सार
मिनी मुंबई के नाम से प्रसिद्ध इंदौर में चल रहे 17वें प्रवासी भारतीय सम्मेलन में आज(9 जनवरी) को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शामिल हुए। इंदौर आने से पहले मोदी ने एक tweet किया था कि प्रवासी भारतीय दिवस मनाने के लिए वे 9 जनवरी को जीवंत शहर इंदौर पहुंचने के लिए उत्सुक हैं।
इंदौर(Madhya Pradesh). मिनी मुंबई के नाम से प्रसिद्ध इंदौर में चल रहे 17वें प्रवासी भारतीय सम्मेलन में आज(9 जनवरी) को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शामिल होंगे। पीएम मोदी का यहां प्रवासी भारतीयों से मुलाकात कर उनके साथ भोजन करने का प्रोग्राम भी बनाया गया था। इंदौर आने से पहले मोदी ने एक tweet किया था कि प्रवासी भारतीय दिवस मनाने के लिए वे 9 जनवरी को जीवंत शहर इंदौर पहुंचने के लिए उत्सुक हैं। यह हमारे उस प्रवासी भारतीय समुदाय के साथ जुड़ाव को और मजबूत करने का एक शानदार अवसर है, जिसने वैश्विक स्तर पर अपनी एक अलग पहचान बनाई है।
महादेव से आशीर्वाद लें
मोदी ने कहा-यहां उपस्थित प्रत्येक प्रवासी भारतीय ने अपने-अपने क्षेत्र में अभूतपूर्व सफलता हासिल की है। मुझे खुशी है कि प्रवासी भारतीय दिवस का आयोजन मध्य प्रदेश में किया जा रहा है, जिसे 'भारत का हृदय' भी कहा जाता है। मध्य प्रदेश में मां नर्मदा का जल, यहां के जंगल, आदिवासी परंपरा और यहां का अध्यात्म आपकी यात्रा को अविस्मरणीय बनाएगी। हाल ही में, हमने भगवान महाकाल के मंदिर में पुनर्विकास का उद्घाटन किया है और मैं आप में से हर एक से अपेक्षा करता हूं कि आप मंदिर की यात्रा करें और महादेव से आशीर्वाद लें। मैं चाहता हूं कि आप सभी इंदौर में भोजन का आनंद लें। एक ऐसा शहर जो नमकीन से लेकर पोहा तक के व्यंजनों के लिए जाना जाता है; यहां सब कुछ एक अविस्मरणीय स्वाद है। छप्पन दुकान अत्यधिक प्रसिद्ध है और सराफा बाजार विश्व प्रसिद्ध स्थल है।
स्वदेशो भुवनत्रयम्
मोदी ने कहा-हमने कुछ महीने पहले भारत की आजादी के 75 साल मनाए थे! हमारे स्वतंत्रता संग्राम को प्रदर्शित करने वाली डिजिटल प्रदर्शनी यहां आयोजित की गई है और यह गौरवशाली युग को फिर से आप सबके सामने लाती है। 'स्वदेशो भुवनत्रयम्' अर्थात हमारे लिए पूरा संसार ही हमारा स्वदेश है, मनुष्य मात्र ही हमारा बंधु-बांधव है। इसी वैचारिक बुनियाद पर हमारे पूर्वजों ने भारत के सांस्कृतिक विस्तार को आकार दिया था।
वैश्विक स्तर पर भारत की भूमिका
मोदी ने कहा-हमने सदियों पहले वैश्विक व्यापार की असाधारण परंपरा शुरू की थी। हम असीम लगने वाले समंदरों के पार गए। अलग-अलग देशों, अलग-अलग सभ्यताओं के बीच व्यावसायिक संबंध कैसे साझी समृद्धि के रास्ते खोल सकती है, भारत ने करके दिखाया। राष्ट्र अगले 25 वर्षों के 'अमृत काल' में प्रवेश कर चुका है और हमारे प्रवासी भारतीय समुदाय को वैश्विक स्तर पर भारत की भूमिका को और ऊपर उठाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभानी है। दोस्तों, भारत के ब्रांड एंबेसडर के रूप में आपकी भूमिकाएं विविध हैं। आप सभी 'मेक इन इंडिया', योग, कुटीर उद्योग, हस्तशिल्प के साथ-साथ भारतीय बाजरा के ब्रांड एंबेसडर हैं।
एक भारत-श्रेष्ठ भारत
मोदी ने कहा-दुनिया के अलग-अलग देशों में जब भारत के लोग एक कॉमन फैक्टर की तरह दिखते हैं, तो 'वसुधैव कुटुंबकम्' की भावना के साक्षात् दर्शन होते हैं। दुनिया के किसी एक देश में जब भारत के अलग-अलग प्रान्तों और अलग-अलग क्षेत्रों के लोग मिलते हैं, तो 'एक भारत, श्रेष्ठ भारत' का सुखद अहसास होता है। दुनिया के अलग-अलग देशों में जब सबसे शांतिप्रिय, लोकतांत्रिक और अनुशासित नागरिकों की चर्चा होती है, तो Mother of Democracy होने का भारतीय गौरव और बढ़ जाता है।
पिछले कुछ वर्षों के दौरान भारत द्वारा हासिल किए गए अभूतपूर्व विकास के लिए पूरी दुनिया उत्सुकता से भारत की ओर देख रही है। भारत दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्थाओं में से एक है, तीसरा सबसे बड़ा स्टार्टअप इको सिस्टम है और दुनिया में इलेक्ट्रॉनिक्स और रक्षा निर्माण में अग्रणी है। यही कारण हैं कि दुनिया भर के लोग भारत की गति और पैमाने के बारे में उत्सुक हैं। भारत की विकास की नई गति और वैश्विक मान्यता प्रत्येक भारतीय को गौरवान्वित करती है। आने वाले वर्षों में, भारत एक और भी मजबूत शक्ति के रूप में उभरेगा!
