सार
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने शुक्रवार को अपने आवास पर सिख प्रतिनिधियों से मुलाकात की। पीएम से मिलने के बाद प्रतिनिधी मंडल में शामिल लोगों ने कहा कि उनकी बातें प्रेरणा देती हैं।
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने शुक्रवार शाम को अपने आवास पर दुनियाभर से आए सिख प्रतिनिधियों से मुलाकात की। पीएम से मिलकर सिख प्रतिनिधियों ने कहा कि उनकी बातें प्रेरणा देती हैं। उन्होंने सिख समाज के लिए बहुत काम किया है।
सोनी के सीईओ एनपी सिंह ने कहा कि दुनियाभर से सिख आज यहां इकट्ठे हुए। पीएम से मिलकर हमेशा बहुत अच्छा लगता है। उनकी बातें बहुत प्रेरणा देती हैं। सामाजिक नेता पीटर विर्डी ने कहा कि 1984 में हुई घटना एनआरआई सिखों के लिए बहुत संवेदनशील मामला है। पीएम मोदी ने तीस साल बाद पीड़ितों को न्याय दिलाया। उन्होंने करतारपुर कॉरिडोर खुलवाया।
सद्भावना वाला माहौल बहुत अच्छा लगा
पंजाब साहित्य अकादमी की प्रेसिडेंट डॉ. सरबजीत कौर सोहल ने कहा कि हमें सद्भावना वाला माहौल बहुत अच्छा लगा। सिख समाज ने देश के लिए जो अच्छा काम किया है, वह सामने आया।
भारतीय बॉक्सर सिमरनजीत कौर बाथ ने कहा कि हम सब सिख लोग आज इकट्ठा हुए थे। इसे ऐतिहासिक पहल कह सकते हैं। 2014 से लेकर अभी तक प्रधानमंत्री ने सिखों के लिए जो काम किया है वो किसी और प्रधानमंत्री ने नहीं किया है। जाठेदार गुरुदेव सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री ने सिखों के लिए जो काम किया है उसके लिए मैं उन्हें धन्यवाद देता हूं।
कनाडा में पहली भारतीय मूल की सांसद डॉ रूबी कौर ढल्ला ने कहा कि नरेंद्र मोदी ने गुरुवाणी के बारे में बात की। उन्होंने सेवा के बारे में बात की। प्रधानमंत्री न सिर्फ सिख गुरुओं द्वारा कही गई बात पर विश्वास करते हैं, बल्कि वह उसे अपने जीवन में उतारते भी हैं।
एनआईडी फाउंडेशन के मुख्य संरक्षक सतनाम सिंह संधू ने कहा कि दुनियाभर से जितने भी सिख प्रतिनिधी आए थे उनके साथ प्रधानमंत्री ने समय व्यतीत किया। सद्भावना की बात हुई है। देश की प्रगति की बात हुई है। प्रधानमंत्री ने कहा है कि देश अमृत काल में जा रहा है। आने वाले समय के लिए उन्होंने हमें एक विजन दिया है। ऐसा इवेंट शायद पहली बार हुआ है। सिखों के लिए जितना विशाल हृदय हमारे प्रधानमंत्री ने दिखाया है, इससे बड़ी सद्भावना की मिसाल नहीं हो सकती।
यह भी पढ़ें- सिख प्रतिनिधिमंडल से मिले नरेंद्र मोदी, कहा- हमारे गुरुओं ने हमें साहस और सेवा की सीख दी