प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बातचीत के दौरान सुरंग से निकाले गए मजदूरों ने बताया कि उन्होंने कैसे खुद को फिट रखा। उन्होंने किस तरह 17 दिन बिताए।

उत्तरकाशी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्तरकाशी के सुरंग से निकाले गए मजदूरों से फोन पर बातचीत की। इस दौरान मजदूरों ने बताया कि 17 दिनों तक उन्होंने किस तरह खुद को फिट रखा।

शबाब अहमद ने पीएम को सुरंग के अंदर की बात बताई। उन्होंने कहा कि हमें एक भी दिन ऐसा नहीं लगा कि कमजोरी या घबराहट हो रही है। हमलोग भाई की तरह रहते थे। खाना मिलकर खाते थे। रात में खाना खाने के बाद टहलते थे। टनल के 2.5 किलोमीटर हिस्से में हमलोग टहलते थे।

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योगा की मदद से खुद को रखा फिट

अहमद ने बताया कि हमलोग खाना खा रहे थे, लेकिन कोई काम नहीं था। अंदर में ही योगा करते थे ताकि खुद को फिट रख सकें। इसके साथ ही घूमते-टहलते रहते थे। पीएम ने कहा, "मैंने सुना है कि आपमें से कोई योगा भी जानता था उसने सभी को योगा की ट्रेनिंग दी। इसपर अहमद ने कहा, "जी सर, वह हमें सुबह योग सिखाता था। सुबह हमलोग टहलते थे और योगा करते थे ताकि सेहत बनी रहे।"

सुरंग में खाने-पीने की नहीं थी कमी

उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर के अखिलेश ने बताया कि खाने-पीने की कोई कमी नहीं थी। बाहर आने पर हमलोगों को खुशी है उससे ज्यादा बाहर के लोगों को खुशी है। इसपर पीएम ने कहा कि पूरे देश को आपलोगों के सुरक्षित बाहर आने पर खुशी है। जी20 की बैठक के दौरान दुनिया के कई नेता इसके बारे में अपनी चिंता जता रहे थे।

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मोबाइल की बैटरी बचाकर रखते थे

पीएम ने अखिलेश से कहा कि आपलोगों को दिन-रात का तो पता नहीं चलता होगा, जब तक वो सुराख नहीं हुआ। इसपर अखिलेश ने कहा, “हां सर, हमलोग मोबाइल की बैटरी बचाकर रखते थे। सिर्फ टाइम देखने के लिए मोबाइल ऑन करते थे। कंपनी वालों ने हमें मोबाइल और चार्जर दिया। इसके बाद अच्छा फील होने लगा। समय का पता चलता था। हमलोग मनोरंजन भी करने लगते थे। मन हल्का होता था।”

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