सूरीनाम के राष्ट्रपति ने कही ये बात
सूरीनाम के राष्ट्रपति चंद्रिका प्रसाद संतोखी ने इंदौर में 17वें प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन को संबोधित करते हुए नरेंद्र मोदी को हिंदी में बधाई दी। साथ ही उन्होंने मोदी की मां के निधन पर शोक भी जताया। उन्होंने कहा- आज, भारत में सबसे स्वच्छ शहर के रूप में जाने जाने वाले और स्मार्ट शहरों में से एक के रूप में विकसित, मंत्रमुग्ध करने वाले इंदौर और खूबसूरत एमपी की धरती पर पैर रखना मेरा सौभाग्य है।
डायस्पोरा देशों के लिए आधुनिक तकनीक में कैरेबियन हाई-टेक प्रशिक्षण संस्थान की स्थापना का स्वागत किया जाना चाहिए। मेरा देश सूरीनाम उन संस्थानों में से एक की मेजबानी करने को तैयार है। क्षेत्र में प्रवासी परियोजनाओं और कार्यक्रमों के लिए प्रवासी कोष बनाया जाना चाहिए। हमारे देश के विभिन्न स्थानों में प्रशिक्षण केंद्रों, स्कूलों की स्थापना हिंदी भाषा सीखने के साथ-साथ धर्मों और संस्कृति और हमारी परंपरा के बारे में जानने के लिए शुरू की जानी चाहिए।
मप्र के मुख्यमंत्री और विदेश मंत्री ने कही ये बात
इससे पहले मप्र के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा-मुझे लगता है कि आजादी का अमृत काल में एमपी पर अमृत बरस रहा है। आप एमपी में आ गए हैं लेकिन इंदौर और एमपी ने भी कोई कसर नहीं छोड़ी है, इसने अपने दिल और घर के दरवाजे खोल दिए हैं। पीएम मोदी के नेतृत्व में, वास्तव एक नया भारत बढ़ रहा है-एक समृद्ध, गौरवशाली और एक शक्तिशाली भारत। आज पूरा देश उनके पीछे खड़ा है। उन्होंने कहा, 'स्वच्छ भारत' और पूरे देश ने झाड़ू उठाई। इंदौर ने इसे इस तरह से उठाया कि इसने स्वच्छता में छक्का मार दिया।
विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर ने कहा-प्रवासी भारतीय दिवस (पीबीडी) का उद्देश्य सीमाओं को ताज़ा करना, ऊर्जा को बढ़ावा देना और इसमें और चरण जोड़ना है। मुझे विश्वास है कि पीएम मोदी के नेतृत्व में भारत निश्चित रूप से एक प्रमुख शक्ति के रूप में उभरेगा। साथ ही भारत के साथ वालों की वैश्विक हैसियत भी बढ़ेगी। ये सम्मेलन एक महत्वपूर्ण परंपरा है, जो भारतीय समुदाय के साथ हमारे रिश्तों को और गहरा करता है। PBD के तीन मकसद हैं पहला- हमारे संबंध का ताजा करना, दूसरा- इसको नई ऊर्जा देना और तीसरा- उनमें ज्यादा पहलुओं को लाना है।
जानिए प्रवासी सम्मेलन के बारे में?
