सार
कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) द्वारा मध्य प्रदेश के कूनो नेशनल पार्क (Kuno National Park) में नामीबिया से लाए गए चीतों को छोड़े जाने को तमाशा कहा है।
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने शनिवार को मध्य प्रदेश के कूनो नेशनल पार्क (Kuno National Park) में नामीबिया से लाए गए चीतों को छोड़ा। कांग्रेस ने इसे तमाशा कहा है। कांग्रेस ने कहा कि नरेंद्र मोदी राष्ट्रीय मुद्दों और भारत जोड़ो यात्रा से ध्यान हटाने के लिए इस तरह का तमाशा कर रहे हैं।
कांग्रेस महासचिव और संचार प्रभारी जयराम रमेश ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री शायद ही कभी शासन में निरंतरता को स्वीकार करते हैं। चीता परियोजना इसका नवीनतम उदाहरण है। 2009-11 के दौरान पर्यावरण और वन मंत्री रहे रमेश ने एक ट्वीट कर बताया कि कांग्रेस के शासनकाल में चीता परियोजना शुरू हुई थी। इसके लिए उन्होंने 25.04.2010 को केपटाउन की यात्रा की थी।
जयराम रमेश ने कहा कि प्रधानमंत्री द्वारा आज किया गया तमाशा अनुचित है। वे राष्ट्रीय मुद्दों और भारत जोड़ो यात्रा से लोगों का ध्यान हटाना चाहते हैं। जब 2009-11 के दौरान बाघों को पहली बार पन्ना और सरिस्का में स्थानांतरित किया गया था तब कई लोगों ने कहा था कि यह प्रोजेक्ट कामयाब नहीं होगा, लेकिन वे गलत साबित हुए। चीता परियोजना पर भी इसी तरह की भविष्यवाणियां की जा रही हैं। इसमें शामिल पेशेवर प्रथम श्रेणी के हैं। मैं इस परियोजना को शुभकामनाएं देता हूं।
यह भी पढ़ें- कूनो नेशनल पार्क में चीता ने PM मोदी से मिलाई आंखें, मानों पूछ रहा हो- कहां ले आए आप?
चीतों को विशेष विमान से लाया गया
बता दें कि नरेंद्र मोदी ने शनिवार को नामीबिया से लाए गए चीतों को मध्य प्रदेश के कूनो नेशनल पार्क में एक विशेष बाड़े में छोड़ा। उन्होंने चीतों को छोड़ने के बाद कैमरे से उनकी कुछ तस्वीरें भी क्लिक कीं। चीता पुनर्वास कार्यक्रम के तहत शनिवार सुबह विशेष विमान से नामीबिया से आठ चीतों को ग्वालियर लाया गया था। इसके बाद इन्हें हेलिकॉप्टर से कूनो लाया गया। कूनो नेशनल पार्क मध्यप्रदेश के श्योपुर जिला में है।
यह भी पढ़ें- कोरिया के महाराज ने किया था भारत के अंतिम चीते का शिकार, इससे तेज नहीं भागता दुनिया का कोई और जानवर