सार

2012 में संयुक्त राष्ट्र महासभा (United Nations General Assembly) द्वारा अंतर्राष्ट्रीय दिवस के रूप में अपनाया गया, 13 फरवरी को विश्व रेडियो दिवस के रूप में मनाया जाता है।

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) ने रविवार को विश्व रेडियो दिवस (World Radio Day) पर रेडियो श्रोताओं को बधाई दी है। पीएम मोदी ने विश्व रेडिया दिवस पर बधाई देते हुए कहा कि रेडियो लोगों के जीवन का अभिन्न अंग है और लोगों को जोड़ने का एक अद्भुत माध्यम है। 2012 में संयुक्त राष्ट्र महासभा (United Nations General Assembly) द्वारा अंतर्राष्ट्रीय दिवस के रूप में अपनाया गया, 13 फरवरी को विश्व रेडियो दिवस के रूप में मनाया जाता है।

पीएम ने ट्वीट कर कही यह बात

पीएम मोदी ने ट्विटर पर कहा, "सभी रेडियो श्रोताओं और इस उत्कृष्ट माध्यम को अपनी प्रतिभा और रचनात्मकता से समृद्ध करने वालों को विश्व रेडियो दिवस की बधाई। मन की बात के कारण, मैं बार-बार देखता हूं कि सकारात्मकता साझा करने के लिए रेडियो एक महान माध्यम कैसे हो सकता है और साथ ही उन लोगों को भी पहचान सकता है जो दूसरों के जीवन में गुणात्मक परिवर्तन लाने में सबसे आगे हैं। पीएम मोदी ने कहा कि इस कार्यक्रम के लिए मैं उन सभी लोगों को भी धन्यवाद देना चाहता हूं जिन्होंने योगदान दिया है।"

विश्व रेडियो दिवस का इतिहास

संयुक्त राष्ट्र शैक्षिक, वैज्ञानिक और सांस्कृतिक संगठन (यूनेस्को) के सदस्य राज्यों ने पहली बार 2011 में इस दिन की घोषणा की थी। हालांकि, बाद में इसे 2012 में संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा अंतर्राष्ट्रीय दिवस के रूप में अपनाया गया था। तब से 13 फरवरी को विश्व रेडियो दिवस के रूप में मनाया जाने लगा।

विश्व रेडियो दिवस का 2022 के लिए थीम

विश्व रेडियो दिवस 2022 का विषय रेडियो और विश्वास है। विश्व रेडियो दिवस 2022 के अवसर पर, यूनेस्को ने दुनिया भर के रेडियो स्टेशनों को इस कार्यक्रम के 11वें संस्करण के साथ-साथ रेडियो की एक सदी से भी अधिक की स्मृति में आमंत्रित किया है। 

विश्व रेडियो दिवस 2022 के तीन मुख्य उप-विषय हैं:

1) रेडियो पत्रकारिता में विश्वास: पत्रकारिता को सही, अच्छी तरह से रिसर्च्ड और सत्यापित जानकारी देने के बारे में होना चाहिए। रेडियो पत्रकारिता उद्योग में शामिल लोगों को उच्च गुणवत्ता वाली सामग्री का उत्पादन करने में सक्षम होना चाहिए।

2) विश्वास और पहुंच: इस उप-विषय का उद्देश्य समाज के विभिन्न वर्गों के लिए सूचना या समाचार की पहुंच की आवश्यकता को ध्यान में रखना है। प्रत्येक व्यक्ति (विकलांग लोगों सहित) को रेडियो का उपयोग करने में सक्षम होना चाहिए।

3) रेडियो स्टेशनों का विश्वास और व्यवहार्यता: रेडियो स्टेशनों को प्रतिस्पर्धा सुनिश्चित करनी चाहिए और व्यापक दर्शकों को शामिल करने में सक्षम होना चाहिए।

रेडियो का महत्व

दशकों के बाद भी, रेडियो सबसे पुराने, सबसे लोकप्रिय और सबसे व्यापक रूप से उपभोग किए जाने वाले समाचार माध्यमों में से एक बना हुआ है। यह प्राकृतिक आपदाओं के समय सूचना देने में भी अहम भूमिका निभाता है। इस दिन को शुरू करने के पीछे मुख्य उद्देश्य विभिन्न पृष्ठभूमि, संस्कृतियों और अनुभवों के लोगों को अपनी चिंताओं को उठाने और अपनी राय व्यक्त करने की अनुमति देना था।

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