इससे पहले रविवार(8 जनवरी) को प्रवासी भारतीय सम्मेलन का उद्घाटन केंद्रीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने किया। उन्होंने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि युवा भारत की ऊर्जा तेजी से दिखाई दे रही है। उन्होंने कहा कि बीते 8 सालों में हमारे प्रवासी भारतीयों ने उल्लेखनीय परिवर्तन किए हैं। क्लिक करके पढ़ें
70 से अधिक देशों के साढ़े तीन हजार से अधिक NRI
प्रवासी भारतीय दिवस पर 70 देशों के करीब 3800 से अधिक एनआरआई ने रजिस्ट्रेशन कराया है। यहां के होटल्स, गेस्ट हाउस के अलावा इंदौरियों के घरों में भी मेहमानों को ठहराने की व्यवस्था की गई है। इंदौर में विदेशी मेहमानों को अपने घर में ठहराने के लिए इंदौर विकास प्राधिकरण की योजना के तहत कई शहरवासियों ने रजिस्ट्रेशन करवाए थे। इसके कारण बड़ी संख्या में विदेश से आये मेहमान शहरवासियों के घरो में ठहरे हैं। इंदौर वासियों के लिए इन विदेशी अतिथियों का सत्कार करना काफी सुखद अनुभूति करा रही है। क्लिक करके पढ़ें
लजीज व्यंजनों का लुत्फ उठाया
इंदौर में प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन में रविवार की शाम विदेशी प्रतिनिधियों ने पानी पूरी, पकौड़ी चाट और स्थानीय हॉट डॉग जैसे प्रसिद्ध स्ट्रीट व्यंजनों का लुत्फ उठाया। मेहमानों ने भारत के सबसे स्वच्छ शहर में प्रसिद्ध छप्पन दुकान फूड हब का दौरा किया। इस अवसर के लिए विशेष रूप से फूड स्टॉल सजाए गए थे। इंडियन फूड सेफ्टी रेग्युलेटर ने 'छपन दुकान' को 'क्लीन स्ट्रीट फूड हब' का दर्जा दिया है।
प्रत्यक्षदर्शियों ने कहा कि विदेशी मेहमानों के स्वागत के लिए दुकानों को विशेष रूप से सजाया गया था। रविवार होने के कारण इन दुकानों पर खासी भीड़ रही। छप्पन दुकान सभी खाने के शौकीनों के लिए एक ज़रूरी जगह है, जहां सभी स्ट्रीट फूड, नमकीन (स्नैक्स) और अन्य खाद्य पदार्थ मिल सकते हैं। यह गली इंदौर के लजीज और सस्ते स्नैक्स और मिठाइयों के लिए मशहूर है।
विदेशी मेहमानों का स्वागत करते हुए मप्र के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि इंदौर को ऐसे सजाया गया है जैसे शहर में दिवाली मनाई जा रही हो। चौहान ने लोगों के अनुरोध पर प्रसिद्ध हिन्दी गीत मेहमान जो हमारा होता है, वो जान से प्यारा होता है और नदिया चले, चले रे धारा भी गाकर सुनाया।
लंदन (व्यापार) के डिप्टी मेयर राजेश अग्रवाल ने इंदौर के मशहूर हॉट डॉग का लुत्फ उठाते हुए कहा, 'द 56 शॉप' दुनिया का सबसे अच्छा शाकाहारी भोजनालय केंद्र है। यांगून से मोहम्मद हुसैन औरंगाबादी ने कहा, मैंने मावा पान खाया और यह मेरे मुंह में पिघल गया। अलग-अलग फ्लेवर की 'पानी पुरी' और 'आलू पैटीज़' भी लाजवाब थे। इस बाजार में इतने सारे व्यंजन हैं कि हमें उन्हें चखने के लिए फिर से यहां आना पड़ेगा।
इससे पहले विदेश मंत्री एस जयशंकर ने शनिवार रात प्रसिद्ध फूड हब का दौरा किया जहां वह स्ट्रीट फूड के प्रेमियों के साथ शामिल हुए। जयशंकर ने रविवार सुबह यूथ पीबीडी सम्मेलन को संबोधित करते हुए फूड हब की अपनी यात्रा को याद किया। उन्होंने कहा कि लोग अब तक इंदौर को देश का सबसे स्वच्छ शहर बताते रहे हैं। लेकिन इस शहर को बड़े दिल, गर्मजोशी और अद्भुत आतिथ्य के लिए भी पहचाना जाना चाहिए।
यह भी पढ़ें
USA में भारतीय मूल की पहली सिख महिला जज बनीं मनप्रीत मोनिका सिंह
गरीबी ने स्कूल से निकाला, पेट पालने को बनाई बीड़ी, अब अमेरिका में बने जज, हौसले से भरी है सुरेन्द्रन की कहानी