंत्री के जो विचार हैं तब क्या स्थिति है।
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वो व्यक्ति न सुनता है और न सदन में बैठता है
मोदी ने राहुल गांधी की कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए कहा कि वो व्यक्ति जो न सुनता है और न सदन में बैठता है। राहुल गांधी द्वारा भारत-चीन सीमा विवाद और बेरोजगारी जैसे मुद्दों पर सरकार से स्पष्टीकरण मांगने के सवाल पर कहा कि इस संबंध में संबंधित मंत्रालयों ने विस्तृत जवाब दिया था। मोदी ने कहा कि वो और उनकी सरकार किसी पर हमला नहीं करती। वे बातचीत में विश्वास करते हैं। मोदी ने कहा-मैं किसी पर हमला करने की भाषा नहीं जानता। यह मेरे स्वभाव में नहीं है।
दरअसल, राहुल गांधी ने संसद में अपने भाषण में कहा था कि भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार कांग्रेस से डरती है। राहुल गांधी ने 2 फरवरी को लोकसभा में बजट सत्र के दौरान बेरोजगारी, महंगाई और भारत-चीन सीमा विवाद को लेकर केंद्र सरकार और मोदी पर निशाना साधा था। इसके जवाब में मोदी ने 7 फरवरी को राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर लोकसभा में बहस का जवाब देते हुए कहा था किकांग्रेस की नीति "फूट डालो और राज करो" है और यह "टुकड़े-टुकड़े" गिरोह का नेता बन गया है। इसके बाद 8 फरवरी को राज्यसभा में मोदी बोले थे कि कांग्रेस की सोच को 'अर्बन नक्सलियों' ने हाईजैक कर लिया है। अगर कांग्रेस नहीं होती, आपातकाल नहीं होता, जातिगत राजनीति नहीं होती, सिखों का कभी नरसंहार नहीं होता और कश्मीरी पंडित नहीं होते।
देश की हालत के लिए कांग्रेस जिम्मेदार
कांग्रेस मुक्त भारत के सवाल पर नरेंद्र मोदी ने कहा कि देश की आज जो हालत है उसके लिए सबसे अधिक जिम्मेदार कांग्रेस है। अटल जी और मुझे छोड़कर सभी प्रधानमंत्री कांग्रेस के थे। देश में कांग्रेस की कार्यशैली फैली। कांग्रेस ने संप्रदायवाद, जातिवाद, भाषावाद, प्रांतवाद और भाई भतीजाबाद को आगे बढ़ाया। मैं कांग्रेस मुक्त भारत की बात करता हूं तो उस विचारधारा से मुक्ति की बात करता हूं। मैं कांग्रेस की संख्या (सांसदों और विधायकों की) की बात नहीं करता। अगर कांग्रेस की अच्छी कार्यशैली होती तो आज देश बहुत आगे होता।
कांग्रेस और आप ने कोरोना का भय फैलाया
पीएम ने कहा कि कोरोना महामारी पहली बार आई तो इसके बारे में दुनिया को पता नहीं था। अफरातफरी में राज्यों ने लॉकडाउन शुरू कर दिए थे। इसलिए राष्ट्रीय स्तर पर लॉकडाउन करना पड़ा। महाराष्ट्र में कांग्रेस पार्टी ने फ्री टिकट देकर लोगों को प्रोत्साहित किया कि अपने राज्यों में जाइए। अगर वे ऐसा नहीं करते तो दो चार दिनों में व्यवस्था संभल जाती। दिल्ली में आप पार्टी के लोगों ने झोपड़पट्टियों में जाकर कहा कि यहां तो लॉकडाउन होने वाला है। इन लोगों ने भय पैदा किया। दुनिया को लगता था कि कोरोना से भारत की हालत सबसे अधिक खराब होगी। बीमारी ने समृद्ध देशों को तबाह कर दिया। हम उनकी तुलना में बच पाए।