सार

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सूरज राष्ट्रीय पोर्टल लॉन्च किया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की सरकारों ने देश के विकास में वंचित वर्ग के महत्व को कभी समझा नहीं था। उनको परवाह नहीं थी।

 

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को पीएम सूरज राष्ट्रीय पोर्टल लॉन्च किया। उन्होंने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग द्वारा दलित, पिछड़े और वंचित समाज के कल्याण से जुड़े कार्यक्रम को संबोधित किया। पीएम ने कहा, "आज वंचित वर्ग से जुड़े एक लाख लाभार्थियों के खाते में 720 करोड़ रुपए की सहायता राशि भेजी गई हैं। ये लाभार्थी 500 से ज्यादा जिलों में हैं। पहले की सरकारों में ऐसा कोई सोच भी नहीं सकता था कि इधर बटन दबाया और उधर पैसे गरीबों के बैंक खाते में पहुंच गए।"

उन्होंने कहा, "अभी मैंने सूरज पोर्टल लॉन्च किया है। इसके जरिए वंचित समुदाय के लोगों को सीधे आर्थिक सहायता दी जा सकेगी। मैं आप सबसे अलग नहीं हूं। मैं आपमें अपना परिवार देखता हूं। जब मुझे विपक्ष के लोग गाली देते हैं, कहते हैं कि मोदी का कोई परिवार नहीं है तो मुझे सबसे पहले आपकी याद आती है। जिसके पास आप जैसे भाई-बहन हैं उसे कोई कैसे कह सकता है कि उसका कोई परिवार नहीं है।"

वंचित वर्ग के विकास के बिना देश विकसित नहीं हो सकता

पीएम मोदी ने कहा, "हमने 2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र बनाने का लक्ष्य रखा है। जो वर्ग दशकों तक वंचित रहा है उसके विकास के बिना भारत विकसित नहीं हो सकता। कांग्रेस की सरकारों ने देश के विकास में वंचित वर्ग के महत्व को कभी समझा नहीं था। उनको परवाह नहीं थी। इन लोगों को कांग्रेस ने हमेशा सुविधाओं से वंचित रखा। देश के करोड़ों लोगों को उनके भाग्य के भरोसे छोड़ दिया गया।"

पीएम ने कहा, "वंचित वर्ग के लोगों ने सरकार से उम्मीद छोड़ दी थी। 2014 में हमारी सरकार आई तो उनके पास पहुंची। देश के विकास में उन्हें भागीदार बनाया। राशन के लिए कितनी परेशानी होती थी। आज गरीबों को आसानी से राशन मिल रहा है।"

कांग्रेस वाले नहीं चाहते की गरीब का जीवन आसान हो

नरेंद्र मोदी ने कहा, “हमारी सरकार की गरीब कल्याण की योजनाओं का सबसे बड़ा लाभ दलित, आदिवासी, ओबीसी को मिला है। मोदी जब दलित, वंचित समाज की सेवा के लिए कुछ भी करता है तो इंडी गठबंधन वाले लोग सबसे ज्यादा चिढ़ जाते हैं। कांग्रेस वाले कभी नहीं चाहते कि दलितों, पिछड़ों, आदिवासियों का जीवन आसान बने। वो तो आपको बस तरसाकर रखना चाहते हैं। आप किसी भी योजना को देखिए, इन्होंने आपके लिए शौचालय बनवाने का मजाक उड़ाया। इन्होंने जनधन योजना का विरोध किया। जहां राज्यों में इनकी सरकारें हैं कई योजनाओं को आज तक लागू नहीं होने दिया। ये जानते हैं कि दलित, वंचित, पिछड़ा, ये सारे समाज और वहां के युवा आगे आएंगे तो इनकी परिवारवादी राजनीति की दुकान बंद हो जाएगी। ये लोग सामाजिक न्याय का नारा देकर समाज को जातियों में तोड़ने का काम करते हैं। ये सामाजिक न्याय का विरोध करते हैं।”